महिलाओं में प्रजनन क्षमता को बढ़ाती हैं ये 4 एक्‍सरसाइज, बॉडी को भी मिलती है परफेक्‍ट शेप

वर्कआउट न सिर्फ पुरुषों के लिए है बल्कि महिलाओं के लिए ये ज्‍यादा जरूरी होता है। रोजाना एक्‍सरसाइज महिलाओं में प्रजनन झमता के स्‍तर में सुधार के अलावा शारीरिक और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए जरूरी होता है। यहां हम आपको 4 ऐसे व्‍यायाम के बारे में बता रहे हैं जो प्रत्‍येक महिलाओं के लिए जरूरी है। 
  • SHARE
  • FOLLOW
महिलाओं में प्रजनन क्षमता को बढ़ाती हैं ये 4 एक्‍सरसाइज, बॉडी को भी मिलती है परफेक्‍ट शेप

जो महिलाएं सुस्‍त जीवन शैली का नेतृत्व करती हैं, उन्हें गर्भधारण करने में कठिनाई होती है। एक स्वस्थ शरीर बनाए रखने के लिए संतुलित आहार और सही व्‍यायाम की जरूरत होती है जो आवश्यक प्रजनन स्तर बनाए रखने में मदद करती है। शरीर में वसा का बढ़ना इंसुलिन प्रतिरोध का कारण है जो हार्मोंस को अपनी जगह से बाहर फेंक देता है। यह सब गर्भपात, समय से पहले जन्‍म और ओवुलेटरी डिसफंक्‍शन के जोखिम को बढ़ाता है। इसलिए लड़कियों और महिलाओं को भी एक्‍सरसाइज करने की सलाह दी जाती है। वर्कआउट न सिर्फ पुरुषों के लिए है बल्कि महिलाओं के लिए ये ज्‍यादा जरूरी होता है। रोजाना एक्‍सरसाइज महिलाओं में प्रजनन झमता के स्‍तर में सुधार के अलावा शारीरिक और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए जरूरी होता है। यहां हम आपको 4 ऐसे व्‍यायाम के बारे में बता रहे हैं जो प्रत्‍येक महिलाओं के लिए जरूरी है। 

 

कार्डियो: 

अपने दिल की धड़कन को बढ़ाकर, कार्डियो वर्कआउट जैसे दौड़ना, जॉगिंग, और चलना आपको पसीना बहाने में मदद करता है जो रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और आपके प्रजनन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। आप हर दिन 30 मिनट के कार्डियो सेशन के लिए घर के बाहर पार्क में जा सकते हैं। शुरुआती दिनों में हल्की तीव्रता के साथ शुरू करें और धीरे-धीरे अपने तरीके से काम करें क्योंकि आपकी सहनशक्ति और धैर्य में सुधार होता है। कॉर्डियो करने से पहले स्‍ट्रेचिंग करना न भूलें। यह जरूरी है। 

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग: 

वेट को कम करने और बढ़ाने के लिए, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का उपयोग किया जाता है। यह मांसपेशियों की वृद्धि का एक शानदार तरीका है जो आपके शरीर को उचित रूप में बेहतर बनाने में मदद कर सकता है, जिससे आपके शरीर की सहनशक्ति और शक्ति में सुधार होता है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद करती है, जिससे आपके हार्मोन भटकने से बचते हैं। स्‍ट्रेंथ ट्रेनिंग में जरूरी है कि आप इसे सही तरीके से करें। सप्‍ताह में कम से कम 3 से 4 दिन स्‍ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्‍सरसाइज करें। इसे कभी ज्‍यादा न करें इससे शरीर पर विपरीत प्रभाव पड़ने लगता है। 

इसे भी पढ़ें: विराट कोहली का फिटनेस सीक्रेट है वेगन डाइट, जानें क्‍या है ये और इसके फायदे

स्ट्रेचिंग: 

किसी भी वर्कआउट से पहले और बाद में स्ट्रेचिंग अच्छी तरह से करना जरूरी होता है। इससे चोट लगने की संभावना कम हो जाती है। स्‍ट्रेचिंग से ऑक्‍सीजन आपकी मांसपेशियों में अच्‍छी तरह से पहुंचता है। यह आपकी मांसपेशियों को विशिष्ट प्राकृतिक रासायनिक गुणों को जारी करने में सक्षम बनाता है जो मांसपेशियों के दर्द में योगदान करते हैं। स्ट्रेचिंग आपके लिए शरीर की गति और लचीलेपन में सुधार लाएगा यदि आप गर्भवती हैं तो प्रसव के दौरान बहुत मदद मिलेगी। रोजाना सही तरीके से स्ट्रेचिंग करने से आपके शरीर के शेप में सुधार होगा और गर्भावस्था के दौरान पेल्विक एरिया के जोखिम को कम किया जा सकेगा। 

इसे भी पढ़ें: 18 साल की उम्र के बाद कैसे बढ़ाएं हाइट, जानें ये 5 डाइट और फिटनेस टिप्‍स

पिलेट्स और योग: 

आपकी कोर मांसपेशियों की स्‍ट्रेंथ के लिए यह अच्‍छी एक्‍सरसाइज है। योग और पाइलेट्स दोनों आपके रक्त प्रवाह और आपकी कोर मांसपेशियों की संरचना को बढ़ाने में मदद करेंगे। योग प्रजनन क्षमता और पॉली सिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (पीसीओएस) को सुधारने में बहुत प्रभावी साबित हुआ है। यह आपके हार्मोन संतुलन को बहाल करने में मदद करता है, पेल्विक यानी श्रोणि क्षेत्र में आपके रक्त के प्रवाह में सुधार करता है, तनाव को कम करने में मदद करता है, और आपके जीवन स्‍तर में सुधार करता है। यह सब प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद करता है। आयंगर योग आपके प्रजनन स्तर को सुधारने के लिए जाना जाता है। यह एक प्रकार का योग है जिसे यह सुनिश्चित करने के लिए विकसित किया गया है कि सभी व्यक्ति जिनमें चिकित्सा संबंधी जटिलताएँ और दर्द हैं, उनकी समस्‍याओं को दूर किया जा सके। 

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles On Fitness In Hindi

Read Next

पैरों की ये 4 एक्सरसाइज दिमाग के लिए हैं फायदेमंद, स्ट्रेस से मिलेगा छुटकारा

Disclaimer