
Types of Pre Pregnancy Tests for Women: प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए एक खूबसूरत एक्सपीरियंस होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भ में पलने वाले शिशु का मानसिक और शारीरिक विकास सही तरीके से हो इसके लिए डॉक्टर कई तरह के टेस्ट करवाते हैं। हालांकि आजकल की लाइफस्टाइल, खानपान और केमिकल्स वाली चीजों का इस्तेमाल करने की वजह से प्रेग्नेंसी से पहले भी महिलाओं को कुछ टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है। इन टेस्ट को प्री-प्रेग्नेंसी टेस्ट कहा जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्रेग्नेंसी कंसीव करने से पहले अगर महिलाएं ये टेस्ट करवा लें, तो उन्हें किसी तरह की स्वास्थ्य समस्याएं नहीं होती हैं।
क्या है प्री-प्रेग्नेंसी टेस्ट? - What is Pre-Pregnancy Test in Hindi
किसी महिला के गर्भधारण करने से पहले डॉक्टर कुछ टेस्ट करवाते हैं, जिन्हें प्री-प्रेग्नेंसी टेस्ट कहा जाता है। इन टेस्ट के जरिए महिला को किसी तरह की कोई बीमारी या स्वास्थ्य समस्या तो नहीं है इसक पता लगाया जाता है। प्री-प्रेग्नेंसी टेस्ट के रिजल्ट आधार पर डॉक्टर महिलाओं को डाइट, एक्सरसाइज और सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं।
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प्रेग्नेंसी प्लान करने से पहले करवाएं ये 5 टेस्ट - Pre Pregnancy Test List in Hindi
1. पैप स्मीयर टेस्ट - Pap Smear Test
महिलाओं में बढ़ रहे कैंसर के मामलों को देखते हुए आजकल प्रेग्नेंसी कंसीव करने से पहले डॉक्टर पैप स्मीयर टेस्ट करवाना बहुत जरूरी मानते हैं। यह टेस्ट गर्भाशय ग्रीवा कैंसर (सर्वाइकल कैंसर) की जांच के लिए किया जाता है। इस टेस्ट की मदद से ग्रीवा की कोशिकाओं में हो रहे असामान्य बदलाव का पता लगाया जाता है।
2. सिफलिस सेरोलॉजी - Syphilis Serology Test
सिफलिस सेरोलॉजी ब्लड टेस्ट के जरिए करवाया जाता है। इस टेस्ट में यौन संक्रमित इंफेक्शन के बारे में पता लगाया जाता है। सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सिफलिस के कारण प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह के साइड इफेक्ट हो सकते हैं। अगर, समय रहते इसका पता लग जाए तो एंटीबायोटिक की मदद से इसका इलाज हो सकता है।
3. थाइराइड प्रोफाइल टेस्ट - Thyroid Profile Test
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में थायराइड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हर 5 में से 2 महिलाएं थायराइड की चपेट में आ रही हैं। प्रेग्नेंसी पहले थायराइड का टेस्ट करवाना बहुत जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि प्रेग्नेंसी कंसीव करने से लगभग 3 महीने पहले थायराइड टेस्ट कराना जरूरी है। अगर कोई महिला थायराइड से जूझ रही है, तो गर्भ में पलने वाले शिशु को नियोनेटल हाइपोथाइरॉयड होने का खतरा रहता है।
4. हेपेटाइटिस-बी टेस्ट - Hepatitis B Test
प्रेग्नेंसी कंसीव करने से पहले हेपेटाइटिस बी का टेस्ट करवाना जरूरी होता है। अगर, कोई महिला प्रेग्नेंसी से पहले हेपेटाइटिस-बी होता तो इससे ब्लडिंग होने का खतरा ज्यादा रहता है। कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अगर कोई महिला प्रेग्नेंसी से पहले हेपेटाइटिस-बी से पीड़ित है तो यह उसके शिशु को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में महिला को बच्चे के जन्म से पहले ही हेपेटाइटिस बी का टीका जरूर लगवाना चाहिए।
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5. डेंटल चेकअप - Dental
बच्चे की प्लानिंग करने से पहले डेंटल चेकअप करवाना जरूर करवाना चाहिए। प्रेग्नेंसी से पहले दांत से जुड़ी बीमारियों का पता लगाना और उसे ठीक करवाना जरूरी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक बार बच्चा कंसीव हो जाने के बाद एंटी-बायॉटिक्स और पेन-किलर नहीं ले पाएंगी। जिसकी वजह से मां और बच्चे दोनों को परेशानी हो सकती है।
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