Battered Woman Syndrome know the cause Symptoms and Treatments: मेरा नाम दीपा है। मेरा पति मुझे बहुत मारता है। किचन में काम करते हुए एक बर्तन भी गलती से गिर जाए तो चिल्लाने लगता है। मैं अगर उनसे कुछ पूछ लूं तो मारता है। मेरी शादी को 4 साल से ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन हमारे बीच हमेशा ही संबंध जबरन बनें हैं। मैं नहीं चाहती कि रात हो क्योंकि रात की प्रताड़ना से कहीं ज्यादा बेहतर है दिन में हुई मेरी पिटाई। मेरे पापा ने मेरी और दीपक की शादी बहुत ही धूमधाम से की थी। शादी की रात से ही दीपक मेरे साथ सबकुछ जबरन करता आया है। मुझे मारता है, पीटता है। कभी-कभी तो लगता है कि दीपक से मार खाने से अच्छा है कि मैं मर जाऊं। लेकिन मर नहीं सकती हूं क्योंकि मेरे बाद मेरे बेटे को कौन देखेगा। मैंने कुछ कर लिया तो मां-पापा का क्या होगा?
दीपा की तरह की हमारे देश की कई महिलाएं अपने पार्टनर से मानसिक और शारीरिक रूप से रोजाना हिंसा का शिकार होती हैं। कई बार पार्टनर से इस तरह के अब्यूस झेलने के बाद कुछ महिलाएं तलाक ले लेती हैं, लेकिन कई बार समाज के डर, बच्चों की परवरिश और फाइनेंशियली पूरी तरह से पति पर डिपेंड होने की वजह से महिलाएं चुप रह जाती हैं। दरअसल ऐसी महिलाएं बैटर्ड वुमन सिंड्रोम का शिकार होती है। आइए जानते हैं क्या हैं ये सिंड्रोम, इसके लक्षण, और इलाज।
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बैटर्ड वुमन सिंड्रोम क्या है?
बैटर्ड वुमन सिंड्रोम को इंटिमेट पार्टनर वायलेंस सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है। इस सिंड्रोम में महिलाएं अपने पार्टनर से फीजिकली और मेंटली परेशान होती हैं। कई बार पार्टनर के वायलेंस की वजह से महिलाओं की दिमागी स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है। मुलुंद स्थित फोर्टिस अस्पताल की मेंटल हेल्थ कोच पारुल टैंक का कहना है कि बैटर्ड वुमन सिंड्रोम का शिकार महिलाएं तब होती हैं जब उनके पार्टनर द्वारा शारीरिक, इंटीमेट और मेंटल प्रताड़ना दी जाती है।
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बैटर्ड वुमन सिंड्रोम के लक्षण क्या हैं?
हेल्थ एक्सपर्ट ने हमारे साथ एनसीबीआई द्वारा 2014 में किए गए एक रिसर्च का डाटा शेयर करते हुए बताया कि बैटर्ड वुमन सिंड्रोम में लगातार हिंसा, मारपीट और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा झेलने की आदत इतनी ज्यादा हो जाती है कि महिलाओं के दिमाग के कुछ हिस्से पूरी तरह से डैमेज हो जाते हैं। अगर किसी महिला को नीचे बताए गए लक्षण खुद में या किसी परिजन में नजर आते हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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- पार्टनर के सामने बोलने में हिचकिचाहट महसूस करना
- पार्टनर द्वारा कही बातों को हुक्म मानना
- पार्टनर के सामने हमेशा घबराहट महसूस करना
- चीजों को रखकर भूल जाना
- काम और खुद पर फोकस की कमी
- समझी हुई बातों को दिमाग में लाने में परेशानी होना
- छोटी सी भी गलती करने पर बार-बार माफी मांगना
बैटर्ड वुमन सिंड्रोम का इलाज क्या है?
एक्सपर्ट का कहना है कि बैटर्ड वुमन सिंड्रोम का इलाज बहुत ही मुश्किल है। इस सिंड्रोम से पीड़ित महिलाओं को ठीक करने के लिए थेरेपी दी जाती है। कई बार डॉक्टर महिलाओं के दिमाग को शांत करने के लिए दवाएं भी देते हैं।