महिलाएं अक्सर घर और ऑफिस के कामों के बीच अपने आप को नजरअंदाज कर देती हैं। ऐसे में अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना काफी भारी पड़ सकता है। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन महिलाओं में पाई जाने वाली एक आम बीमारी है। पर यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के बढ़ने से गंभीर संक्रमण हो सकता है और यह जीवन के लिए खतरा भी बन सकता है। यूरिनरी ट्रैक्ट में दो गुर्दे, मूत्रवाहिनी, मूत्राशय के साथ मूत्रमार्ग शामिल होते हैं। यूटीआई मूत्र मार्ग का संक्रमण है जो तब शुरू होता है जब बैक्टीरिया मूत्र प्रणाली में प्रवेश करते हैं और मल्टीपाई होने लगते हैं। यदि संक्रमण का सही समय पर इलाज नहीं किया जाए, तो यह बैक्टीरिया हमारे किडनी तक पहुंच जाता है और इसके परिणामस्वरूप एक गंभीर प्रकार का किडनी इंफेक्शन होता है, जिसे 'पायलोनेफ्राइटिस' कहा जाता है।
यूटीआई से जरूरी नहीं कि किडनी पूरी तरह खराब हो जाए। पर अगर इस समस्या का समय रहते ही इलाज नहीं किया गया तो संक्रमण पूरी तरह फैल सकता है। पर अगर किडनी संक्रमण पूरी तरह फैल जाए, तो सर्जरी या लंबे इलाज की जरूरत पड़ सकती है। यूटीआई के कारण बैक्टीरिया कभी-कभी बल्ड के साथ सर्कुलेट होकर जानलेवा सेप्सिस मानक बीमारी का कारण बन सकता है। महिलाओं में इस संक्रमण के फैलने की अधिक संभावना होती है क्योंकि उनका मूत्रमार्ग पुरुषों की तुलना में छोटा होता है। इससे बैक्टीरिया को मूत्राशय की यात्रा करना आसान हो जाता है। गर्भवती महिलाओं को इससे भी ज्यादा खतरा होता है।
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यूटीआई इंफ्केशन के कारण गुर्दे में होने वाली परेशानियां-
- मूत्र पथ में रुकावट जो मूत्र के प्रवाह को धीमा कर सकती है या मूत्राशय को खाली करने की क्षमता को कम कर सकती है, जिससे संक्रमण हो सकता है। इस रुकावट के कारण गुर्दे की पथरी, मूत्र पथ की संरचना में कुछ असामान्यता आ सकती है।
- मूत्राशय के आसपास की नसों को कोई नुकसान।
- यूटीआई के कारण मूत्र गुर्दे में जा सकता है, जो कि एक गंभीर बीमारी हो सकती है।
- गुर्दे में सूजन आ सकता हैं, जो आगे चलकर क्रोनिक किडनी रोग, उच्च रक्तचाप और गुर्दा खराब होने का कारण बन सकती है।
- बैक्टीरिया के कारण सेप्टिसीमिया या रक्त विषाक्तता गुर्दे के संक्रमण से हमारे खून में फैल सकती है।
- गुर्दे में संक्रमण के कारण गर्भावस्था में कई जटिलताएं आ सकती हैं, विशेष रूप से कम वजन या विकास वाले शिशु को जन्म देने का जोखिम।
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यूटीआई से होने वाले किडनी संक्रमण वास्तव में एक गंभीर चिंता है और इसका जल्द से जल्द उचित इलाज करवाना बेहद जरूरी है। चूंकि रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर है, इसलिए हम आपको कुछ जीवनशैली से जुड़े बदलाव बताते हैं जिसकी मदद से आप इस संक्रमण को फैलने और अपने गुर्दे को नुकसान से बचा सकते हैं।
- पर्याप्त तरल पदार्थों का सेवन करें, क्योंकि यह पेशाब करते समय शरीर से बैक्टीरिया को पेशाब के साथ ही बाहर निकालने में मदद करता है।
- जब आपको पेशाब करने की इच्छा हो तो पेशाब में देरी न करें। पेशाब को बहुत देर तक रोकने से भी यह इंफेक्शन और फैल सकता है।
- संभोग(सेक्स) से पहले और बाद में वजाइनल इंट्रोइटिस को साफ करें।
- संभोग के ठीक बाद मूत्राशय को खाली करें यानी की पेशाब करें, क्योंकि यह मूत्रमार्ग से बैक्टीरिया को साफ करने में भी मदद करता है।
- पेशाब और मल त्याग के बाद आगे से पीछे की ओर पानी से धोएं। यह बैक्टीरिया को मूत्रमार्ग में फैलने से रोकता है। इसलिए हमेशा टॉयलेट जाने के बाद पानी से शौच जरूर करें।
- अपने जननांग क्षेत्र में डिओडोरेंट स्प्रे जैसे उत्पादों का उपयोग न करें।
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