
योग किसी भी व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद कर सकता है। इन दिनों जिस तरह लोग एक्सरसाइज और योग की तरफ बढ़ रहे हैं इसके कई सारे फायदे हैं। पर आज हम आपको योग के एक अलग तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको कुछ अटपटा लगा सकता है। इस योग को रोप योगा या रस्सी योग कहते हैं। पर बहुत से लोगों को आश्चर्य भी हो सकती है कि योग का अभ्यास करने के लिए रस्सियों का उपयोग कैसे किया जाता है? ज्यादा मत सोचिए क्योंकि ऐसा होता है। आइए हम आपको बताते हैं योग की इस नई पद्धति के बारे में।
रोप योगा (रस्सी योग) क्या है?
रस्सी योग आपके शरीर को खोलता है, जो आपको सामान्य रूप से अभ्यास करने की तुलना में अधिक लंबे समय तक इसे करने की अनुमति देता है। यह आयंगर योग विद्यालय की नई खोज है, जिसे पहली बार खुद अयंगर योग के संस्थापक बीकेएस अयंगर ने विकसित किया था। अगर आप कमजोर हैं और अपने दम पर कुछ आसनों का अभ्यास करने में असमर्थ हैं, तो रस्सी योग आपका सबसे अच्छा तरीका है इससे बचने काष। ये एक अमूल्य उपकरण है। इसके अलावा, रस्सी योग रोमांचक भी है। इसमें एक दीवार से रस्सियों को बांध कर योगा करने का अभ्यास किया जाता है। यह उन शुरुआती लोगों के लिए भी पूरी तरह से काम करता है, जो योग करने में उलझन महसूस करते हैं। रस्सी योग शुरुआती स्तर के योग आसनों से परे जाकर आसन के अगले सेट की कोशिश करने के लिए आपको प्रोत्साहित करता है। इसके अलावा, यह उन्हें उनके शरीर के अलाइंनमेंट और ऑरीयंटेशन को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। नतीजतन, रस्सी योग आसन आपको एक अलग और मजेदार तरीके से योग करने में मदद कर सकता है। ये मांसपेशियों को भी बेहतर बनाते हैं और आपके शरीर में सूक्ष्म बदलावों को नोटिस करने में आपकी मदद करते हैं, जिन्हें आप पहले याद कर सकते थे। रस्सी योग सुरक्षित है, लेकिन एक विशेषज्ञ योग चिकित्सक की देखरेख में इसे सीखना और अभ्यास करना ज्यादा बेहतर है।
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रस्सी योग के प्रकार और फायदे
मेमोरी पावर रोप योगा
करने का तरीका - इसमें अपनी पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को अपनी तरफ कर लें। अपने घुटनों को मोड़ें और उन्हें रस्सियों से सस्पेंड करें। अपने हाथों से निलंबित रस्सी के दूसरे छोर को पकड़ें और अपने पैरों को 90 डिग्री के कोण तक खींचें। रस्सी को तब तक खींचे जब तक कि वह टाइट न हो जाए और इस तरह आपको अपने पैर में एक अच्छा खिंचाव महसूस होगा। इसी तरह एक मिनट के लिए इसी स्थिति को बार-बार करें।
फायदे- ईएनटी ये जुड़ी परेशानियां, कम मेमोरी वालों के लिए और कम एकाग्रता जैसी समस्याओं में ये योग काफी फायदेमंद है।
वॉकिंग रोप एक्सरसाइज
करने का तरीका - अपनी पीठ के बल लेट जाएं और हाथ सीधे रखें। रस्सी पर अपने दोनों पैरों को सस्पेंड करें। अपना दाहिना पैर उठाएं रहें और इसे नीचे की ओर ले जाएं। बाएं पैर के लिए भी ऐसा ही करें। फिर 4 से 5 मिनट के लिए दोनों को फिर से दोहराएं।
फायदे- इस योग में रस्सी को चलना 45 मिनट के लिए टहलना जितना अच्छा है। ये योग आपके फेफड़ों की शक्ति को बढ़ा सकता है और इस तरह ये शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाता है। वहीं शरीर में खनिज और विटामिन को समान रूप तो भी वितरित करने में मदद करता है।
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रोप पुलिंग एक्सरसाइज (रस्सी को खींचना)
करने का तरीका- पैरों को सीधा रखते हुए फर्श पर बैठें। अपनी पीठ सीधी और हाथों को जांघों पर रखें। हाथ और बांह की मांसपेशियों पर ध्यान केंद्रित करें। सांस लेते समय, अपनी बाईं बांह को ऊपर की ओर खींचें और दीवार से लटकी हुई रस्सी को बाएं हाथ से पकड़ लें। अपनी सांस को सही गति के साथ समन्वयित करें। सांस छोड़ते समय, अपनी बांह को तनाव दें और इसे सीधा रखें। इसे धीरे-धीरे घुटने की तरफ नीचे करें।फिर अपनी बांह को आराम दें। प्रत्येक हाथ के साथ 5 बार इसे दोहराएं और इसकी लिए आप अपने हिसाब से लचीले रस्सी को टांग कर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
फायदे- ये मुद्रा आपकी बांह, हाथ और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करती है। यह आपकी सांस को भी गहरा करता है और आपके कंधों की गतिशीलता को बढ़ाता है। इस तरह ये पूरे शरीर को एक्टिवेट करने के लिए लाभदायक है।
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