अगर बेटी बताए अपने क्रश या ब्‍वॉयफ्रेंड के बारे में तो डांटने के बजाएं दें ये जरूरी सलाह

बच्‍चे कब बड़े हो जाते हैं ये पता ही नहीं चलता, देखते-देखते उनका बचपन कब जवानी की दहलीज पर पहुंच जाता है ये पेरेंट्स के लिए भी एक सपने जैसा होता है। उम्र के इस पड़ाव में उनके हार्मोंस से लेकर उनकी सोच और भावनाएं भी बदलती हैं। ये वो दहलीज होती है जब न तो वे बच्‍चे होते हैं और न ही उन्‍हें वयस्‍क कहा जा सकता है। ऐसे में उनकी देखभाल की चुनौती भी बढ़ जाती है। 
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अगर बेटी बताए अपने क्रश या ब्‍वॉयफ्रेंड के बारे में तो डांटने के बजाएं दें ये जरूरी सलाह

बच्‍चे कब बड़े हो जाते हैं ये पता ही नहीं चलता, देखते-देखते उनका बचपन कब जवानी की दहलीज पर पहुंच जाता है ये पेरेंट्स के लिए भी एक सपने जैसा होता है। उम्र के इस पड़ाव में उनके हार्मोंस से लेकर उनकी सोच और भावनाएं भी बदलती हैं। ये वो दहलीज होती है जब न तो वे बच्‍चे होते हैं और न ही उन्‍हें वयस्‍क कहा जा सकता है। ऐसे में उनकी देखभाल की चुनौती भी बढ़ जाती है। खासकर, जब आपकी बेटी आप से कहे कि वह किसी लड़के से प्रेम करने लगी है तो आपके लिए ये बात सामान्‍य बिल्‍कुल भी नहीं होगी। इस स्थिति में शायद, आपको ये अनुभूति होती है कि बेटी बड़ी हो रही है।

ऐसे में आप क्‍या करेंगी? शायद आप गुस्‍सा हों और बेटी की भावनाओं को समझने के बजाए उसे डांटकर ऐसी हरकत के लिए सजा देने की बात कहें, लेकिन आपको ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहिए। अगर इस प्रकार कि स्थिति का सामना करना पड़े तो आपको समझदारी से काम लेना चाहिए। यहां हम आपको कुछ टिप्‍स बता रहे हैं जो आपको अपने बच्‍चों को समझने में मदद मिलेगी। 

 

समझने की कोशिश करें

सच तो यह है कि अगर वह आश्वस्त होकर आपसे बात करने आयी है तो इसका मतलब यही है कि वह आप पर भरोसा करती है। आपने अपने बच्चे के साथ एक अच्छा रिश्ता बनाया है। अब,उसे समझने की कोशिश करें और उसकी बात ध्यान से सुनें। यह उसके लिए एक बहुत बड़ी बात है,इसलिए आपको उसके साथ एक ऐसे तरीके से व्यवहार करने की जरूरत है जहां उसे महसूस हो कि आप उसे समझने की कोशिश कर रही हैं।

उसकी हरकतों पर ध्यान दें

उसका यह पहला प्यार एक साधारण और नुकसानरहित क्रश हो सकता है, या केवल एक मोह। आपकी बेटी निश्चित रूप से अभी फ़र्क नहीं बता सकती इसलिए आप लक्षणों पर ध्यान दें। उसके लड़के के बारे में कोई सवाल पूछे जाने पर वह कैसे व्यवहार करती है, क्या बात कुछ गंभीर लग रही है? एक बार अगर आपको यह समझ आ गया कि, आपकी बेटी कैसी स्थिति में तो, आपके लिए भी इस नई भावना को सम्भालने में आसानी होगी।

बेटी की मदद करें 

उसकी भावनाओं को अनदेखा न करें। आप समझदार हैं यह जानती हैं कि उसे बार-बार इस तरह का सम्मोहन हो सकता है। उसे बताएं कि यह एक प्राकृतिक भावना है और उसे समझाएं कि वह भावनात्मक रुप से बड़ी हो रही है।

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सीमाएं तय करें

भले ही आपके बच्चे की उम्र कुछ भी हो, सीमाओं और हदों के बारे में बात करने में कभी देर नहीं होती। आजकल 7-8 साल के बच्चे भी किसी से सम्मोहित हो जाते हैं। अपने बच्चे को बताएं कि किसी पर क्रश होना आम बात है लेकिन उसकी उम्र के आधार पर यह नुकसानदायक हो भी सकता है और नहीं भी। इसलिए उसे समझाएं कि ऐसे मामलों की सीमा क्या होती है।

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दिल टूटे तो दें साथ 

अक्सर पहला क्रश या सम्मोहन दिल तोड़नेवाला होता है। यह आपकी ज़िम्मेदारी बनती है कि आपके बच्चे के टूटे हुए दिल और भावनाओं का ध्यान रखें। उन्हें सांत्वना दें  और समझाएं है कि क्रश प्यार नहीं होता है और यह कुछ समय तक महसूस होनेवाली एक भावना  है। आपके बच्चे को अच्छा महसूस करने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन कुछ दिनों बाद उन्हें बेहतर महसूस होने लगेगा।

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