कोरोनरी अर्टरी डिजीज (सीएडी) धमनियों से जुड़ा यह रोग लोगों में काफी आम है। हृदय के सही रूप से कार्य करने के लिए ऑक्सीजन युक्त ब्लड की निरंतर सप्लाई की आवश्यकता होती है। हृदय को इस ब्लड सप्लाई करने वाली रक्त वाहिकाओं को कोरोनरी धमनियां कहते हैं। यदि ये धमनियां संकरी, ब्लॉक या इनमें रूकावट आती है, तो हृदय में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
धमनियों का ब्लॉक होना या ब्लड सर्कुलेशन में रूकावट आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। यह धमनियों में जमा कोलेस्ट्रॉल और फैटी प्लॉक जमा होने के कारण होता है। इसे एथेरोस्क्लेरोसिस कहा जाता है। यह स्थिति धमनियों को संकरा या संकुचित करके हृदय में रक्त के प्रवाह को बाधित कर सकता है, जिसके कारण दिल को आवश्यक मात्रा में ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं मिलता है और यह हार्ट अटैक का कारण बनता है। आइए यहां हम आपको धमिनयों के ब्लॉक होने के कुछ संकेत बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप इसे समय पर पहचान सकें और तुरंत डाक्टर के पास जांच के लिए जा सकें।
छाती में बार-बार दर्द होना (Angina)
एनजाइना, छाती में बार-बार दर्द होना है, जो कि हृदय में रक्त प्रवाह की कमी के कारण होता है और यह कोरोनरी अर्टरी डिजीज (सीएडी) का एक बहुत ही सामान्य लक्षण है। जिन लोगों को एनजाइना होती है, उनकी छाती में बार-बार दर्द या अचानक दर्द, दबाव, ऐंठन महसूस होती है। इस दर्द को अक्सर जकड़न, दर्द या जलन के रूप में पहचाना जा सकता है। यदि आपकी धमनी अवरुद्ध हो जाती है, तो दर्द शरीर के अन्य हिस्सों जैसे कि हाथ, पीठ, पेट, गर्दन या जबड़े तक पहुंच जाता है। ऐसे में इस तरह का दर्द महसूस करने पर आप तुरंत डॉक्टर से जांच कर सलाह लें, क्योंकि यह हार्ट अटैक का संकेत भी हो सकता है।
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सांस लेने में दिक्कत (Difficulty in breathing)
यदि किसी व्यक्ति की धमनी ब्लॉक होती है, तो उसे सांस लेने में भी कठिनाई होने लगती है। जैसे हो सकता है कि व्यक्ति को छोटी-छोटी सांसे आए और सांस फूलना भी हो सकता है। यदि आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है और बिना चढ़ाई चढ़े ही सांस फूलने लगे, तो यह धमनियों में रूकावट या धमनी के ब्लॉक होने का संकेत हो सकता है। क्योंकि जब आपके दिल को र्प्याप्त खून नहीं मिल पाता, तो इस कारण फेफड़ों में तरल पदार्थ का निर्माण होता है।
जी मिचलाना (Nausea)
कोरोनरी अर्टरी डिजीज के लक्षणों में मतली भी संकेत है, जो इशारा करता है कि शायद धमनियों में रूकावट पैदा हो रही है। वैसे यह कोरोनरी धमनी रोग का सामान्य लक्षण नहीं है। लेकिन कुछ लोगों में मतली के साथ, पेट में दर्द और उल्टी जैसी अन्य गैस्ट्रोइन्टेराइटिस या जठरांत्र समसयाएं, पाचन तंत्र के संक्रमण और सूजन संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
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सिर चकराना या चक्कर आना (Dizziness)
धमनी अवरुद्ध होने के कारण ऑक्सीजन युक्त खून मस्तिष्क तक नहीं पहुंचता है, तो जिसक कारण चक्कर आना या सिर चकराने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यदि आप अपने आपको बहुत थका, सिर चकराना, बेहोशी जैसा महसूस करते हैं, दवा लेने पर भी आपको फर्क महसूस नहीं होता, तो एक बार डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं। क्योंकि सावधानी ही बचाव है और यह आपके जीवन का सवाल है।
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अनियमित दिल की धड़कन (Irregular Heartbeat)
हृदय में र्प्याप्त रूप से खून न पहुंच पाने के कारण और धमनियों में रूकावट पैदा होने के कारण दिल की धड़कने बढ़ जाती हैं और आपका दिल जोर-जोर से धड़कने लगता है। क्योंकि जब हृदय में रक्त प्रवाह कम होता है, तो दिल तेजी से धडंकना शुरू कर देता है। ठीक उसी प्रकार जैसे कि अचानक आप कुछ डारवना देख लेते हैं और आपकी धड़कने बढ़ जाती हैं। असामान्य और अनियमित दिल की धड़कन धमिनयों के ब्लॉक होने का संकेत हो सकती हैं। जब धड़कने तेज हो जाती है, तो आप चक्कर आना या सीने में दर्द भी महसूस कर सकते हैं।
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