Pimple Prevention Tips: गर्मी के मौसम का बुरा असर स्किन और बालों पर पड़ता है। त्वचा मुरझाई हुई नजर आने लगती है। ज्यादा पसीना आने के कारण, त्वचा इन्फेक्शन का शिकार हो जाती है। इन्फेक्शन के कारण त्वचा में पिंपल्स नजर आने लगते हैं। ऐसा नहीं है कि केवल बड़ों में ही यह समस्या होती है। छोटे बच्चों को भी गर्मी के दिनों में पिंपल्स परेशान कर सकते हैं। आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो चिंता न करें। हम आपको बताने जा रहे हैं सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन रुजुता दिवेकर की ओर से शेयर किए गए 3 टिप्स। इन टिप्स की मदद से गर्मी के दिनों में एक्ने की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। रुजुता की मानें, तो गर्मी का मौसम, त्वचा की समस्याएं बढ़ा देता है। इस मौसम में पेट में कब्ज, ब्लोटिंग आदि समस्याएं बढ़ जाती है। पाचन तंत्र बिगड़ने के कारण चेहरे पर एक्ने नजर आने लगते हैं। रुजुता ने बताया कि मैं जो टिप्स शेयर करने जा रही हूं, वे पारंपरिक तौर पर सालों से इस्तेमाल किए जाते रहे हैं। तो चलिए देर कैसी, जानते हैं पिंपल्स का इलाज करने के घरेलू टिप्स।
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1. सौंफ का शरबत पिएं- Drink Fennel Seeds Sharbat
डायटीशियन रुजुता दिवेकर की मानें, तो गर्मी के दिनों में पिंपल्स से बचने के लिए सौंफ के शरबत का सेवन करना चाहिए। सौंफ का शरबत पीने से ओरल हाइजीन बेहतर होता है। पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। गर्मी में ब्लोटिंग, कब्ज जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। खाने को पचाने के लिए ज्यादातर रेस्तरां भी खाने के बाद, सौंफ खाने के लिए देते हैं। गुजरात में सौंफ का शरबत पीने का चलन है। वहां तापमान ज्यादा होता है, ऐसे में शरीर को ठंडा रखने के लिए बाहर से आए लोगों को सौंफ का शरबत पिलाया जाता है। इसे वरियाली शरबत भी कहते हैं। सौंफ का शरबत बनाने के लिए सौंफ को पानी में डालकर उबाल लें। उसमें चीनी मिलाएं। जब मिश्रण ठंडा हो जाए, तो उसे फ्रिज में रखकर ठंडा कर लें। शरबत तैयार है, इसे रोज 1 ग्लास पी सकते हैं।
2. खस की जड़ का पानी पिएं- Drink Vetiver Water
खस को वेटिवर (Vetiver) नाम से भी जाना जाता है। यह एक खुशबूदार घास का गुच्छा होता है। आपने पुराने कूलर में खस को देखा होगा। इससे बने पर्दों का इस्तेमाल घरों में ठंडी हवा के लिए किया जाता है। रुजुता की मानें, तो पिंपल्स की समस्या को दूर करने या उससे बचने के लिए खस की जड़ का पानी पीना चाहिए। खस की 2-3 जड़ लें और उसे पानी की बोतल में मिला दें। 3 घंटे के लिए खस को पानी में रहने दें। फिर उस पानी का सेवन कर सकते हैं। आप खस को पानी में 3 दिन तक रख सकते हैं। 3 दिन बाद खस को धूप में सुखाकर एक बार और इस्तेमाल करें। इसके बाद, अगली बार ताजा खस का ही प्रयोग करें। बची हुई खस को फेकें नहीं, उसे त्वचा पर स्क्रब के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। जिन लोगों को बैक एक्ने या पूरे शरीर पर दानों की समस्या होती है, उन्हें खस को स्क्रब के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए।
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3. चंदन के पानी से स्नान लें- Mix Sandalwood in Bath Water
पुराने समय में लगभग हर घर में चंदन पाया जाता था। मैंने भी अपने दादाजी के साथ मिलकर कई बार चंदन तैयार किया है। चंदन में थोड़ा पानी मिलाकर इसका लेप बनाया जाता है। रुजुता की मानें, तो चंदन बनाने की प्रक्रिया किसी मेडिटेशन से कम नहीं है। यह चंदन का लेप, पानी में मिलाकर स्नान लेने से पिंपल्स की समस्या दूर हो जाती है। इससे शरीर को ठंडक मिलती है। चंदन में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जिससे पिंपल्स में होने वाले दर्द से छुटकारा मिलता है। चंदन में एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं, इससे त्वचा में संक्रमण दूर होता है। मुंहासों में सूजन को कम करने के लिए भी चंदन फायदेमंद माना जाता है।
इन 3 पारंपरिक स्किन सीक्रेट्स की मदद से आप भी एक्ने की समस्या को दूर कर सकते हैं। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।
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