ये 6 योगआसन शरीर से जकड़न दूर करने में हैं मददगार, जानें करने की विधि और फायदे

शरीर में लगातार हो रही अकड़न या कमर दर्द से परेशान हैं तो इन योगासनों को अपनाकर छुटकारा पाएं। यहां जानें इनके बारे में।
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ये 6 योगआसन शरीर से जकड़न दूर करने में हैं मददगार, जानें करने की विधि और फायदे

सर्दियों के समय में शरीर में जकड़न (Stiffness) होना आम बात हो सकती है। सर्दियों में सोकर उठने पर अमूमन लोगों के साथ यह समस्या देखी जाती है, लेकिन अगर गर्मियों में भी आपकी शरीर के किसी हिस्से में जकड़न रहती है तो शायद यह आम बात न होकर किसी समस्या का संकेत भी हो सकती है। हालांकि जकड़न आपके शरीर के किसी भी हिस्से जैसे कमर, पीठ, गर्दन और जोड़ों आदि में हो सकती है। आमतौर पर यह समस्या स्पॉंडिलाइटिस (Spondylitis), रूमेटॉइड अर्थराइटिस (Rheumatiod Arthritis) जैसी समस्याओं के चलते होती है। कई बार सामान्य अवस्था से हटकर आपकी मांसपेशियों में अचानक जकड़न हो जाती है। पानी की कमी के कारण भी ऐसी समस्या होती है। जब आपकी शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है तो मांसपेशियों पर सामान्य से काफी अधिक दबाव पड़ता है, जिस कारण मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है। वहीं स्पॉडिलाइटिस की समस्या से ग्रस्त लोगों को एक ही पोजिशन में लंबे समय तक बैठने और लेटने के कारण भी स्टिफनेस की समस्या होने लगती है। हालांकि मार्केट में जकड़न दूर करने की दवाइयां तो बहुत उपलब्ध हैं, लेकिन वे सिर्फ कुछ ही देर के लिए आपकी जकड़न को ठीक कर सकते हैं। इससे पूरी तरह से निजात पाने के लिए आपको योग का सहारा लेना होगा।

शरीर में लगातार जकड़न बनने पर चिकित्सक भी योग और फीजियोथेरेपी (Physiotheraphy) को अपनाने की सलाह देते हैं। वहीं कुछ लोग व्यायाम गलत तरीके से भी करते हैं या फिर गर्म तापमान में लंबे समय तक व्यायाम करते हैं, इससे भी कई बार मांसपेशियों में जकड़न पैदा हो जाती है। शरीर में ऐसी समस्या होने पर इसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करें। कई बार इसे नजरअंदाज करने पर जकड़न के साथ ही दर्द भी होने लगता है। जिससे राहत पाने के लिए आपको लेजर थेरेपी, पेन किलर्स और सेकाई आदि का सहारा लेना पड़ सकता है। ऐसे में क्यों न कुछ योग आसनों की मदद से इस समस्या का समाधान किया जाए। आइये जानते हैं इसके बारे में। 

bridgepose

1. सेतुबंधासन (Bridge Pose)

इस आसन में आपको अपनी शरीर को पुल के समान आकार देना होता है। इसलिए इसे सेतुबंधासन कहा जाता है। सेतुबंधासन आपकी शरीर के अंगों की जकड़न को मिटाने के लिए बहुत अच्छा आसन है। साथ ही इस आसन को करने से शरीर में फ्लेक्सिबिलिटी भी बरकरार रहती है। यह आसन आपके फेफड़ों, छाती आदि को फैलाने में मदद करता है। खासतौर पर यह कमर दर्द से पीड़ित लोगों के लिए ज्यादा मददगार माना जाता है। यह आसन आपकी पीठ और रीढ़ की मांसपेशियों को सशक्त बनाता है, जिससे मांसपेशियों में अकड़न बनने की संभावनाए भी कम हो जाती हैं। 

करने की विधि 

सबसे पहले रिलैक्स होकर जमीन पर लेट जाएं। अब अपनी टांगों को कूल्हों के पास ले आएं। अब सांस लेते हुए अपने पीठ के नीचे के हिस्से को धीरे धीरे उपर उठाएं, दोनों हाथों को जोड़ लें और पैरों की मजबूती बनाए रखें। इस अवस्था में आपकी छाती उठी हो और टखने सीधे हों। 

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2. कटिचक्रासन (Kati chakrasana)

रीढ़ की हड्डी से संबंधित परेशानियां दूर करने के लिए कटिचक्रासन अहम भूमिका निभाता है। यह आपकी रीढ़ की हड्डी में लचीलापन लाता है और आपको उर्जावान बनाता है। कटिचक्रासन मुख्य तौर पर पीठ, गर्दन और कमर में बनी जकड़न को दूर करता है। यह आसन न सिर्फ शरीर में बनी चर्बी को कम करता है बल्कि शरीर को हल्का भी रखता है। यह आपकी रीढ़ की हड्डी में तनाव लाता है, जिससे जकड़न में हल्कापन आता है। इस अभ्यास को नियमित रूप से करने से पुरानी से पुरानी जकड़न भी फीकी पड़ने लगती है। 

करने की विधि

इस आसन में कमर को दाईं और बाईं ओर मोड़ा जाता है। इसके लिए सीधे खड़े हों और अपने पैरों में कम से कम डेड फुट का अंतराल रखें। दोनों भुजाए कंधे की सीध में रखकर सांस छोड़ते हुए कमर के उपर के हिस्से को बाईं ओर मोड़े। दाएं हाथ को बाएं कंधे पर रखें। इसी प्रक्रिया को दूसरी ओर भी अपनाएं।

plankpose

3. प्लैंक पोज (Plank Pose)

प्लैंक पोज में आपको अपनी शरीर का भार थोड़ी देर होल्ड करकर रखना होता है। लोअर बैक पेन के लिए यह आसन बेहद कारगर माना जाता है। इस आसन के दौरान शरीर लकड़ी की तरह सीधा और सख्त होता है। इससे आपके पेट की मसल्स भी मजबूत होती है। इस अभ्यास को करने से आपकी कमर, पीछ और गर्दन के आसपास की जकड़न दूर होती है। प्लैंक पोज करने से बॉडी सीधी रहती है और आपका बॉडी पोश्चर भी सही बना रहता है। साथ ही रीढ़ की हड्डी की स्थिरता भी बनी रहती है। 

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विधि 

सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। अब अपने दोनों पैरों को पीछे की ओर लेकर जाएं और हाथों और पैर के पंजों के बल अपनी शरीर को उपर की ओर उठाएं। कुछ समय तक शरीर को इसी अवस्था मे बनाकर और होल्ड कर रखें। ध्य़ान रहे कि इस स्थिति में शरीर बिलकुल सीधी होनी चाहिए। 

bhujangasana

4. भुजंगासन (Bhujangasana)

दर्द और जकड़न से राहत पाने के लिए भुजंगासन बेहद कारगर आसन माना जाता है। कमर और पीठ के हिस्सों की जकड़न को मिटाने के लिए चिकित्सकों द्वारा इस आसन को करने की सलाह दी जाती है। फेफड़ों की शुद्धी के लिए भी भुजंगासन काफी मददगार है। भुजंगासन की मुद्रा बनाने से आपकी पीठ और कमर के निचले हिस्से पर काफी तनाव पड़ता है, जो जकड़न कम करने में रामबाण है। यदि आप कमर के दर्द से पीड़ित हैं तो नियमित रूप से भुजंगासन का अभ्यास करें। 

विधि

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं और अपने दोनों हाथों को छाती के नीचे दबा लें। अब कमर के उपर के हिस्से को धीरे धीरे उठाएं और कम से कम 15 से 20 सेकेंड तक होल्ड कर कर रखें। अब उपरे हिस्से को नीचे लाएं और 4 से 5 बार इसे दोहराएं। 

treepose

5. वृक्षआसन (Tree Pose)

वृक्षासन को ट्री पोज के नाम से भी जाना जाता है। वृक्षासन आपके शरीर में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। यह आसन आपके कंधों की अकड़न दूर करने के साथ ही हिप्स और घुटने के दर्द और उनमें हुई जकड़न को भी कम करते हैं। यह आसन आपकी रीढ़ की हड्डी को सीधा बनाए रखने के साथ ही उसकी फ्लैक्सिबिलिटी को भी मजबूत करते हैं। यह आसन आपकी पिंडलियों और पैरों की मांसपेशियों की जकड़न को भी दूर करते हैं। 

करने की विधि

वृक्षासन करने के लिए सबसे पहले पहले सीधे खड़े हो जाएं। इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं और अपने राइट घुटने को मोड़कर अपनी दाईं टांग को बाएं घुटने पर रखें। अब अपने दोनों हाथों को मिलाकर नमस्ते की मुद्रा बनाएं। ऐसे में पैर बिलकुल सीधे होने चाहिए। कम से कम 20 सेकेंड तक यह मुद्रा बनाए रखें। 

6. मेरुदंडआसन (Merudandasana)

मेरुदंडासन आपके कूल्हे और हैमिस्ट्रिंग को फैलाता है और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में भी मदद करता है। यह पीठ की मांसपेशियों की शक्ति को भी बढ़ाता है। पीठ और कमर के आसपास के हिस्सों की जकड़न को कम करने के लिए यह काफी मददगार आसन है। इसे बैलेंसिंग बीयर पोज भी कहा जाता है। 

करने की विधि

इसे करने के लिए रीढ़ की हड्डी को सीधा रखकर दंडासन की मुद्रा में बैठे। अपने हाथों को दोनों पैरों पर रखें। अब आगे झुककर पैरों के अंगूठे को छूएं। अब रीड की हड्डी को सीधे रखते हुए दोनों पैरों को उपर की ओर उठा लें। 

अगर आप भी कमर, गर्दन या फिर पीठ में हो रही जकड़न से परेशान हैं तो इस लेख में दिए गए आसनों को अपने डेली रूटीन मे शामिल करें। निश्चित तौर पर इन आसनों से आपकी शरीर में जकड़न की समस्या दूर होगी। 

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