थायरॉइड रोगियों के लिए 3 आसान योगासन, जो दिलाएंगे इस रोग से छुटकारा

थायरॉइड को साइलेंट किलर बीमारी माना जाता है, मगर इस बीमारी को आप योग करके आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। जानें 3 ऐसे योगासन, जिन्हें थायरॉइड रोगियों के लिए रामबाण माना जाता है।

सम्‍पादकीय विभाग
Written by: सम्‍पादकीय विभागUpdated at: Nov 20, 2019 17:40 IST
थायरॉइड रोगियों के लिए 3 आसान योगासन, जो दिलाएंगे इस रोग से छुटकारा

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आज देशभर में योग का महत्व जाना जा रहा है। यह न केवल लोगों को फिट रखता है, बल्कि उनके मन को भी शांत रखता है। योग हमेशा से ही शरीर को चुस्त रखने और बीमारियों को दूर रखने में सहायक होता है। यदि आप शारीरिक रूप से कमज़ोर महसूस करते हैं, तो योग एकमात्र तरीका है, जो आपको तंदुरुस्त रखेगा। आजकल थायरॉइड एक ऐसी बीमारी बनती जा रही है, जो दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। शरीर में थायरॉइड ग्रंथि ज्यादा थायरॉक्सिन हार्मोन को पैदा करने लगती है, जिसकी वजह से इंसान कई परेशानियों का शिकार हो जाता है। थायरॉइड गर्दन में पाई जाने वाली एक ग्रंथि है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है। आपके मेटाबॉलिज्म का आपके वजन पर भी प्रभाव पड़ता है। इससे बचने के लिए आपको योग करना चाहिए, यह आपके स्वास्थ्य को अच्छा करेगा साथ ही आपको कई बीमारियों से भी दूर रखेगा। यदि आप अपने आपको फिट रखना चाहते हैं और थयरॉइड की समस्या से जूझ रहे हैं तो रोज़ सुबह उठकर योग करना आपके लिए फायदेमंद होगा। आइए आपको बताते हैं 3 ऐसे योगासन, जो तनाव को कम करेंगे और आपको फुर्तीला बनाएंगे।

मत्स्यासन

इस आसन को फिश पोज़ भी कहते हैं। इससे आपका कमर दर्द ठीक होता है और आपके गर्दन की चर्बी भी कम होती है। इससे रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है। इस योग को करने से कंधे, गर्दन, कमर में खिंचाव महसूस होता है, जिससे मांसपेशियों का तनाव दूर होता है। यदि आपको कब्ज की समस्या है तो यह आपको उससे निजात देने में लाभकारी होगा। यह योग घुटने के दर्द को कम करता है, साथ ही यह आंखों के लिए भी अच्छा है।

मत्स्यासन की प्रक्रिया

  • जमीन पर बैठ जाएं और हाथ का सहारा लेकर धीरे-धीरे पीछे की तरफ होते हुए कमर के सहारे लेट जाएं।
  • अब कोहनियों के बल शरीर को उठाएं और पैरों को हाथों से क्रॉस करके पकड़ लें।
  • फिर सांस लें और छोड़ें। इसी प्रकार 1 मिनट तक करें, उसके बाद पहले की तरह बैठ जाएं और कुछ देर विश्राम करें।
  • ऐसा करना आपके लिए लाभकारी होगा।

विपरीत करनी

यह योगासन बाकी योगासनों के मुकाबले काफी सरल है। थायरॉइड रोगियों के लिए यह योग बहुत लाभकारी है। यह आपके शरीर की तमाम मुश्किलें दूर करता है जैसे की सिर दर्द, कमर दर्द, घुटनों का दर्द आदि। इसके अलावा ये आसन आपके शरीर में रक्त संचालन भी सही करता है। पैरों की मांसपेशियों में आए खिंचाव को दूर करता है और आपको तनाव मुक्त करता है।

viprit karni yogasana

विपरीत करनी योगासन की प्रक्रिया

  • अपना मैट दीवार के पास बिछा लें और पीछे की ओर झुकते हुए लेट जाएं।
  • उसके बाद अपने पैर और कूल्हे को दीवार के सहारे लगाकर ऊपर की तरफ उठा लें इस अवस्था में हाथों को शरीर से दूर रखें।
  • ऐसा आपको 5 से 10 मिनट तक करना होगा उसके बाद आप उठकर बैठ जाएं और कुछ देर तक आराम करें।
  • यदि आपको गर्दन दर्द की समस्या है तो आपको इस योगासन को करने से बचना चाहिए।

हलासन

यह आसन भले ही मुश्किल हो लेकिन बहुत ही लाभकारी है, ख़ास तौर पर उनके लिेए जिनको मधुमेह और थायरॉइड की समस्या है। यह योग आपके शरीर के मेटाबॉलिज्म को कम करता है और आपके बढ़ते मोटापे को भी कम करता है। यह आपको सिर दर्द और कमर दर्द से निजात देगा। इसके अलावा ये योगासन कब्ज और गले की बीमारियों से भी छुटकारा दिलाएगा।

halasana for thyroid

हलासन करने की प्रक्रिया

  • पहले आप बिल्कुल सीधा लेट जाएं, फिर पैरों को ऊपर की तरफ उठा लें।
  • अब पैरों को ऊपर की तरफ उठाते हुए धीरे-धीरे पीछे ले जाएं और उंगलियों से जमीन को स्पर्श करने का प्रयास करें।
  • ध्यान रहे कि इस अवस्था में आपके दोनों हाथ बिल्कुल सीधे ज़मीन से सटे रहें।
  • इस अवस्था में आप लगभग 1 मिनट रुकें और फिर पहले वाली पोजीशन में आ जाएं। इस आसन को कम से कम 3 बार दोहराएं।
Written By- Stuti Goswami

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