कॉलेज स्‍टूडेंट्स के लिए मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य बढ़ाने के दस प्रभावकारी उपाय

कॉलेज नये जीवन की शुरुआत का पहला कदम होता है। और इस दौरान कई नये सपने और चुनौतियों से होता है आपका सामना। ऐसे में जरूरी है कि आप मानसिक रूप से स्‍वस्‍थ रहें, ताकि इन चुनौतियों का डटकर कर सकें सामना।
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कॉलेज स्‍टूडेंट्स के लिए मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य बढ़ाने के दस प्रभावकारी उपाय

कहते हैं दिमाग फिट तो आप फिट। तो मानसिक रूप से स्‍वयं को फिट बनाये रखना कॉलेज स्‍टूडेंट्स की नयी चुनौती है। आइए जानें कैसे आप इस मुश्किल काम को आसान बना सकते हैं।

 

tips for mental fitnessकॉलेज के पहले कदम के साथ ही युवा आंखों में कई सपने पलने लगते हैं। सपने पढ़ाई में सबसे आगे रहने के, सपने एक शानदार कॅरियर के, सपने दोस्‍तों के साथ मौज-मस्‍ती करने के और कुछ सपने किसी अपने के साथ खूबसूरत लम्‍हात गुजारने के। और सपनों की इसी दौड़ में कई बार कदम लड़खड़ाने लगते हैं, हिम्‍मत टूटने लगती है, रास्‍ते साथ छोड़ने लगते हैं और दिमाग की बत्ती बुझने लगती है। यह उम्र ही ऐसी होती है। और अगर इस उम्र में किसी ने अपना खयाल नहीं रखा, तो उसके लिए आगे का जीवन काफी मुश्किल हो सकता है। तो, आइए जानें कॉलेज जाने वाले छात्र अपने मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को कैसे मजबूत रख सकते हैं, ताकि वे जीवन की चुनौतियों का बेहतर ढंग से सामना कर सकें।

लगातार नया सीखते रहें

अपना सम्‍मान करना सीखें। कभी-कभी आत्‍म आलोचना ठीक है, लेकिन यह सीमा से अधिक हो जाए, तो आत्‍म-विश्‍वास डिगा सकती है। अपने पसंदीदा कामों के लिए वक्‍त निकालें। अपना ज्ञान बढ़ाने का लगातार प्रयास करते रहें। दिमागी कसरत जैसे क्रॉसवर्ड, पहेलियां आदि काफी मददगार होती हैं। इसके साथ ही नृत्‍य, संगीत आदि सीखें। और कुछ नहीं तो दूसरी भाषा सीखने के लिए ही वक्‍त निकालें।

 

अपने शरीर का ध्‍यान रखें

याद रखिए, एक स्‍वस्‍थ शरीर में ही स्‍वस्‍थ मन का वास होता है। शारीरिक रूप से फिट रहकर आप अपने मस्तिष्‍क की क्षमता में भी इजाफा कर सकते हैं। अगर आप शरीर स्‍वस्‍थ नहीं है, तो आप मानसिक रूप से भी  पूरी तरह स्‍वस्‍थ नहीं हो सकते। सेहतमंद रहने के लिए आपको -

  • स्‍वस्‍थ भोजन करना चाहिए
  • धूम्रपान से दूर रहना चाहिए
  • खूब पानी पीना चाहिए
  • शारीरिक व्‍यायाम करना चाहिए।
  • पूरी नींद लेनी चाहिए। कई शोध इस ओर इशारा कर चुके हैं कि कम सोना कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों में तनाव की बड़ी वजह है।

 

अच्‍छे और सकारात्‍मक लोगों के साथ रहें

वे लोग जो अपने परिवार और दोस्‍तों के साथ मैत्रीपूर्ण व्‍यवहार करते हैं, वे उन लोगों की अपेक्षा अधिक स्‍वस्‍थ होते हैं, जो सामाजिक रूप से कम सक्रिय होते हैं। दोस्‍तों और परिवारजन के साथ कोई प्‍लान बनायें। कहीं घूमने जाएं। आप किसी सांस्‍कृतिक क्‍लब की सदस्‍यता भी ले सकते हैं, जहां आपको नए लोगों से मिलने का मौका मिले।

दूसरों की मदद करें

अपना समय और ऊर्जा दूसरों की मदद में लगाएं। इससे आपको काफी खुशी मिलेगी। किसी जरूरतमंद की मदद करना आपको काफी खुशी देता है और खुश इनसान मानसिक और शारीरिक रूप से अधिक स्‍वस्‍थ होता है। इसी बहाने आपको नये-नये विचारों वाले लोगों से रू-ब-रू होने का मौका मिलता है।

 

तनाव प्रबंधन सीखें

आप चाहें या न चाहें, तनाव हमारी जिंदगी का हिस्‍सा बन चुका है। अब इससे बच नहीं सकते, लेकिन इसका प्रबंधन आपकी कार्यक्षमता में इजाफा ही करता है। इससे निपटने के लिए आप ताई ची, योग, व्‍यायाम, बाग में टहलना, अपने पालतू जानवर के साथ खेलना और डायरी लिखना, जैसे उपाय आजमा सकते हैं। और याद रखें मुस्‍कुराहट से बड़ा हथियार कोई नहीं। जिंदगी के सकारात्‍मक पहलुओं को जरूर देखें। शोध दिखाते हैं कि हंसना आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, दर्द को कम करता है और आपके शरीर को रिलैक्‍स कर आपको तनावमुक्‍त बनाने में मदद करता है।

 

शांत रहें

ध्‍यान और योग आपको मानसिक रूप से शांत रखने में मदद करता है। इससे आपकी एकाग्रता बढ़ती और मानसिक रूप से शांत रहते हैं। इसके साथ ही आप प्रार्थनाओं का सहारा भी ले सकते हैं। शोध बताते हैं कि प्रार्थना तनाव दूर करने में मददगार होती है। इससे जीवन के प्रति आपका रवैया भी सकारात्‍मक होता है।

 

व्‍यावहारिक लक्ष्‍य बनायें

अपने शैक्षिक, व्‍यावसायिक और निजी लक्ष्‍य तय करें। और साथ ही यह भी लिखकर रखें कि आखिर आपको उन तक पहुंचने के लिए किन चरणों से गुजरना होगा। इन लक्ष्‍यों और चरणों को व्‍यावहारिक ही रखें। हवाई लक्ष्‍य आपको मानसिक रूप से परेशान ही करेगा। और अगर आप व्‍यावहारिक लक्ष्‍य बनाते हैं तो आपके लिए उसे बेहतर तरीके से हासिल कर पाएंगे।

 

लीक तोड़ने का प्रयास करें

हालांकि, किसी नियम से चलना हमें अधिक कुशल बनाता है और इससे हमें सुरक्षा का अहसास होता है। इसमें जरा सा भी बदलाव हमें थका सकता है। लेकिन, एक ही नियम पर चलते रहना कई बार बोर हो जाता है। आप अपना जॉगिंग रूटीन बदल सकते हैं, किसी रोड ट्रिप पर जा सकते हैं, घूमने के लिए किसी दूसरे पार्क में जा सकते हैं, घर की दीवारों पर नयी तस्‍वीरें टांग सकते हैं। इन सब चीजों से आपको कुछ नया अहसास होगा। यह अहसास आपको जीवंत बनाये रखता है।


शराब और ड्रग्‍स से दूर रहें

शराब और ड्रग्‍स से दूरी ही आपके लिए बेहतर है। कई बार लोग शराब और ड्रग्‍स का सहारा अपने गमों को भुलाने के लिए करते हैं। लेकिन, वास्‍तविकता यह है कि इससे आप अपने लिए मुश्किलें बढ़ाने का काम करते हैं।

जब जरूरत हो तो मदद लें

किसी से मदद लेना आपकी कमजोरी नहीं, बल्कि हिम्‍मत को दिखाता है। और आपको कभी आपको चिकित्‍सीय सहायता की जरूरत हो, तो इसमें झिझकें नहीं। सही देखभाल और इलाज से मानसिक रोग और तनाव से मुक्ति पायी जा सकती है।

यह तो चुनौतियों की शुरुआत भर है। जीवन में आगे कई कठिन पड़ाव आ सकते हैं। जरूरत उनसे घबराने की नहीं, बल्कि उनका सामना करने की है। याद रखिये इतिहास वही बनाते हैं, जो मुश्किलों से घबराकर घर नहीं बैठते, बल्कि साहस से उनका सामना कर मुश्किलों को वापस लौटने पर मजबूर कर देते हैं। ये सब उपाय आपको जीवन के किसी भी मोड़ पर काम आ सकते हैं। तो घबराइये नहीं और लगातार आगे बढ़ते रहिये।

 

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