Tree Man Syndrome: इस व्‍यक्ति के हाथ में उग आई हैं पेड़ जैसी शाखाएं, जानें क्‍या है ये बीमारी और कारण

बांग्‍लादेश का रहने वाला युवक अबुल बाजनदार एपिडर्मोडिसप्लासिया वेरुसिफॉर्मिस (Epidermodysplasia verruciformis) से पीड़ित है, जो एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी होती है! 
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Tree Man Syndrome: इस व्‍यक्ति के हाथ में उग आई हैं पेड़ जैसी शाखाएं, जानें क्‍या है ये बीमारी और कारण

बांग्‍लादेश का यह व्‍यक्ति इन दिनों चर्चा में है। यह 'ट्री मैन' के रूप में सोशल मीडिया और मीडिया के माध्‍यम से लोगों का ध्‍यान आकर्षित कर रहा है। लेकिन इस व्‍यक्ति के लिए यह खुशी की बात नहीं है बल्कि उसके लिए यह एक समस्‍या बन गई है, जिससे वह निजात पाना चाहता है। 'ट्री मैन' नाम उसे इसलिए दिया गया है क्‍योंकि उसके हाथों और पैरों में पेड़ जैसी शाखाएं उग आई हैं। इस व्‍यक्ति का नाम अबुल बाजनदार है और यह बांग्‍लादेश का रहने वाला है। एक दुर्लभ सिंड्रोम के चलते इस बांग्‍लादेशी नागरिक की चर्चा भारत में भी हो रही है।  

क्‍या है ये बीमारी 

बांग्‍लादेश का रहने वाला युवक अबुल बाजनदार एपिडर्मोडिसप्लासिया वेरुसिफॉर्मिस (Epidermodysplasia verruciformis) से पीड़ित है, जो एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी होती है, जिसे 'ट्री मैन सिंड्रोम' (Tree Man Syndrome) के तौर पर भी जाना जाता है। अबुल इस दुर्लभ सिंड्रोम के कारण अपने हाथों और पैरों में बढ़ती पेड़ जैसी शाखाओं को हटाने के लिए वह 2016 के बाद से 25 सर्जरी करा चुका है, लेकिन कोई भी सकारात्‍मक परिणाम नहीं मिला। जबकि डॉक्टरों का मानना था कि उसने इस बीमारी को मात दे दी है, लेकिन अबुल पिछले वर्ष मई में ढाका के एक अस्‍पताल से भाग गया था। स्थिति बिगड़ने के बाद उसे जनवरी में दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। 

दर्द से परेशान है ये युवक 

अबुल बाजनदार ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि वह अब इस दर्द को सहन नहीं कर सकता। अबुल कहता है कि वह दर्द की वजह से रात में भी सो नहीं पाता। बाजनदार कहता है कि वह अपने डॉक्टरों से हाथ काटने के लिए बोला है ताकि उसे दर्द से कुछ राहत मिल सके।' 

इलाज के लिए विदेश जाना चाहता है 

बाजनदार का कहना है कि वह बेहतर इलाज के लिए विदेश जाना चाहता है, लेकिन इसके लिए उसके पास पैसे नहीं है। ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मुख्य प्लास्टिक सर्जन सामंत लाल सेन का कहना है कि 7 डॉक्टरों का एक पैनल मंगलवार को बाजनदार की स्थिति पर चर्चा करेगा। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बाजनदार की बीमारी का मुद्दा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सामने आने के बाद उसका मुफ्त इलाज कराने का वादा किया है। ऐसा माना जाता है कि दुनिया भर में करीब 6 लोगों को यह बीमारी है।

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एक लड़की भी हो चुकी है इसकी शिकार 

बांग्लादेश की ही एक 10 साल की लड़की भी इस "ट्री मैन सिंड्रोम" की शिकार हो चुकी है। डॉक्‍टरों का कहना है कि वह पहली महिला है जिसे इस प्रकार की समस्‍या हुई है। सहाना नाम की इस लड़की के चेहरे और कानों के पास ये मस्से उभर आए थे। सहाना का इलाज भी ढाका मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 2017 में हुआ था। 

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