Active Release Therapy: शरीर की समस्याओं को दूर करने के लिए कई तरह की थेरेपी दी जाती है। आज हम बात करेंगे एक्टिव रिलीज थेरेपी के बारे में।एक्टिव रिलीज थेरेपी (Active Release Therapy) की मदद से शरीर के अंगों के दर्द को दूर किया जाता है। इस थेरेपी की मदद से मांसपेशियों का दर्द और टेंशन कम करने में मदद मिलती है। मांसपेशियों में खिंचाव या मसल्स पुल होने की समस्या को दूर करने के लिए भी एक्टिव रिलीज थेरेपी फायदेमंद मानी जाती है। अर्थराइटिस के मरीजों को जोड़ों में दर्द की शिकायत होती है जिसे दूर करने के लिए एक्टिव रिलीज थेरेपी असरदार मानी जाती है। गर्दन और कंधे के दर्द को दूर करने के लिए भी यह थेरेपी फायदेमंद है। गलत ढंग से बैठने या चलने के कारण नस दब जाती है जिसके कारण दर्द महसूस होता है। इस समस्या को भी थेरेपी की मदद से दूर किया जा सकता है। पीठ या कमर में सूजन, ट्रिगर पवाइंट्स या खिंचाव आने से होने वाले दर्द का इलाज इस थेरेपी की मदद से किया जाता है। हथेली और पैर के छालों का दर्द दूर करने के लिए इस थेरेपी की मदद ली जाती है। चलिए जानते हैं एक्टिव रिलीज थेरेपी के अन्य फायदे और प्रक्रिया। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने तबाता फिटनेस की प्रबंधक, न्यूट्रिशनिस्ट और फिटनेस एक्सपर्ट पायल अस्थाना से बात की।
एक्टिव रिलीज थेरेपी के फायदे- Active Release Therapy Benefits
- मोबिलिटी और फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाने के लिए यह थेरेपी फायदेमंद होती है।
- खिलाड़ियों को चोट लगने के दौरान इस थेरेपी की मदद ली जाती है जिससे प्रदर्शन क्षमता को सुधारने में मदद मिले।
- चोट के कारण होने वाले दर्द को दूर करने के लिए एक्टिव रिलीज थेरेपी ले सकते हैं।
- बॉडी पॉश्चर को ठीक करने के लिए भी एक्टिव रिलीज थेरेपी की मदद ली जाती है।
- शरीर का उचित संतुलन बनाए रखने के लिए एक्टिव रिलीज थेरेपी करवा सकते हैं।
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एक्टिव रिलीज थेरेपी की प्रक्रिया- Active Release Therapy Procedure
एक्टिव रिलीज थेरेपी को करने के लिए थेरेपी एक्सपर्ट दर्द वाले स्थान की जांच करते हैं। इसके बाद हाथों की मदद से उस स्थान पर प्रेशर डाला जाता है। मसल्स और लिगामेंट्स का इलाज करने के लिए इस थेरेपी के 4 से 6 सेशन लिए जाते हैं। एक्टिव रिलीज थेरेपी को कोई भी करवा सकता है। हड्डियों की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर ही यह थेरेपी करवानी चाहिए। साथ ही गर्भवती महिलाओं को भी डॉक्टर की सलाह लेकर ही एक्टिव रिलीज थेरेपी से इलाज करवाना चाहिए।
एक्टिव रिलीज थेरेपी किसी अनुभवी फिजियोथेरेपिस्ट से ही कराएं। उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।