मां-बेटी का रिश्ता होता है बेहद खास, इस Women’s Day इस र‍िश्‍ते को बनाएं मजबूत इन 5 ट‍िप्‍स से

Women’s Day: मां और बेटी एक-दूसरे की पक्‍की सहेल‍ियां बन सकती हैं। बेटी के साथ अपने बॉन्‍ड को मजबूत बनाने के ल‍िए आसान ट‍िप्‍स की मदद ले सकती हैं।
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मां-बेटी का रिश्ता होता है बेहद खास, इस Women’s Day इस र‍िश्‍ते को बनाएं मजबूत इन 5 ट‍िप्‍स से

Women’s Day: मां-बेटी का र‍िश्‍ता दुन‍िया में सबसे खास माना जाता है। दोनों एक-दूसरे की बात, ब‍िना कहे ही समझ लेती हैं। इस खास र‍िश्‍ते की तुलना क‍िसी अन्‍य र‍िश्‍ते से नहीं की जा सकती। अगर आप बेटी की दोस्‍त हैं, तो उसे अपनी प्रॉब्‍लम्‍स शेयर करने या मन की बात कहने के ल‍िए क‍िसी और के पास जाना नहीं पड़ेगा। मां-बेटी के इस र‍िश्‍ते को और भी मजबूत बनाया जा सकता है। वैसे तो र‍िश्‍तों को मजबूत करने के ल‍िए कोई खास उम्र नहीं होती। लेक‍िन बेटी के बचपन में ही आप उसके साथ र‍िश्‍ते को पक्‍का बना लेंगी, तो आगे चलकर आपका र‍िश्‍ता न‍िखरकर सामने आएगा। बेटी के साथ अपने र‍िश्‍ते को मजबूत करने के ल‍िए कुछ आसान ट‍िप्‍स की मदद ले सकती हैं ज‍िनके बारे में हम आगे बात करेंगे। 8 मार्च को मह‍िला द‍िवस मनाया जाता है। मह‍िला द‍िवस के मौके पर ओनलीमायहेल्‍थ की कोश‍िश रहेगी क‍ि मह‍िलाओं को सेहत, मन और र‍िश्‍तों के प्रत‍ि अध‍िक मजबूत बनाया जाए। इसी कड़ी में आपको बताते हैं मां-बेटी के र‍िश्‍ते को कैसे नए मुकाम पर लेकर जा सकती हैं आप।

1. बेटी को समय दें

बेटी के साथ र‍िश्‍ते को मजबूत बनाने के ल‍िए उसके साथ समय ब‍िताएं। बेटी के साथ आउट‍िंग प्‍लान करें। बेटी की हॉबी में द‍िलचस्‍पी लें। आप बेटी के साथ शॉप‍िंग पर जा सकती हैं, उसके साथ मूवी देखने जा सकती हैं या बेटी के साथ गेम्‍स या स्‍पोर्ट्स में ह‍िस्‍सा ले सकती हैं। वर्कि‍ंग मदर्स को भी बेटी के साथ समय न‍िकालने के ल‍िए हफ्ते में एक द‍िन बेटी के नाम करना चाह‍िए। समय ब‍िताए बगैर र‍िश्‍तों को मजबूत बनाना मुश्‍क‍िल हो जाता है।    

2. बेटी के नजर‍िए को समझें

बेटी के नज‍र‍िए को समझें। जमाने के साथ सोचने का नजर‍िया भी बदलता है। ऐसा जरूरी नहीं है क‍ि आपकी बात हमेशा सही हो। भले ही बेटी आपकी उम्र से काफी छोटी हो लेक‍िन उसका नजर‍िया भी समझने की कोश‍िश करें। कई बार उम्र में छोटे लोग बड़ी सलाह दे जाते हैं। बेटी के साथ र‍िश्‍ते को मजबूत बनाने के ल‍िए उसकी सोच को अहम‍ियत दें। नए जमाने में बेट‍ियों को बोलने का पूरा हक है। 

3. बेटी को पूरी आजादी दें

mother daughter bond

माता-प‍िता और बच्‍चों के र‍िश्‍ते तभी मजबूत हो सकते हैं जब वो अपने बच्‍चों को पूरी आजादी दें। ज‍िस तरह बच्‍चे अपने माता-प‍िता पर भरोसा करते हैं उसी तरह पेरेंट्स को भी अपने बच्‍चों पर भरोसा करना होगा। मां होने के नाते अपनी बेटी को उसकी मर्जी से ज‍िंदगी जीने की पूरी आजादी दें। अपने संस्‍कारों पर व‍िश्‍वास रखें और हर सही कदम पर बेटी का साथ दें। बेटी को अपने मन से बाहर जाने, दुन‍िया को अपने ढंग से जीने की पूरी आजादी होनी चाह‍िए।

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4. बेटी के फैसलों का सम्‍मान करें

हमारे समाज में आज भी मह‍िलाओं के फैसलों का सम्‍मान उतना नहीं क‍िया जाता ज‍ितना होना चाह‍िए। लेक‍िन मां होने के नाते बदलाव की पहल आपको ही करनी चाह‍िए। बेटी की उम्र कम हो तो भी उसके ल‍िए फैसलों का सम्‍मान करें और उन पर अमल करें। आप बेटी को सही और गलत का फर्क समझा सकती हैं ज‍िसके जर‍िए वो सही न‍िर्णय ले सकेगी। बेटी की पढ़ाई, कर‍ियर या अन्‍य फैसलों को लेने से पहले उसकी राय जरूर जानें। घर के फैसलों में भी बेटी की राय शाम‍िल करें। 

5. बेटी की दोस्‍त कैसे बनें?

बेटी की दोस्‍त बनना चाहती हैं, तो पहला न‍ियम है उसके सीक्रेट्स क‍िसी को न बताएं। बेटी की बातें अपने तक ही रखें। बेटी की श‍िकायत क‍िसी अन्‍य व्‍यक्‍ति के सामने न करें। अगर बेटी की क‍िसी बात से आपको परेशानी हो रही है, तो उससे अकेले में बात करें। बेटी की दोस्‍त बनने के ल‍िए उसके साथ अपने सीक्रेट्स भी शेयर कर सकती हैं। बेट‍ियां, मां की सबसे अच्‍छी सलाहकार भी होती हैं। इस तरह आप दोनों के बीच का र‍िश्‍ता मजबूत बनेगा। 

ऊपर लेख में बताए आसान ट‍िप्‍स को अपनी ज‍िंदगी में शाम‍िल करेंगी, तो मां-बेटी का र‍िश्‍ता मजबूत बनेगा। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।

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