Mirgi Attack In Hindi: मिर्गी एक बहुत गंभीर और दीर्घकालिक समस्या है। जिसमें हमारे मस्तिष्क की डैमेज कोशिकाएं, असमान्य विद्युत संकेत उपत्न्न करती हैं, जिसके कारण बार-बार व्यक्ति को दौरे आते हैं। दौरे के दौरान लोग बेहोश हो जाते हैं, उनकी आंखें बाहर आ जाती हैं, साथ हाथ-पैर भी अकड़ जाते हैं। मिर्गी का दौरा किसी व्यक्ति को कहीं भी और कभी भी आ सकता है। लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है मिर्गी की बीमारी क्यों होती है या मिर्गी का दौरा क्यों होता है?
ओनलीमायहेल्थ (OnlymyHealth) की स्पेशल सीरीज 'बीमारी को समझें' में हम डॉक्टर से बातचीत करके आपको आसान भाषा में किसी बीमारी और उसके कारण समझाते हैं। मिर्गी का दौरा क्यों आता है या इसके क्या कारण हो सकते हैं, इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने DY पाटिल हॉस्पिटल, पुणे के प्रोफे. डॉक्टर शैलेश रोहातगी (MBBS, MD, DM, Department of Neurology) से बात की। आइए इसे समझते हैं क्यों होती है मिर्गी की बीमारी।
मिर्गी का दौरा क्यों आता है- Causes Of Epilepsy Attack
डॉ. शैलेश के अनुसार यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है। यह हमारे नर्व सेल से जुड़ी एक समस्या है। जिसमें मस्तिष्क की तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचता है और उनका कार्य प्रभावित होता है। आमतौर मिर्गी का दौरा मस्तिष्क की कोशिकाओं के भीतर अनियंत्रित विद्युत गतिविधि के कारण फटने से पड़ते हैं। मस्तिष्क स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे ब्रेन ट्यूमर, स्ट्रोक, डिमेंशिया आदि शामिल हैं। हालांकि इसके लिए कई अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। यह बीमारी किसी भी उम्र में शुरु हो सकती है। मिर्गी के दौरा कई कारकों से ट्रिगर भी हो सकता है जैसे..
- बहुत तनाव, चिंता या अवसाद के कारण
- नींद से जुड़ी समस्याएं होने पर
- स्मोकिंग, शराब आदि का अधिक सेवन करने पर
- शरीर में कोई अन्य बीमारी, खासकर मस्तिष्क से जुड़ी
- बहुत अधिक या चमकती रोशनी के संपर्क में आना
- आपकी जीवनशैली और खानपान ठीक न होना, शरीर में पोषण की कमी और पोषक तत्वों से भरपूर आहार न लेना
- शरीर में पानी की कमी या डिहाइड्रेशन
- चाय-कॉफी, एनर्जी ड्रिंक, कोला और अन्य कैफीन युक्त ड्रिंक्स
- कुछ ओवर-द-काउंटर, एलर्जी वाली या अन्य दवाओं का सेवन
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किन लोगों में इसका अधिक जोखिम होता है
- जिन लोगों के परिवार में किसी को मिर्गी की समस्या रही है।
- जिन लोगों के सिर में चोट लगी हो
- मेशियल टेम्पोरल स्केलेरोसिस वाले लोगों में
- मस्तिष्क में संक्रमण वाले लोगों में
- जिन लोगों को इम्यूनिटी डिसऑर्डर हैं
- जो लोग हार्मोनल असंतुलन की समस्या से जूझ रहे हैं
- मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों में भी इसका अधिक जोखिम होता है
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मिर्गी का इलाज क्या है- Epilepsy Treatment
डॉ. शैलेश के अनुसार मिर्गी के दौरे की पुष्टि के लिए व्यक्ति के लिए ब्लड टेस्ट और मस्तिष्क की स्क्रीनिंग आदि की जाती है। इसके इलाज के लिए डॉक्टर दवाओं के साथ ही, खानपान और जीवनशैली में बदलाव की सलाह देते हैं। इसका इलाज लंबे समय तक चलता है, कुछ मामलों में 2-3 साल तक व्यक्ति को दवाएं लेने पड़ती हैं। वहीं कुछ मामलों में जिंदगी भर भी दवाओं की जरूरत पड़ सकती है। इसके अलावा जरूर पड़ने पर डॉक्टर सर्जरी का विकल्प भी चुन सकते हैं।
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(Inputs by Dr. Shalesh Rohatgi, Professor & HOD, MBBS, MD, DM, Department of Neurology, Dr DY Patil Medical College, Hospital and Research Centre, Pimpri, Pune)