टाइप 2 डायबिटीज के लिए डाइट टिप्‍स : ब्‍लड शुगर और वसा बढ़ाते हैं ये 5 तरह के फूड, ना करें सेवन

अपने आहार और फिटनेस व्‍यवस्‍था सहित जीवन शैली की आदतों का सावधानीपूर्वक संतुलन और उचित दवा टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है। लेकिन यह बेहद मुश्किल हो सकता है जब उचित पोषण को जानने और समझने की बात आती है, विशेष रूप से ऐसे खाद्य पदार्थों के साथ जो स्वस्थ लगते हैं लेकिन वास्तव में आपके रक्त शर्करा के स्तर पर कहर बरपा सकते हैं और डायबिटीज से जुड़े जोखिम जटिलताओं को बढ़ा सकते हैं। 
  • SHARE
  • FOLLOW
टाइप 2 डायबिटीज के लिए डाइट टिप्‍स : ब्‍लड शुगर और वसा बढ़ाते हैं ये 5 तरह के फूड, ना करें सेवन


अपने आहार और फिटनेस व्‍यवस्‍था सहित जीवन शैली की आदतों का सावधानीपूर्वक संतुलन और उचित दवा टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है। लेकिन यह बेहद मुश्किल हो सकता है जब उचित पोषण को जानने और समझने की बात आती है, विशेष रूप से ऐसे खाद्य पदार्थों के साथ जो स्वस्थ लगते हैं लेकिन वास्तव में आपके रक्त शर्करा के स्तर पर कहर बरपा सकते हैं और डायबिटीज से जुड़े जोखिम जटिलताओं को बढ़ा सकते हैं। गलत डाइट ऑप्‍शन से वजन नियंत्रित कर पाना मुश्किल होता है।

यदि आपको डायबिटीज होने का पता चला है और इस बात को लेकर असमंजस में है कि क्या खाएं और क्या न खाएं, तो यहां उन खाद्य पदार्थों की सूची दी गई है जो आपके हानिकारक हैं। ये आहार रक्त शर्करा में वृद्धि और अन्य गंभीर परिणामों का कारण बनते हैं। ये खाद्य पदार्थ अतिरिक्त बैली फैट और संभावित हानिकारक कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को भी बढ़ावा दे सकते हैं।

 

मीठा पेय पदार्थ 

डायबटीज रोगियों शर्करा युक्त पेय- जैसे कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक, फ्रूट्स पंच और अन्य मीठे पेय सबसे खराब पेय हैं। ये फ्रुक्टोज से भरे होते हैं, जो इंसुलिन रेजिस्‍टेंस और मोटापा, पेट की चर्बी, फैटी लिवर और हृदय रोग के खतरे को बढ़ाता है। 

ट्रांस फैट 

रिसर्व से पता चलता है कि औद्योगिक रूप से निर्मित ट्रांस फैट का सेवन कम करने से हृदय रोग का खतरा कम होता है। मार्जरीन, पीनट बटर, क्रीमर्स और स्प्रेड्स में पाया जाने वाला, ट्रांस फैट्स को बढ़ी हुई सूजन, इंसुलिन रेजिस्‍टेंस और बेली फैट का कारण बन सकता है।  

फ्रूट स्‍मूदीज

ये बात बिल्‍कुल सही है कि, स्‍मूदीज देखने में हेल्‍दी लगती है, मगर इसका एक दूसरा पहलू भी है। स्‍मूदीज बनाने के दौरान फाइबर की मात्रा लगभग समाप्‍त हो जाती है। इसका सेवन करना आसान होता है इसलिए हम इसे अधिक मात्रा में पी जाते हैं, इसका मतलब यह है कि कहीं न कहीं हम कैलोरी, कॉर्ब और शुगर भी अधिक मात्रा में ले रहे हैं, लो ब्‍लड शुगर को बढ़ाने का प्रमुख कारक हो सकता है।  

इसे भी पढ़ें: क्‍या सिर्फ मीठा खाने से होती है डायबिटीज, जानें क्‍या है इसकी सच्‍चाई

वाइट ब्रेड 

वाइट ब्रेड (सफेद ब्रेड) में फाइबर की मात्रा कम और कार्बोहाइड्रेट अधिक होता है। वाइट ब्रेड या अन्‍य दूसरे रिफाइंड फ्लोर फूड टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज से ग्रसित लोगों में ब्‍लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं। आप वाइट ब्रेड के बजाए होल ग्रेन ब्रेड का सेवन कर सकते हैं।  

इसे भी पढ़ें: डायबिटीज में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हो सकता है घातक, दिल की बीमारी का खतरा

किशमिश 

ताजे फल पोषक तत्वों, विटामिन, खनिज, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं जो आपको उर्जा से भर देते हैं और संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। लेकिन जब फल (जैसे किशमिश) को सुखाया जाता है, तो इसका शुगर कंटेंट बढ़ जाता है, जो आपके रक्त शर्करा को बढ़ा सकती है। इसलिए ब्‍लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए किशमिश जैसे ड्राई फ्रूट्स के बजाए ताजे फलों का सेवन करें।  

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles On Diabetes In Hindi

Read Next

खजूर में होते हैं ढेर सारे माइक्रोन्युट्रिएंट्स, जानें सूखा या गीला कौन सा खजूर है फायदेमंद

Disclaimer