
Tips To Deal With Chest Congestion In Children: बढ़ता प्रदूषण सबसे ज्यादा बच्चों के लिए हानिकारक होता है। प्रदूषण और बदलते मौसम के कारण बच्चों को कई तरह की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मौसम बदलने के कारण बच्चों को सर्दी, जुकाम, खांसी, गला खराब और चेस्ट में कंजेशन की समस्या होना आम बात है। लंबे समय तक जुकाम और खांसी होने से बच्चों में चेस्ट कंजेशन की समस्या हो जाती है। बच्चे चेस्ट कंजेशन होने पर काफी परेशान होने के साथ चिड़चिड़े भी हो जाते हैं। इस समस्या में बच्चे ठीक से सो भी नहीं पाते हैं। जिस कारण उनका डेली रूटिन भी प्रभावित होता है। चेस्ट कंजेशन में बच्चे के छाती में कफ जमा हो जाता है, जिस कारण उनको सांस लेने में दिक्कत होने के साथ सीने में जकड़न की समस्या भी हो जाती है। बच्चे दवाई लेने में बहुत आनाकानी करते हैं। ऐसे में बच्चों को यह समस्या होने पर डॉक्टर से पूछकर ही दवाई दें। लेकिन कुछ टिप्स की मदद से भी बच्चों की चेस्ट कंजेशन की समस्या को कम किया जा सकता हैं। इन टिप्स के बारे में जानने के लिए हमने बात की फिट क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर केपी सरदाना से।
हैंडवॉश
बच्चों को प्रदूषण और सर्दी के कारण होने वाली चेस्ट कंजेशन से बचाने के लिए नियमित तौर पर उन्हें हैंडवॉश कराएं। इससे बच्चों में होने वाले इंफेक्शन का खतरा कम होता है और वह लंबे समय तक स्वस्थ रहते हैं। बच्चों को साबुन की बजाए लिक्विड हैंडवॉश से हाथ को धुलाएं।
हाइड्रेटेड रखें
बच्चों को सर्दी होने के कारण उनको प्सास का एहसास कम होता है। जिस कारण वह कम पानी पीते हैं। ऐसा लंबे समय तक करने से उनके शरीर में पानी की कमी हो सकती है। ऐसे में कोशिश करें कि बच्चों को नियमित तौर पर पानी पिलाएं। बच्चों को पीने के लिए हल्का गुनगुना पानी ही दें।
नेबुलाइजर
बच्चों को चेस्ट कंजेशन की समस्या से राहत देने के लिए नेबुलाइजर का प्रयोग भी किया जा सकता है। नेबुलाइजर देने से कफ की समस्या से राहत मिलती है और जुकाम भी ठीक होता है। नेबुलाइजर से नाक खुलती है और बच्चों को चेस्ट कंजेशन से राहत मिलती है। ध्यान रखें बच्चे को नेबुलाइजर देने के समय किसी एक्सपर्ट की अवश्य मदद लें।
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बच्चों को सुलाने के लिए सिर ऊंचा रखें
बच्चे चेस्ट कंजेशन के कारण वह सो नहीं पाते हैं। ऐसे में बच्चों को सुलाने के लिए उंचे तकिए या उनका सिर हल्का सा उंचा रखने से बच्चे ठीक से सोएगा और नाक भी खोलेगी। ऐसा करने से वायुमार्ग खुल जाएंगे और बलगम आसानी से बाहर होगा।
हल्दी
हल्दी में करक्यूमिन होता है जो शरीर के अंदर जमा बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है। इसे गर्म पानी में मिलाकर बच्चे को दिया जा सकता है और यह बच्चों में सूखी खांसी को ठीक करता है। हालांकि, बच्चों को ज्यादा हल्दी देने से बचें क्योंकि इस कारण मितली की समस्या हो सकती है।
प्रदूषण और सर्दी के कारण बच्चों में चेस्ट कंजेशन की समस्या को दूर करने के लिए इन टिप्स को फॉलो किया जा सकता हैं। हालांकि, इन टिप्स को फॉलो करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य लें।
All Image Credit- Freepik
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