
उमामी स्वाद अमीनो एसिड ग्लूटामेट या ग्लूटामिक एसिड की उपस्थिति से आता है, जो आम तौर पर उच्च प्रोटीन खाद्य पदार्थों में मौजूद होते हैं।
मूल रूप से पाँच तरह के स्वाद हैं, जिनमें से हम चार से परिचित हैं जैसे कि मीठा, खट्टा, कड़वा और नमकीन और पांचवे स्वाद को उमामी या ओउमी (Umami)कहा जाता है। उमामी एक जापानी शब्द, जिसका मतलब है एक अलग और दिलकश स्वाद। ये वो स्वाद है जो थोड़ा भावपूर्ण है, यानी कि व्यक्ति का जैसा मूड होगा उसे ये ऐसा ही लगेगा। कभी थोड़ा क्रंची होता है, तो कभी तीखा तो कभी मध्यम खट्टा सा। यह उन खाद्य पदार्थों से आता है, जिनमें एल-ग्लूटामेट्स की मात्रा ज्यादा होती है। एल-ग्लूटामेट्स, एक प्रकार का एमिनो एसिड है, जो पौधों के साथ-साथ एनिमल प्रोटीन में भी मौजूद होता है। जिन खाद्य पदार्थों में स्वाभाविक रूप से यह महत्वपूर्ण अमीनो एसिड होता है, उनमें मांसपेशियों के स्वास्थ्य से लेकर पाचन तक स्वास्थ्य लाभ होते हैं। वहीं ये वजन कम करने में भी मदद करता है। साथ ही इसका नियमित रूप से इसका सेवन करना स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक हो सकता है। आइए जानते हैं उमामी फूड्स के फायदे के बारे में।
क्या हैं उमामी फूड्स?
मशरूम
मशरूम मीट के विकल्प के रूप में देखा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वे प्रोटीन वाले स्वाद को अलग से देते हैं। मशरूम की ग्लूटामेट शरीर के लिए काफी लाभदायक होती है। बर्गर या सैंडविच जैसी चीजों के लिए ये एक बोनस है। मशरूम के प्रति तीन औंस में 180 मिलीग्राम मुफ्त ग्लूटामेट होता है। वहीं इसके स्वाद की बात करें, तो ये खाने में काफी टेस्टी और मिले-जुले स्वाद का होता है। यानी आप इसे जिसके साख मिलाएंगे वहीं स्वाद देगा साथ ही ये फैट को कम कर के वजन संतुलित रखता है।
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पनीर
पनीर जितना पुराना होगा, उतना ही उसमें उमामी स्वाद आता है। पनीर की बढ़ती हुई उम्र के साथ इसमें प्रोटियोलिसिस की मात्रा बढ़ती जाती है और अमीनो एसिड में टूट जाता है। इससे इसमें ग्लूटामिक एसिड के स्तर को बढ़ने लगता है। इटैलियन पेरामेसन विशेष रूप से स्वादिष्ट उमामी खाद्य पदार्थों में से एक है क्योंकि इसमें पनीर के स्वाद को पूरी तरह से विकसित होने में 24 से 36 महीने लगते हैं।
अखरोट
अखरोट और बादाम शाकाहारी भोजन में उमामी स्वाद जोड़ने के लिए एक शानदार तरीका है। सबसे अच्छा स्वाद के लिए अखरोट और बादाम टोस्ट करने की कोशिश करें। अखरोट में विशेष रूप से प्रति साढ़े तीन औंस में 658 मिलीग्राम मुफ्त ग्लूटामेट होता है। वास्तव में, अखरोट खाए जा सकने वाले स्वास्थ्यप्रद उमामी में से एक है, जो आमतौर पर सभी को पसंद होता है।
सी-फूड्स
सीप, झींगा, स्कैलप्प्स, मैकेरल, टूना, और सार्डिन प्राकृतिक उमी स्वाद के साथ कुछ मछली हैं। समुद्री भोजन में स्वाभाविक रूप से इनोसिनेट के अलावा ग्लूटामेट होता है, जो एक उमामी स्वाद को देता है। सी-फूड्स का इस्तेमाल करके कई तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं, जो स्वाद से अलग और पौषटिक होता है।
टमाटर
टमाटर ग्लूटामेट का एक अच्था स्रोत है। ग्लूटामेट एसोसिएशन के अनुसार, 246 मिलीग्राम मुक्त ग्लूटामेट प्रति साढ़े तीन औंस टमाटर के साथ उमामी का स्वाद देता है। जैसे-जैसे वे पकते जाते हैं, ग्लूटामेट का स्तर बढ़ता जाता है। वहीं आम लोग भी इसका हर चीज में इस्तेमाल करते हैं। ये जिस सब्जी में डाला जाता है, वो उमामी स्वाद वाला बन जाता है।
मीट
मांस, और बीफ़ में ग्लूटामेट के उच्च स्तर होता है। ग्लूटामेट एसोसिएशन के अनुसार, प्रति साढ़े तीन औंस गोमांस में 10 मिलीग्राम मुफ्त ग्लूटामेट होता है। यही वजह है कि बर्गर को उमामी डिश कहा जाता है। वहीं इसका इस्तेमाल करके आप कई उमामी स्वाद वाले डिश बना सकते हैं।
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उमामी फूड्स के फायदे-
- -मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) ग्लूटामेट के नमक की जगह शरीर में सोडियम की कमी पूरी कर सकता है
- -भोजन से पहले इसे लेने से ये भूख को रोक कर आपको अधिक खाने से रोक सकता है। इस तरह आपका वजन संतुलित रह सकता है।
- -इसमें अमीनो एसिड होता है, जो मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
- -उमामी स्वाद वाला खाना पेट के लिए भी अच्छा होता है।
- -खिलाड़ियों और एथलीट्स लोगों के लिए एक अच्छा प्रोटीन सप्लीमेंट का विकल्प हो सकता है।
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