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हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है विन्यास योग, जानें इसे करने का तरीका

हृदय रोगियों को शारीरिक गतिविधियां करना बेहद आवश्यक होता है। ऐसे में सुबह विन्यास योग करके आप हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं। आगे जानते हैं इसके फायदे और करने का तरीका
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हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है विन्यास योग, जानें इसे करने का तरीका


Vinyasa Yoga Benefits For Heart Health: अनियमित खानपान और बदलती लाइफस्टाइल का असर शरीर पर देखने को मिलता है। अनियमित खानपान की वजह से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या हो सकती है। साथ ही, यह ब्लड सर्कुलेशन को भी प्रभावित कर सकती है। इसका सीधा प्रभाव हार्ट पर पड़ता है। नसों में प्लाक बनने की वजह से व्यक्ति को हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में एक्सपर्ट्स और डॉक्टर व्यक्ति को लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव की सलाह देते हैं। साथ ही, सुबह और शाम को हल्के योगासन करने से भी हृदय रोगियों को काफी आराम (Yoga for Heart) मिलता है। योगा एक्सपर्ट अनिल मुद्गल (दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) द्वारका स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स) ने बताया कि हृदय रोगियों को सुबह की शुरुआत योग आसन से करनी चाहिए। इसके लिए विन्सास योग काफी प्रभावशाली होते हैं। यह योग क्रिया व्यक्ति की कार्डियोवैस्कुलर प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं। साथ ही, रक्त संचार को भी बेहतर करने में सहायक होते हैं। आगे जानते हैं कि हृदय रोगियों के लिए विन्यास योग के क्या फायदे (Benefits Of Vinyasa Yoga) होते हैं और विन्यास योग को कैसे किया जाता है? 

हृदय रोगियों के लिए विन्यास योग के फायदे - Benefits Of Vinyasa Yoga For Heart Patient In Hindi 

हृदय की मांसपेशियों को मजबूती बनाएं 

इसमें कई तरह के योग आसन को शामिल किया जाता है। यह योग क्रिया और विभिन्न आसन के निरंतर अभ्यास से हार्ट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। यह हृदय की कार्यक्षमता को भी बेहतर करता है, जिससे हार्ट से जुड़े अन्य जोखिम का खतरा कम होता है। 

वजन को कंट्रोल में रखने में मददगार 

हृदय रोगियों को हल्के योग आसन और नियमित रूप से करने की सलाह दी जाती है। इन योग आसनों से वजन कंट्रोल में रहता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए काफी महत्वपूर्ण है। अधिक वजन या मोटापा होने से हृदय रोग के जोखिम बढ़ सकते हैं। 

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ब्लड सर्कुलेशन में करें सुधार

विन्यास योग में सांस और गति का तालमेल हृदय की धड़कनों को बढ़ाता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। यह हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।

तनाव और चिंता में कमी करें 

विन्यास योग को करते समय सांसों की ओर विशेष ध्यान दिया जाता है। इससे शरीर और मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है, जिससे तनाव और चिंता का लेवल कम होता है। 

कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी

विन्यास योग का नियमित अभ्यास कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है। इससे हृदय की नसों में जमा होने वाला फैट कम होता है, जो कि हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में सहायक होती है।

विन्यास योग के अभ्यास कैसे करें? - How To Do Vinyasa Yoga In Hindi 

विन्यास योग में आसनों का एक क्रम होता है जो धीरे-धीरे और ध्यानपूर्वक किया जाता है। आगे आपको कुछ आसन के बारे में  बताया गया है। 

ताड़ासन (Mountain Pose) 

इसमें आप सीधे खड़े होकर, दोनों को सिर के ऊपर ले जाएं। इस दौरान रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और पंजों के बल शरीर को बैलेंस करें। इससे शरीर का संतुलन और स्थिरता को बेहतर करता है। साथ ही, लंग्स को खोलता है। 

भुजंगासन (Cobra Pose)

इस आसन में आप पेट के बल लेट जाएं। इसके बाद छाती और कंधों को ऊपर की ओर लाएं। साथ ही, हथेलियों को जमीन पर रखकर शरीर को सपोर्ट दें। इससे छाती की मांसपेशियों की अकड़न दूर होती है। 

उत्कटासन (Chair Pose)

इस आसन में पैरों को हल्का सा खोलकर खड़े हों और घुटनों को मोड़ें। इसके बाद, ऐसे बैठें जैसे कुर्सी पर बैठे हों और हाथों को ऊपर की ओर सीधा रखें। गहरी सांस लें और कुछ सेकंड तक इस मुद्रा में रहें, फिर सामान्य अवस्था में आएं।

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इसके अलावा, आप बालासन, शवासन, अधोमुख श्वानासन आदि आसन भी नियमित रूप से कर सकते हैं। विन्यास योग एक बेहतरीन अभ्यास है जो हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक है। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है और शरीर में संतुलन, लचीलापन और ताकत बढ़ती है। इसके आसन किसी योगाचार्य की देखरेख में करें। 

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