
Mental Health Care Tips of Working Mothers in Hindi: मदर्स-डे सेलिब्रेशन को लेकर सबके अंदर अलग किस्म का उत्साह दिखाई देता है। हर कोई अपनी मां को गिफ्ट देने में बिजी होता है। लेकिन, वर्किंग मॉम की बात करें, तो दिन चाहे जो भी हो, उनका काम का प्रेशर कभी कम नहीं होता है। इसका बुरा असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। कई बार वर्किंग मॉम न चाहते हुए चिड़चिड़ेपन, तनाव और एंग्जाइटी से भर जाती है। ऐसा किसी एक या दो वर्किंग मदर्स के साथ नहीं होता है, बल्कि ज्यादातर वर्किंग मदर्स के साथ यह समस्या है। सवाल है, ऐसे में क्या किया जाए? वर्किंग मॉम को चाहिए कि वह अपनी मेंटल हेल्थ का ध्यान रखें। ऐसा वे कैसे कर सकते हैं, पाल्स की निदेशक, कंसलटेंट क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट दीपाली बत्रा से जानें।
पर्फेशन छोड़ें
वर्किंग मदर्स के साथ सबसे बड़ी परेशानी यही है कि उन्हें हर चीज पर्फेक्शन के साथ चाहिए होती है। अगर कोई भी काम उन्हें पसंद नहीं आया, तो उसे नए सिरे से पूरा करने में जुट जाती है। वर्किंग मदर्स को अपने इस पर्फेक्शन की चाह को छोड़ना चाहिए। ऐसा करके वे अपनी मेंटल हेल्थ को बेहतर कर सकती है। साथ ही, इससे उनके काम का प्रेशर और बर्डन दोनों कम होगा।
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दूसरों की मदद लें
हमारे यहां ज्यादातर मॉम, ऐसी हैं, जो घर के सारे काम खुद करना चाहती हैं। ऐसा क्यों? इसकी कोई ठोस वजह नही है। हां, मांओं को लगता है कि उनके बच्चे या उनके पति घर की जिम्मेदारियों को सही तरह से निभा नहीं सकेंगे। लेकिन, दिक्कत तब पैदा होती है, जब वर्किंग मांएं घर के किसी अन्य सदस्य से घर के कामकाज में मदद नहीं लेतीं और सारा दिन खुद परेशान रहती हैं। इससे उनका मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है। आपके साथ ऐसी परेशानी न हो, तो बेहतर है कि आप घर के कामों में दूसरों की मदद लें। ऐसा ही आप अपने ऑफिस में भी करें। अगर सहकर्मी की मदद चाहिए हो, तो उनसे मांगने में हिचकिचाएं नहीं, बल्कि मदद मांगे और अपने काम को हल्का करें।
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ब्रेक लेती रहें
वर्किंग मदर्स को काम से बहुत कम ब्रेक लेते देखा गया है। दरअसल, मॉम को लगता है कि अगर वे काम नहीं करेंगी तो उनके घर के सारे काम अधूरे रह जाएंगे और घर की स्थिति बिगड़ जाएगी। आपको बता दें, आपकी यह सोच आपको अक्सर काम के बोझ से परेशान रखती हैं। अगर आप इस बोझ से निकलना चाहते हैं, मन को हल्का रखना चाहते हैं, तो काम से ब्रेक लेते रहें। अगर लंबा ब्रेक ले रही हैं, तो कहीं घूम आएं। इससे आपको रिलैक्स फील होगा और मेंटल हेल्थ में सुधार भी नजर आएगा।
हॉबीज को स्पेस दें
मेंटल हेल्थ में सुधार की बात आती है, तो हॉबीज बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हॉबीज का मतलब है कि आप अपने मन का कुछ कर रहे हैं, खुद को समय दे रहे हैं और खुद को खुश रख रहे हैं। वर्किंग मॉम के तौर पर आपको अपनी हॉबीज को स्पेस देना चाहिए। हॉबीज के तौर पर आप पेंटिंग कर सकते हैं, स्पोर्ट्स का हिस्सा बन सकते हैं या कुछ भी ऐसा कर सकते हैं, जो आपको खुशी का अहसास दे। ध्यान रखें कि जब आप ऐसा कुछ करते हैं, तो इससे आपकी मेंटल हेल्थ में बहुत सुधार होता है।
प्राथमिकताएं सेट करें
हमारे यहां दिन को प्लान करने का कुछ खास चलन नहीं है। लेकिन, दिन को सही तरह से प्लान किया जाए और अपनी प्राथमिकताओं को सेट कर लिया जाए, तो दिन सहज हो जाता है और तनाव का स्तर कम होने लगता है। वर्किंग मॉम को इसी नियम को फॉलो करना चाहिए। दिन भर में आपको क्या करना है, किस तरह करना और उस काम को कितना समय देना है, यह सब तय कर लें। इस तरह आपका पूरा दिन ऑर्गनाइज्ड रहेगा, प्रायोरिटी सेट करने में मदद मिलेंगी और आपका मानसिक तनाव का स्तर अपने आप कम होने लगेगा।