Lower Respiratory Tract Infection In Hindi: अक्सर हम देखते हैं कि कुछ लोग नाक बहने, बंद नाक, गले में खराश और सूखी खांसी, हल्का बुखार और सिरदर्द जैसी समस्याओं का सामना करते हैं। हम में से से ज्यादातर लोग इसे आम एलर्जी या मौसमी संक्रमण समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकते हैं। ऐसी ही एक समस्या है निचले श्वसन पथ में संक्रमण या लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (Lower Respiratory Tract Infection)। यह एक गंभीर स्थिति है, जो आपके वायुमार्ग और फेफड़ों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाती है, जिसके कारण पीड़ित को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिनमें निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और टीबी जैसे संक्रमण सबसे आम हैं। अगर समय रहते इनका उपचार नहीं किया जाता है, तो इससे व्यक्ति को गंभीर सांस संबंधी समस्याओं का सामना कर सकता है। अब सवाल यह उठता है कि आप निचले श्वसन पथ में संक्रमण का पता कैसे लगा सकते हैं? यह किन कारणों से होता है, इसके क्या लक्षण देखने को मिलते हैं, साथ ही इसका इलाज क्या है? इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
निचले श्वसन पथ में संक्रमण के लक्षण और संकेत- Signs And Symptoms Of Lower Respiratory Tract Infection
मेयो क्लिनिक के अनुसार जब संक्रमण की शुरुआत होती है, तो इसके लक्षण हल्के देखने को मिलते हैं, जिनके बारे में हम शुरुआत में चर्चा कर चुके हैं। लेकिन जब यह संक्रमण गंभीर हो जाता है तो इसके कुछ अन्य संकेत और लक्षण भी देखने को मिलते हैं जैसे..
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- गंभीर खांसी की समस्या हो सकती है, साथ ही खांसी के साथ कफ या बलगम आना
- सांस लेने में परेशानी होती है
- त्वचा नीली पड़ने लगती है
- जल्दी-जल्दी और तेज सांस लेते व छोड़ते हैं
- सांस फूलती है
- छाती में दर्द की समस्या होती है, खासकर सांस लेने पर
- मध्यम से तेज बुखार हो सकता है
- गले में घरघराहट देखने को मिल सकती है

लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के कारण- Causes Of Lower Respiratory Tract Infection
मेयो क्लिनिक के अनुसार निचले श्वसन पथ में संक्रमण वायरस जैसे फ्लू या रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस (RSV) के कारण देखने को मिल सकती है। इसके अलावा फंगल इन्फेक्शन, स्ट्रेप्टोकोकस या स्टैफिलोकोकस ऑरियस जैसे हानिकारक बैक्टीरिया, माइकोप्लाज्मा और कुछ मामलों में पर्यावरण में मौजूद हानिकारक कणों के कारण भी वायुमार्ग या फेफड़ों में जलन की समस्या हो सकती है। जैसे..
- धूल-मिट्टी
- सिगरेट या तंबाकू से निकलने वाला धुआं
- हानिकारक केमिकल के कण
- भाप और धुंआ
- एलर्जी या संक्रमण के कण
- वायु प्रदूषण आदि।
लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के जोखिम कारक- Risk Factor Of Lower Respiratory Tract Infection
मेयो क्लिनिक के अनुसार कुछ लोगों में इस संक्रमण से ग्रसित होने का अधिक जोखिम होता है, जिनमें शामिल हैं...
- जिन लोगों को हाल ही में सर्दी, बुखार या फ्लू हुआ है
- जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है
- बूढ़े लोग, खासकर 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले
- 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे
- अगर किसी व्यक्ति की हाल ही में कोई सर्जरी हुई है
लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का इलाज क्या है- Lower Respiratory Tract Infection Treatment
अगर आप स्वयं या अपने परिवार के सदस्य में उपरोक्त लक्षण नोटिस करते हैं, तो ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करें। मेयो क्लिनिक के अनुसार डॉक्टर संक्रमण की पुष्टि के लिए कुछ टेस्ट कर सकता है। जिनमें स्टेथोस्कोप की मदद से व्यक्ति की छाती और श्वास को सुनना, रक्त में ऑक्सीजन का पता लगाने के लिए पल्स ऑक्सीमीट्री यह पता लगाने, निमोनिया की जांच के लिए छाती का एक्स-रे करना, बैक्टीरिया और वायरस का पता लगाने के लिए खून और बलगम का टेस्ट करना शामिल है।
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डॉक्टर आपको इसके उपचार के लिए खांसी, बुखार या अन्य संक्रमण में दी जाने वाली ओवर-द-काउंटर दवाएं दे सकते हैं। इसके अलावा वे आराम अधिक करने, साथ ही तरल पदार्थ अधिक पीने की सलाह देते हैं। हालांकि कुछ मामलों में डॉक्टर एंटीबायोटिक्स या इनहेलर जैसे श्वास उपचार का सुझाव भी दे सकते हैं।
इसके अलावा कुछ कुछ मामलों में रोगी को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता भी हो सकती है, ऐसा बूढ़े और छोटे बच्चों के मामलों में ज्यादा देखा जाता है।
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