What is Dermatillomania: नाखून चबाना और स्किन को नोंचना बुरी आदत होती है। कुछ लोगों को यह आदत बचपन से ही लग जाती है। स्किन को बार-बार नोंचना एक गंभीर बीमारी है, जिसे डर्मेटिलोमेनिया (Dermatillomania in Hindi) कहते हैं। यह एक गंभीर डिसऑर्डर है, जिसमें मरीज को अपनी ही स्किन नोंचने या उखाड़ने की आदत पड़ जाती है। इस स्थिति को एक्सोरिएशन डिसऑर्डर और स्किन पिकिंग डिसऑर्डर भी कहा जाता है। इस समस्या में आप होंठों की स्किन, हाथ या नाखून आदि के आसपास की स्किन को नोंचते रहते हैं। स्किन पिकिंग डिसऑर्डर की समस्या ओसीडी की समस्या से जुड़ी होती है जिसके लक्षण दिखने पर आपको एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं डर्मेटिलोमेनिया के बारे में।
डर्मेटिलोमेनिया के लक्षण- Dermatillomania Symptoms in Hindi
डर्मेटिलोमेनिया की समस्या में ज्यादातर लोग अपने शरीर की स्किन को उखाड़ने लगते हैं और इसकी वजह से स्किन पर गंभीर घाव भी हो सकते हैं। यह समस्या काफी गंभीर होती है और सही समय पर डॉक्टर की सलाह न लेने से मरीज गंभीर रूप से स्किन को नुकसान पहुंचा चुका होता है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर कहते हैं, "स्किन पिकिंग डिसऑर्डर या डर्मेटिलोमेनिया में मरीज अपनी स्किन को ही नुकसान पहुंचाने लगता है।" यह एक प्रकार की मनोवैज्ञानिक समस्या है।
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डर्मेटिलोमेनिया के प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-
- स्किन को बार-बार उखाड़ने की आदत
- स्किन नोंचने या दांतों से काटने की आदत
- मना करने के बावजूद स्किन को बार-बार छूना
- काम करते समय स्किन पिकिंग करना।
- नाखून और होंठों के आसपास लगातार स्किन नोंचना
डर्मेटिलोमेनिया के कारण- What Causes Dermatillomania in Hindi
डर्मेटिलोमेनिया होने पर आप न सिर्फ अपनी हेल्दी स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि इस समस्या में आप पिंपल्स या घाव वाली स्किन को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इसके मुख्य कारण इस तरह से हैं-
- स्किन पर इन्फेक्शन, रैशेज, घाव या इंजरी के कारण स्किन नोंचने की आदत
- ओसीडी यानी ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर
- ट्रीकोटिलोमनिया (Trichotillomania) नामक कंपल्सिव कंडीशन
- मनोवैज्ञानिक कंडीशन की वजह से
- ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर
पुरुषों की तुलना में ये समस्या महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। इस समस्या के इलाज में कुछ दवाओं का सेवन और थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। ट्रीटमेंट से आपकी स्किन पिकिंग की आदत छूट सकती है। कुछ लोगों में स्किन पिकिंग डिसऑर्डर के इलाज के लिए कॉग्नेटिव बिहेवियरल थेरिपी का इस्तेमाल भी किया जाता है।
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स्किन पिकिंग के बाद होने वाली समस्या जैसे दर्द, ब्लीडिंग की समस्या आदि होने पर आप अपने से ही इस आदत को छोड़ सकते हैं। लेकिन कई लोगों में लंबे समय तक ये आदत बनी रहने की वजह से गंभीर समस्या हो सकती है। इसलिए हमेशा समय पर इसके लक्षणों को पहचानकर आपको एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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