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घर बैठे ब्रीद‍िंग रेट कैसे चेक करें? डॉक्‍टर से जानें सांस की गति असामान्‍य होने पर क्‍या करना चाह‍िए

Breathing Rate: ब्रीद‍िंग रेट को रेस्पिरेटरी रेट भी कहा जाता है। इस रेट की मदद से यह पता चलता है क‍ि आप एक म‍िनट में क‍ितनी बार सांस ले रहे हैं।

Yashaswi Mathur
Written by: Yashaswi MathurUpdated at: May 14, 2023 15:30 IST
घर बैठे ब्रीद‍िंग रेट कैसे चेक करें? डॉक्‍टर से जानें सांस की गति असामान्‍य होने पर क्‍या करना चाह‍िए

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शरीर में सांस लेने की प्रक्र‍िया सही रहे, इसके ल‍िए ब्रीद‍िंग रेट का सामान्‍य रहना जरूरी है। इससे यह पता चलता है क‍ि आपका रेस्‍प‍िरेटरी ट्रैक्‍ट हेल्‍दी है या नहीं। विश्व स्तर पर सांस से जुड़ी बीमार‍ियों का खतरा बढ़ रहा है। एक शोध के मुताबि‍क, हार्ट अटैक के करीब 76 प्रत‍िशत मरीजों को सांस में तकलीफ होती है। सांस की तकलीफ के पीछे  फेफड़े या हार्ट से संबंध‍ित रोग हो सकते हैं। ज‍ितना जल्‍दी बीमारी का पता चलेगा, उतना जल्‍दी आपको इलाज म‍िल सकेगा। लेक‍िन कैसे पता चलेगा क‍ि आपका ब्रीद‍िंग रेट नॉर्मल है या नहीं? उससे भी जरूरी सवाल यह है क‍ि ब्रीद‍िंग रेट को चेक कैसे क‍िया जाता है। ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब हमें आगे इस लेख से म‍िलेंगे। ओनलीमायहेल्‍थ की ''How To Series'' के तहत आज हम आपको बताने जा रहे हैं, ब्रीद‍िंग रेट को चेक करने का आसान तरीका। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।   

घर पर ब्रीद‍िंग रेट कैसे चेक करें?- How To Check Breathing Rate At Home

  • ब्रीद‍िंग रेट चेक करने के ल‍िए इन स्‍टेप्‍स को फॉलो करें-
  • ब्रीद‍िंग रेट का मतलब है क‍ि 1 म‍िनट में आप क‍ितनी बार सांस ले रहे हैं।
  • ब्रीद‍िंग रेट चेक करने के ल‍िए बैठ जाएं और र‍िलैक्‍स करें। 
  • आप एक चेयर पर या बेड पर बैठ सकते हैं।
  • ज‍ितनी बार सांस लेने के दौरान आपका चेस्‍ट ऊपर उठ रहा है, उसे 1 म‍िनट तक काउंट करें। 

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सामान्‍य ब्रीद‍िंग रेट की रेंज क‍ितनी होती है?- Normal Breathing Rate Range

how to check breathing rate

आपने ब्रीद‍िंग रेट का पता लगाना तो जान ल‍िया। अब आपको बताते हैं क‍ि आपका ब्रीद‍िंग रेट नॉर्मल है या नहीं। व्‍यक्‍त‍ि की उम्र के ह‍िसाब से ब्रीद‍िंग रेट, अलग-अलग हो सकता है। जैसे बच्‍चों में ब्रीद‍िंग रेट प्रत‍ि म‍िनट, बड़ों के मुकाबले ज्‍यादा होता है। नॉर्मल ब्रीद‍िंग रेट इस प्रकार होता है-   

  • 0 से 6 महीने की उम्र वाले बच्‍चों में-  30 से 60 
  • 6 से 12 महीनों की उम्र वाले बच्‍चों में- 24 से 30
  • 1 से 5 साल तक की उम्र वाले बच्‍चों में- 20 से 30 
  • 6 से 11 साल तक की उम्र वाले बच्‍चों में- 12 से 20
  • 12 और इससे ऊपर की उम्र में- 12 से 18 

अगर ब्रीद‍िंग रेट, ऊपर बताई नॉर्मल रेंज से कम या ज्‍यादा आता है, तो इसका यह मतलब है व्‍यक्‍त‍ि को जांच कराने की जरूरत है। तनाव, सांस से जुड़ी बीमार‍ियां, डायब‍िटीज, मोटापा, एक्‍सरसाइज की कमी आद‍ि कारणों से ब्रीद‍िंग रेट असामान्‍य हो सकता है। 

असामान्‍य ब्रीद‍िंग रेट के लक्षण- Abnormal Breathing Rate Symptoms 

  • एंग्‍जाइटी
  • थकान 
  • कमजोरी 
  • हार्ट फेल‍ियर 
  • घबराहट होना 
  • बुखार आना 
  • पसीना आना 
  • शरीर का तापमान बदलना

असामान्‍य ब्रीद‍िंग रेट के दौरान क्‍या करें?

आसामान्‍य ब्रीद‍िंग रेट के दौरान इन बातों का ख्‍याल रखें- 

  • सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो सबसे पहले डॉक्‍टर से संपर्क करें।
  • अस्‍पताल में व्‍यक्‍त‍ि को ऑक्‍सीजन मास्‍क लगाया जाएगा।  
  • अगर आपके आसपास कोई ऐसा व्‍यक्‍त‍ि है ज‍िसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो उसे खुलेदार कमरे में बैठा दें।
  • ऐसे व्‍यक्‍त‍ि को र‍िलैक्‍स होने के ल‍िए कहें। साथ ही उसे गहरी सांस लेने की सलाह दें।

ब्रीद‍िंग पैटर्न को हेल्‍दी रखने के ल‍िए क्‍या करें?- How To Make Breathing Pattern Healthy

  • वजन कंट्रोल करें। 
  • रोजाना एक्‍सरसाइज करें।
  • डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज करें।
  • समय-समय पर शारीर‍िक जांच कराते रहें।
  • जरूरी वैक्‍सीन लें।
  • हेल्‍दी डाइट फॉलो करें।
  • प्रदूषण से दूर रहें।

ऊपर बताए तरीके से आप ब्रीद‍िंग रेट चेक कर सकते हैं। उम्‍मीद करते हैं, आपको यही जानकारी पसंद आई होगी। लेख को शेयर करना न भूलें।

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