अजवाइन तो गुणकारी होती ही है, साथ ही इसकी पत्तियां और फूल भी बहुत गुणकारी होते हैं। अजवाइन के फूल और पत्तियों को थाइम कहते हैं। इसकी चाय पीने के सैकड़ों फायदे बताए गए हैं। थाइम टी यानी अजवाइन की पत्तियों से बनी चाय सेहत के लिए इतनी फायदेमंद होती है कि कई गंभीर बीमारियों से बचाती है। दरअसल इसकी पत्तियों में बहुत सारे मिनरल्स, फ्लैवोनॉइड्स, फेनॉल्स और नैचुरल ऑयल होते हैं, जिसके कारण इसकी चाय सेहतमंद मानी जाती है।
थाइम की सूखी पत्तियां आपको किसी भी सुपर मार्केट या ऑनलाइन स्टोर में मिल जाएंगी। इसकी राय रोजाना पीने से आपको बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स मिलते हैं। आइए आपको बताते हैं इस चाय को बनाने का तरीका और इसके 5 फायदे।
ब्लड प्रेशर कम करती है थाइम चाय
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में खानपान का बड़ा महत्व होता है। अजवाइन की पत्तियों और फूलों में प्राकृतिक रूप से ये गुण होते हैं कि इसकी चाय पीने से आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। मेडिटेरेनियन डाइट में इस थाइम की पत्तियों के चाय का बड़ा महत्व है। वहीं तमाम आयुर्वेदिक संस्थानों में भी ब्लड प्रेशर रोगियों को थाइम टी पीने की सलाह दी जाती है।
कैंसर से बचाती है थाइम चाय
Natural Product Communications नामक मैग्जीन में छपी एक स्टडी के अनुसार थाइम में साइसोटॉक्सिसिटी वाले खास गुण पाए गए हैं, जिसके कारण ये पेट और आंतों के कैंसर से बचाने में बड़ी भूमिका निभा सकती है। इसके अलावा एक अन्य अध्ययन में बताया गया है कि रेगुलर थाइम चाय पीने से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है। इस तरह इस चाय को पीने से आप कैंसर से बच सकते हैं।
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पीरियड्स के दर्द से छुटकारा दिलाए
जिन महिलाओं को पीरियड्स के दिनों में बहुत अधिक दर्द और तकलीफ का सामना करना पड़ता है, उनके लिए थाइम चाय बहुत फायदेमंद होती है। इस चाय में एंटी-स्पासमोडिक गुण होते हैं, जिसके कारण ये दर्द और बेचैनी को कम करती है।
खांसी, जुकाम का है रामबाण इलाज
थाइम की चाय सभी तरह की रेस्पिरेटरी समस्याओं में बहुत फायदेमंद मानी जाती है। इसकी पत्तियों से बनी चाय को पीने से खांसी, जुकाम, गले में बैक्टीरियल इंफेक्शन आदि समस्याओं से तुरंत राहत मिलती है। ये चाय पीने से गले की खराश दूर होती है और शरीर के रेस्पिरेटरी सिस्टम के हानिकारक बैक्टीरिया मर जाते हैं।
बैक्टीरिया से लड़े, इंफ्लेमेशन को रोके
थाइम की चाय में प्राकृतिक रूप से गुणकारी तेल होता है, जो पेट में हानिकारक बैक्टीरिया को मार देता है। इस तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जिसके काऱण ये पेट के कीड़ों, ई. कोली आदि को रोकती है और डायरिया, निमोनिया जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाती है। थाइम की पत्तियों में थाइमॉल नाम का एक खास तत्व होता है, जो इंफ्लेमेशन को रोकता है। इसलिए ये कईतरह की बीमारियों से बचाता है।
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थाइम टी बनाने के लिए सामग्री
- 2 कप पानी
- 1 टुकड़ा नींबू
- 1 चम्मच थाइम की पत्तियां (सूखी हुई)
- 1 चम्मच शहद
ऐसे बनाएं थाइम चाय
- सबसे पहले एक पॉट में पानी उबालें।
- आंच को धीमा करें और इस पानी में 1 चम्मच थाइम की पत्तियां डाल दें।
- पॉट को ढककर बिल्कुल धीमी आंच पर 5 मिनट गर्म करें।
- अब आंच बंद कर दें और 1-2 मिनट के लिए ढक्कन खोलकर भाप निकल जाने दें।
- इसके बाद चाय को कप में छान लें और इसमें नींबू और शहद डालें।
- अगर आपको डायबिटीज है, तो शहद का प्रयोग न करें।
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