आज के समय में ऐसी बहुत सी इंडस्ट्रीज हैं, जहां पर रात व दिन में कोई फर्क नहीं होता। बहुत से लोग नाइट शिफ्ट में भी काम करते हैं। लेकिन नाइट शिफ्ट में काम करते समय मनुष्य को बहुत से चैलेंजेस का सामना करना पड़ता है। दरअसल, मनुष्य के शरीर की कार्यप्रणाली कुछ ऐसी है कि वह दिन में एक्टिव रहता है और रात्रि में आराम करता है। परन्तु रात में कार्य करने वाले लोगों को इससे बिल्कुल उलट काम करना पड़ता है। ऐसे में जो सबसे बड़ी समस्या पैदा होती है, वह है बेहतर स्वास्थ्य की। तो चलिए आज हम आपको ऐसे कुछ तरीके बता रहे हैं, जिसकी मदद से आप रातभर काम करने के बाद भी हेल्दी रह सकते हैं-
होती हैं यह समस्याएं
रात में काम करने वाले लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। सबसे पहले तो ऐसे लोगों का मेटाबॉलिज्म सही तरह से काम नहीं करता। जिसके कारण बीपी, शुगर व वजन बढ़ने जैसी समस्याएं पैदा होती है। इसके अतिरिक्त नाइट वर्कर्स का डाइजेस्टिव सिस्टम भी गड़बड़ा जाता है क्योंकि मनुष्य का डाइजेस्टिव सिस्टम रात में आराम करता है, लेकिन जब आप रातभर काम करते हैं और बीच-बीच में कुछ न कुछ खाते हैं तो इससे पाचन तंत्र को आराम करने का मौका ही नहीं मिलता।
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खाने का ख्याल
नोएडा के कैलाश अस्पताल की चीफ डाइटीशियन डॉ. सोनिका चौधरी कहती हैं कि खाना न सिर्फ आपको काम करने की उर्जा प्रदान करता है, बल्कि बेहतर स्वास्थ्य को मेंटेन रखने में भी यह मील का पत्थर साबित होता है। ऐसे में आहार पर पर्याप्त ध्यान देना बेहद आवश्यक है। अगर आपकी नाइट शिफ्ट दस बजे से शुरू होती है तो आप नौ बजे तक अपना डिनर कर लें। वहीं रात्रि के 12-1 बजे के आसपास जब आपको हल्की भूख लगती है और कुछ खाने का मन करता है तो आप उस समय चाय, कॉफी, सिगरेट आदि को तवज्जो देने के स्थान पर ग्रीन टी, पॉपकॉर्न, हेल्दी बिस्कुट, नट्स या डाई नमकीन जैसे चिवड़ा आदि का सेवन करें। साथ ही रात्रि के समय में शुगर प्रॉडक्ट्स जैसे सॉफ्ट ड्रिंक, बेकरी आइटम, स्वीट्स, नॉन फाइबर कार्ब फूड्स जैसे व्हाइट ब्रेड व उच्च आयरन फूड जैसे रेड मीट आदि का सेवन करने से भी परहेज करें।
ब्रेकफास्ट को न करें मिस
अमूमन देखने में आता है कि जब लोगों की नाइट शिफ्ट खत्म होती है तो वह तुरंत घर आकर सो जाते हैं। अगर आप भी यह गलती कर रहे हैं तो आज ही इसे बंद कीजिए। हमेशा सुबह का नाश्ता करने के बाद ही सोएं। दरअसल, जो लोग बिना नाश्ता किए सो जाते हैं, उनके मील में काफी गैप हो जाता है। जो मेटाबॉलिक डिसआर्डर की समस्या को पैदा करता है। जिसके चलते व्यक्ति शुगर व बीपी होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
अगर जाते हैं जिम
बहुत से नाइट वर्कर्स ऐसे होते हैं जो शिफ्ट खत्म होने के बाद जल्दी सुबह जिम जाना पसंद करते हैं। अगर आपका नाम भी ऐसे ही लोगों की लिस्ट में शुमार है तो आप जिम जाने से करीब 20 मिनट पहले कोई न कोई एक फल अवश्य खाएं। कभी भी खाली पेट जिम जाने की भूल न करें। इससे स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
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पिएं पर्याप्त पानी
रात के समय में लोग पानी बेहद कम मात्रा में पीते हैं। खासतौर से, आजकल हर ऑफिस में एयरकंडीशन का प्रयोग होता है। जिससे शरीर और भी अधिक डिहाइड्रेट हो जाता है। इसलिए रात के समय ऑफिस में बैठकर काम करते समय अपनी डेस्क पर पानी की एक बोतल अवश्य रखें और बीच-बीच में थोड़ा पानी अवश्य पीएं। ऐसा करने से आपकी बॉडी डि-हाइड्रेट नहीं होती।
इसका भी रखें ध्यान
अगर आपकी सिटिंग जॉब है तो दो घंटे से ज्यादा अपनी सीट पर न बैठें। ऐसा करने से रात में नींद आने लगती है। वहीं दो घंटे में एक बार सीट से उठकर आसपास का चक्कर लगाने से मूड फ्रेश होता है और आप फिर से उसी उत्साह से काम कर पाते हैं।
रात में कार्यस्थल में अधिकतर लोग एक गलती करते हैं। वह है उनका बॉडी पॉश्चर। अगर बॉडी पॉश्चर पर ध्यान न दिया जाए तो इससे स्पाइनल कॉर्ड पर असर पर पड़ता है। साथ ही पाचन संबंधी समस्याएं व शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द होने लगता है। इसलिए रात में काम करते समय भी सीट पर सही ढंग से बैठें।
अगर संभव हो तो अपनी सीट पर बैठे-बैठे कुछ एक्सरसाइज अवश्य करें। जैसे कुछ देर में आंखें बंद करके उसे गोल-गोल घुमाएं या फिर पैरों व कंधों को सीट पर बैठे-बैठे स्ट्रेच करें।
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