
Top 5 Deadly Diseases In The World In 2022 In Hindi: देश में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से तेज हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 3,824 नए केस दर्ज किए गए हैं। पिछले तीन वर्षों में दुनियाभर में स्वास्थ्य क्षेत्र में कई बड़े उतार-चढ़ाव देखे गए हैं। अगर साल 2022 की बात की जाए, तो कोविड 19 के प्रकोप से लेकर मंकीपॉक्स और जीका वायरस जैसी कई घातक बीमारियों ने अपना कहर बरपाया। आपको बता दें कि पिछले साल दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कोविड 19 के डेल्टा और ओमीक्रोन वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ने लगे थे। जिसके कारण कोरोना की तीसरी और चौथी लहर की बातें हो रही थीं। मंकीपॉक्स ने भी साल 2022 में खूब कोहराम मचाया। इस बीमारी ने हजारों लोगों को अपने मुंह का ग्रास बना लिया। इसके अलावा, टोमेटो फ्लू भी भारत में तेजी से फैल चुका था। यह एक प्रकार का दुर्लभ संक्रमण है, जो बच्चों में पाया गया था। साल 2022 में जीका वायरस और मीसल्स (खसरा) जैसी बीमारियां भी काफी चर्चा में रहीं। विश्व स्वास्थ्य दिवस यानी वर्ल्ड हेल्थ डे (जो 7 अप्रैल को मनाया जाता है) के मौके पर इस लेख में हम आपको ऐसी ही 5 बीमारियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने 2022 में पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था -
साल 2022 की टॉप 5 गंभीर बीमारियां - Top 5 Deadly Diseases In The World In 2022 In Hindi
कोविड-19 ओमीक्रोन वेरिएंट - Covid-19 Omicron Variant
साल 2022 में कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट ने अपना खूब कहर बरपाया। अमेरिका और यूरोप में सारे रिकॉर्ड तोड़ने के बाद, कोविड-19 का यह वेरिएंट भारत में भी अपने पैर पसारने लगा था। आंकड़ों के मुताबिक, 17-23 जनवरी के दौरान 21।7 लाख मामले सामने आए और 2680 लोगों की मौत हुई। हालांकि, फरवरी के महीने में कोरोना के मामलों में गिरावट शुरू हुई। धीरे-धीरे कोरोना के केस कम होते गए।
मंकीपॉक्स - Monkeypox
मंकीपॉक्स का नाम साल 2022 की सबसे चर्चित बीमारियों की लिस्ट में टॉप पर रहा। यह वायरस स्मॉल पॉक्स वायरस के परिवार का ही एक सदस्य है। इस बीमारी में पूरे शरीर, खासकर निजी अंगों पर दाने देखे गए। वैसो तो मनुष्यों में इसका पहला मामला 1970 में देखा गया था। लेकिन 2022 में यह संक्रमण लगभग 90 देशों में फैल चुका था। इसके ज्यादातर मामले यूरोप में पाए गए थे। भारत में जुलाई के महीने में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों ने दहशत फैला दी थी। डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार ,1 जनवरी से लेकर 2 अक्टूबर तक मंकीपॉक्स के 68900 मामलों पाए गए। वहीं, यह संक्रमण हजारों लोगों की मृत्यु का कारण बना।
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टोमेटो फ्लू - Tomato Flu
भारत में टोमेटो फ्लू की पहचान सबसे पहले केरल के कोल्लम जिले में 6 मई 2022 को हुई थी। 26 जुलाई 2022 तक, स्थानीय सरकारी अस्पतालों द्वारा 5 साल से कम उम्र के 82 से अधिक बच्चों में संक्रमण की सूचना मिली थी। यह एक दुर्लभ प्रकार का संक्रमण है, जो Coxsackievirus A16 के कारण होता है। इसके शुरुआती लक्षण कोरोना वायरस से मिलते-जुलते थे और इसने काफी हद तक बच्चों को अपना शिकार बनाया। इस बीमारी में हाथ, पैर और मुंह पर लाल रंग के रैशेज देखे गए। हालांकि, कोविड-19 के चलते पहले से ही तैयार हेल्थ सिस्टम की मदद से इसे रोकने में काफी मदद मिली।
जीका वायरस - Zika Virus
साल 2022 में भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों में जीका वायरस का प्रकोप देखा गया था। दिसंबर महीने की शुरुआत में देश में इसका पहला मामला देखा गया था। यह वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। इस बीमारी में शरीर पर लाल चक्कते, मांसपेशियों में दर्द और बुखार जैसे लक्षण देखने को मिले। इस संक्रमण के लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन अगर गर्भवती महिला इसकी चपेट में आ जाती है, तो इसका गर्भस्थ शिशु पर भी गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
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मीसल्स - Measles
साल 2022 में एक बार फिर मीसल्स (खसरा) के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई। अमेरिका के ओहियो के बाद भारत में भी मीजल्स बीमारी छोटे बच्चों में तेजी से फैलने लगी। यह एक वायरल श्वसन रोग है, जो छोटे बच्चों को होता है। इसके पीछे का कारण कोरोना की वजह से बच्चों को समय पर मीसल्स वैक्सीन न लग पाना बताया गया।