बाजार में मिलने वाले फूड्स में मिले होते हैं ये 5 तरह के जहर, खाने से पहले ध्‍यान रखें ये बातें

जो दूध हम खरीदते हैं वह कैमिकल और प्रिजरव्हेटिव्स से भरपूर होता है। यहां तक कि फल और सब्जियों में भी टॉक्सिक चीजें मिल जाती हैं, जो सेहत को फायदा पहुंचाने की जगह उसे नुकसान पहुंचा रही है। आर्थराइटिस, पेट से जुड़ी परेशानी और वजन का बढ़ना इसके कुछ साइड इफेक्ट हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
बाजार में मिलने वाले फूड्स में मिले होते हैं ये 5 तरह के जहर, खाने से पहले ध्‍यान रखें ये बातें


हमारे आस-पास की हवाओं में, खाद्य पदार्थों में कई प्रकार के विषैले पदार्थ घुलते जा रहे हैं। अनजाने में या कई बार जानबूझकर इन टॉक्सिक चीजों को हम रोजाना ग्रहण करते हैं। हमें जंक और प्रोसेस्ड फूड की इतनी लत लग गई है कि हम हेल्दी चीजें कम से कम खाने लगे हैं। जो दूध हम खरीदते हैं वह कैमिकल और प्रिजरव्हेटिव्स से भरपूर होता है। यहां तक कि फल और सब्जियों में भी टॉक्सिक चीजें मिल जाती हैं, जो सेहत को फायदा पहुंचाने की जगह उसे नुकसान पहुंचा रही है। आर्थराइटिस, पेट से जुड़ी परेशानी और वजन का बढ़ना इसके कुछ साइड इफेक्ट हैं।

 

सेहत को खोखला कर रहे हैं विषैले पदार्थ

ट्रांस फैट : 

ये प्रोसेस्ड फूड और पैक्ड फूड में पाया जाता है। इसमें आंशिक रूप से हाइड्रोजिनेटेड ऑयल और प्रिजरवेटिव्स मिलाए जाते हैं। इससे युक्त खाद्य पदार्थों को लंबे समय तक खाते रहने से डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और दिल से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं।

कृत्रिम रंग : 

शरीर में ये टॉक्सिन की तरह प्रक्रिया करते हैं। खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल होने वाले कुछ रंगों को एफडीए द्वारा मान्यता भी मिली हुई है लेकिन इसके बावजूद सेहत पर इसके विपरीत प्रभाव पड़ते हैं। पैक्ड फूड में इन रंगों का बड़े पैमाने पर प्रयोग हो रहा है जो कि कैंसर के खतरे को बढ़ाने का काम करते हैं। इससे बचने का सबसे आसान उपाय है कि इस प्रकार के खाद्य पदार्थों को खरीदने से पहले उसके लेबल को जरूर पढ़ें।

जीरो कैलोरी शुगर : 

आर्टिफिशियल स्वीटनर्स या जीरो कैलोरी शुगर में सैकरीन और एस्परटेम होते हैं, जो आर्थराइटिस और पेट से जुड़ी परेशानियों के कारण बनते हैं। कई लोगों को यह भ्रम होता है कि यह शकर सेहतमंद होती है और इससे वजन कम होने में मदद मिलती है लेकिन इसके विपरीत जीरो कैलोरी शकर से वजन बढ़ जाता है।

सोडियम नाइट्राइट : 

इसका प्रयोग प्रिजरवेटिव्स की तरह किया जाता है। इसे जंक फूड में इस्तेमाल किया जाता है ताकि खाद्य पदार्थ सूक्ष्मजीवों से सुरक्षित रह सकें। इस प्रकार के खाद्य पदार्थों को लगातार खाते रहने से कैंसर, डायबिटीज और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

इसे भी पढ़े: शरीर के लिए कितना जरूरी है कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन, जानें एक्सपर्ट की राय

अतिरिक्त नमक : 

लगातार अधिक मात्रा में सोडियम का सेवन करते रहने से हाई ब्लड प्रेशर और किडनी से जुड़ी परेशानियां हो जाती हैं। फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड में अत्यधिक मात्रा में सोडियम का प्रयोग होता है जिससे ब्लड वेसल्स का लचीलापन कम हो जाता है और इससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

इसे भी पढ़े: क्‍या है चावल का दूध, जानें बाकी दूधों से कितना फायदेमंद है ये

पेस्टीसाइड्स : 

आजकल बाजार में मिलने वाले अधिकांश खाद्य पदार्थों में पेस्टीसाइड्स पाए जाते हैं। ये जहरीले होते हैं और इससे अंगों के क्षतिग्रस्त होने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए फल और सब्जियों को इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह से धो लें। यदि इन पर पेस्टीसाइड्स का छिड़काव किया गया होगा तो वह हट जाएगा।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles On Diet & Nutrition In Hindi

Read Next

क्‍या माइक्रोवेव में खाना पकाना हानिकारक है, जानें इससे जुड़े सवालों के जवाब

Disclaimer