
Testicular Cancer Symptoms in Hindi: कैंसर एक घातक बीमारी है और जो शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है। कैंसर की बीमारी के प्रति जागरूकता की कमी के कारण ज्यादातर लोग इसे शुरुआती स्टेज में समझ नहीं पाते हैं। असंतुलित खानपान और खराब जीवनशैली और स्मोकिंग अदि की वजह से लोगों में कैंसर का खतरा बढ़ा है। पुरुषों के प्राइवेट पार्ट्स में होने वाले कैंसर को अंडकोष का कैंसर या टेस्टिकुलर कैंसर (Testicular Cancer in Hindi) कहा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक टेस्टिकुलर कैंसर ज्यादातर 15 साल से 35 साल की उम्र के पुरुषों में देखने को मिलता है, हालांकि इसके अलावा किसी भी उम्र में यह कैंसर हो सकता है। टेस्टिकुलर कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानकर सही समय पर जांच और इलाज होने से मरीज को गंभीर नुकसान से बचाया जा सकता है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं टेस्टिकुलर कैंसर के शुरुआती लक्षण और बचाव।
टेस्टिकुलर कैंसर के शुरुआती लक्षण- Early Symptoms Of Testicular Cancer in Hindi
टेस्टिकुलर कैंसर की टेस्टिस या अंडकोष में होते हैं। अंडकोष पुरुषों के शरीर का एक अंग है, जो हॉर्मोन और स्पर्म प्रोडक्शन का काम करता है। एससीपीएम हॉस्पिटल के कैंसर विशेषज्ञ डॉ सुदीप कहते हैं कि अंडकोष में कैंसर की शुरुआत गांठ बनना, सूजन और दर्द जैसी समस्याएं होती हैं। शुरुआती स्टेज के लक्षणों को पहचानकर सही समय पर डॉक्टर की सलाह लेने से आप गंभीर रूप से इस बीमारी का शिकार होने से बच सकते हैं।
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टेस्टिकुलर कैंसर की शुरुआत में दिखने वाले प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-
1. टेस्टिस या अंडकोष के आकार में बदलाव
2. अंडकोष में लगातार दर्द
3. पीठ और पेट के निचले हिस्से में दर्द होना
4. अंडकोष में लिक्विड बनना
5. टेस्टिस या अंडकोष का सिकुड़ना
6. टेस्टिस में सूजन होना
7. अंडकोष के आसपास की स्किन ज्यादा सॉफ्ट होना
टेस्टिकुलर कैंसर से बचाव के टिप्स- Testicular Cancer Prevention Tips in Hindi
टेस्टिकुलर कैंसर के लक्षण दिखते ही आपको सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। सही समय पर जांच और इलाज मिलने से आप गंभीर रूप से इस बीमारी का शिकार होने से बच सकते हैं। इसके अलावा टेस्टिकुलर कैंसर से बचाव के लिए खानपान और जीवनशैली का विशेष ध्यान देना चाहिए। अंडकोष या वृषण पर किसी भी तरह की चोट लगने पर इसे नजरअंदाज न करें, इस स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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टेस्टिकुलर कैंसर ज्यादातर कम उम्र के लोगों में ही देखा जाता है। एचआईवी की समस्या या टेस्टिस से जुड़ी किसी बीमारी का शिकार होने पर समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराते रहें। एक्टिव जीवनशैली और हेल्दी डाइट का सेवन करें और स्मोकिंग व शराब के सेवन से बचें।
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