मौसम में बदलाव का असर शरीर पर पड़ता है। मौसम में ठंडक बढ़ने के साथ ही शरीर में होने वाली कुछ समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। उदाहरण के लिए कई लोगों को सर्दियों के मौसम में सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है। ठंड के दिनों में अक्सर नाक ब्लॉक हो जाती है और सांस लेने में परेशानी होती है। कई लोगों को ठंडी हवा लगने से घबराहट भी महसूस होती है। जिन लोगों को अस्थमा या रेस्पिरेटरी डिसीज होती हैं, उनके लिए सर्दियों में आसानी से सांस ले पाना बड़ी चुनौती हो सकती है। ऐसे में कुछ आसान तरीके हैं जिनकी मदद से आप ठंड के दिनों में आसानी से सांस ले सकेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
सर्दियों में होती है सांस लेने में कठिनाई
सर्दियों के मौसम में हवा ठंडी और ड्राई होती है। इस दौरान मौसम में मॉइश्चर कम होता है जिससे त्वचा में रूखापन तो बढ़ता ही है साथ ही सांस लेने में तकलीफ का सामना भी करना पड़ता है। सर्दियों के दिनों में हम सब अपने आसपास का तापमान गरम कर लेते हैं और अचानक से बाहर जाने पर ठंडी हवा के संपर्क में आ जाते हैं। यूं अचानक से तापमान में बदलाव होने से फेफड़ों की कार्य प्रणाली या फंक्शनिंग प्रभावित होती है और सामान्य तरीके से सांस लेने में तकलीफ होती है। इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ आसान तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं-
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1. सर्दियों में सांस लेने का सही तरीका
कई लोग गलत तरीके से सांस लेते हैं जिसके कारण उन्हें सर्दियों में परेशानी होती है। मुंह से सांस लेने में बजाय नाक से सांस लें। नाक, से सांस लेना आपके लिए ज्यादा आसान होगा। नाक से सांस लेने के साथ अगर अपने चेहरे को ढक लेंगे, तो ठंडी हवा के बुरे प्रभाव से बच जाएंगे। साथ ही सांस लेने में तकलीफ और चेस्ट में टाइटनेस महसूस होने जैसे लक्षण भी महसूस नहीं होंगे।
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2. शरीर को गरम रखें
कोल्ड होने पर भी सांस लेने में तकलीफ होती है। शरीर को गरम रखेंगे, तो सांस लेने में ज्यादा कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। अपनी डाइट में खट्टे फल और सब्जियां शामिल करें। इससे आपकी इम्यूनिटी मजबूत होगी और सर्दी-जुकाम की समस्या नहीं होगी। इसके अलावा हल्की कसरत करना न भूलें। शरीर को गरम रखकर, सांस से जुड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है। घर के वातावरण को गरम रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे घर के अंदर की हवा में मॉइश्चर रहेगा।
3. सर्दियों में डिहाइड्रेशन से बचें
सर्दियों में अंदर और घर के बाहर की हवा ड्राई होती है ऐसे में शरीर को हाइड्रेट रखना जरूरी है। लोग ठंड में पानी का सेवन कम कर देते हैं और सांस लेने में तकलीफ बढ़ जाती है। आप सोच रहे होंगे कि ठंड में सांस की तकलीफ से बचने का कनेक्शन डिहाइड्रेशन से क्यों है। दरअसल शरीर को हाइड्रेट न रखने से फेफड़ों में म्यूकस जम सकता है और इसकी परत मोटी होने पर सांस लेने में तकलीफ बढ़ जाएगी। शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पानी के अलावा गुनगुने पानी में नींबू और शहद डालकर पिएं। इसके अलावा हर्बल टी का सेवन भी फायदेमंद माना जाता है।
4. ठंडी हवा में इंटेंस वर्कआउट न करें
आपको बता दें कि कसरत हर मौसम में शरीर के लिए फायदेमंद होती है। लेकिन ठंड के दिनों में इंटेंस वर्कआउट यानी ज्यादा मेहनत वाले वर्कआउट्स को ठंडी हवा में करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। कसरत करने से शरीर की ब्रीदिंग सुधरती है क्योंकि ऑक्सीजन सप्लाई बेहतर होता है लेकिन ठंडी हवा में रनिंग या भारी वर्कआउट नहीं करने चाहिए, इससे चेस्ट में टाइटनेस और जलन महसूस हो सकती है। इसके अलावा बात करते-करते कसरत करने से भी बचना चाहिए, नहीं तो सांस की तकलीफ बढ़ सकती है।
5. अस्थमा के मरीज सांस की तकलीफ से कैसे बचें?
अस्थमा में एलर्जी के कारण सांस नलिकाओ में सूजन आ जाती है। इससे सांस लेने में तकलीफ होती है। मौसम में ठंडक बढ़ने से व्यक्ति को ज्यादा परेशानी होने लगती है। जिन लोगों को अस्थमा होता है उन्हें सीने में जकड़न, सांस लेते समय सीटी की आवाज निकलने जैसे लक्षण नजर आते हैं। ऐसे मरीज चलते समय जल्दी थक जाते हैं। अस्थमा के मरीजों को खुली हवा में गहरी सांस लेनी चाहिए साथ ही डॉक्टर की सलाह पर जरूरी दवा और पंप अपने साथ रखना चाहिए।
How to breath easily during winters? शरीर को गरम रखें। नाक से सांस लें। रोजाना कसरत करना न भूलें और गरम तासीर वाले आहार का सेवन करें।