खट्टी इमली और मीठी गुड़ की चटनी इस मौसम में खाने से सेहत को जितना फायदा मिलता है उतना ही जुबान को स्वाद। इमली का इस्तेमाल पारंपरिक चिकित्सका में सदियों से होता आया है। इमली का प्रयोग चटनी (Gud-imli Chutney) बनाने से लेकर कई बीमारियों से ठीक होने में भी किया जाता है। तो वहीं, गुड़ के भी कई आयुर्वेदिक प्रयोग हैं। कोरोना के समय में लोग गुड़ का प्रयोग खूब कर रहे हैं। गुड़ में मैग्नीशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, विटामिन-ए, विटामिन-बी आदि पाए जाते हैं। इस कारण यह इन तत्त्वों की कमी शरीर में पूरी कर देती है। गुड़ और इमली में कई औषधीय गुण समाए हैं। गुड़ और इमली की चटनी (Jaggery and tamarind Chutney) बारहमासा प्रयोग में लाई जा सकती है। लेकिन ध्यान देना है कि इसका बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन न करें, यह नुकसान भी कर सकती है। राष्ट्रीय धर्मार्थ सेवा संस्थान के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर राहुल चतुर्वेदी का कहना है कि बरसात के मौसम के आने से पहले गुड़-इमली की चटनी का प्रयोग किया जा सकता है। बरसात के बाद इसमें नमी आने लगती है, इसलिए तब इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए। वे बताते हैं कि महिलाओं के कई रोगों में इमली और गुड़ दोनों फायदेमंद हैं। इस चटनी के सेवन (Benefits of gud imli Chutney) से बाल स्वस्थ रहते हैं और चेहरे पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़ती हैं। आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर राहुल चतुर्वेदी से जानते हैं कि गुड़ और इमली की चटनी खाने से क्या स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं।
गुड़-इमली की चटनी की रेसिपी
गुड़ और इमली की चटनी उत्तर भारत में खूब प्रचलित है। गुड़-इमली की चटनी की यह रेसिपी हमें उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में रहने वाली मनोरमा आर्या ने बताई है। तो आइए जानते हैं गुड़-इमली की चटनी की रेसिपी।
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सामग्री
इमली, गुड़, अदरक, मिर्च, ड्राइ फ्रूट्स, अरारोट, भुना जीरा
रेसिपी
एक किलो गुड़ में आधा लीटर पानी डालकर इसमें पचास ग्राम खटाइ पाउडर, नमक, मिर्च, पिसी अदरक, भुना जीरा पाउडर, छुआरे, किशमिश डालकर उसे गाढ़ा होनो तक पकाना है। जब यह पानी गाढ़ा हो जाए तब इसे ठंडा करके किसी भी व्यंजन के साथ खाएं।
गुड़-इमली की चटनी खाने स्वास्थ्य लाभ
स्त्री रोगों में फायदेमंद
आयुर्वेदाचार्य राहुल चतुर्वेदी का कहना है कि महिलाओं के लिए गुड़ ज्यादा फायदेमंद होती है। इमली में मिला गुड़ उन्हें माहवारी, बार-बार खून बहना या महिलाओं को होने वाली अन्य परेशानियों में मदद करती है। आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि अगर इस गुड़-इमली की चटनी में हल्का सा काला नमक मिला लिया जाए तो यह स्त्रियों को होने वाले अन्य रोगों में भी फायदा करेगा। काला नमक मिलाने से गर्मी के दोष कम हो जाते हैं। यह चटनी खाने से एस्ट्रोजन हार्मोन कंट्रोल में आ जाते हैं। इस चटनी के साथ -साथ कुमारी आसव मिला लें तो और फायदा मिलता है। चटनी के साथ कुमारी आसव मिलाने पर चार-चार ढक्कन सुबह शाम लें, इससे आपको फायदा मिलेगा।
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बालों की समस्या करे दूर
मौसम की मार की वजह से या शरीर में विटामिन, मिनरल्स की वजह से बालों की समस्या पनपती है। बालों का असमय झड़ना, दोमुहे बाल होना या बहुत मेहनत करने के बाद भी बालों का लंबे न होना, आदि बालों से संबंधित परेशानियां हैं। इन सभी परेशानियों से गुड़-इमली की चटनी फायदा पहुंचाती है। आयुर्वेदाचार्य राहुल चतुर्वेदी का कहना है कि इमली में विटामिन सी होता है जो बालों की ग्रोथ के लिए बहुत लाभकारी है।
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चेहरे की झुर्रियां करे दूर
चेहरे की झुर्रियां मिटाने में गुड़ बहुत कारगर है। गुड़ में ऐसे गुण होते हैं जो चेहरे की त्वचा में कसावट रखते हैं। बहुत से लोग गुड़ का फेसपैक भी चेहरे पर लगाते हैं जिससे झुर्रियों की समस्या से निपटा जा सके। हालांकि उम्र के साथ आने वाली झुर्रियां आम हैं, पर काम के दबाव की वजह से चेहरे पर झुर्रियां आ गई हैं तो यह घरेलू उपाय कारगर होते हैं।
गर्मी से राहत दिलाए
मई जून के महीने में गर्मी भी खूब पड़ती है। इस गर्मी से छुटकारा दिलाने और शरीर को ठंडा रखने में भी गुड़-इमली की चटनी फायदेमंद है। आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर राहुल चतुर्वेदी का कहना है कि इस मौसम में गुड़-इमली की चटनी में सौंफ मिला लें और शरबत बना लें तो इससे गर्मी से राहत मिलती है। इसमें नारियल का बुरादा भी डाला जा सकता है।
गर्मी के मौसम (Summery recipe) में गुड़-इमली की चटनी चेहरे की झुर्रियों से लेकर महिलाओं के कई रोगों को खत्म करने में सहायक (Benefits of jaggery and tamarind sauce) है। आयुर्वेदाचार्य के मुताबिक किसी भी चीज का सेवन नियंत्रित मात्रा में करेंगे पूरा फायदा मिलेगा। ज्यादा मात्रा में सेवन करने पर नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं।
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