अक्सर हम किताबें तो खरीद लेते हैं लेकिन उन्हें पढ़ने के लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है। और अगर जैसे तैसे समय निकल भी जाए तो कभी मोबाइल तो कभी घर के कामों में हम इतना उलझ जाते हैं कि वह समय कब खो जाता है पता ही नहीं चलता। ऐसे में आप फिर किताबों को छोड़कर भी बाकी कामों में लग जाते हैं। ऐसे में जिन लोगों को किताब पढ़ने का शौक है उन्हें इस तरह की बाधाएं परेशान कर सकती हैं। साथ ही तनाव में भी डाल सकती हैं। इस लेख के माध्यम से हम आपको कुछ ऐसे सुझाव के बारे में बताएंगे जो आप के मददगार साबित हो सकते हैं। पढ़ते हैं आगे।
पढ़ने से पहले थोड़े धैर्य की जरूरत
अगर शुरुआत में ही किताब को पढ़ने में मजा आए या वह रोचक लगे तो वे पाठकों के मन को बांध लेती है। ऐसे में रीडर्स ऐसे किताबों को पढ़ने के बाद उसे छोड़ना नहीं चाहता। उदाहरण के तौर पर निर्मल वर्मा का उपन्यास अंतिम अरण्य हो या श्रीलाल शुक्ल का व्यंग्यात्मक उपन्यास राग दरबारी, इतने बेहतरीन और रोचक उपन्यास है जिन्हें पूरा पढ़ने के लिए व्यक्ति विवश हो जाता है। यह दोनों बेहद रोचक होने के साथ-साथ एक गंभीर किस्म की रचनाएं भी हैं। ऐसे में इन्हें पढ़ने से पहले थोड़े धैर्य का होना जरूरी है। शुरुआत में धीरे-धीरे पढ़ें फिर आपको दिलचस्पी आनी शुरू हो जाएगी।
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व्यस्तता के कारण समय निकाल पाना है मुश्किल
अगर आप घर के कामों में या बच्चों में बिजी रहते हैं और अपने पढ़ने की शौक को पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो आप छोटी कहानियों से शुरुआत करें। इसके अलावा यदि आपके अंदर पढ़ने का शौक अभी जाग्रत हुआ है तो भी आप कहानियों से शुरुआत कर सकते हैं। ऐसे में आपका पढ़ने का शौक भी पूरा होगा और आप अपने काम को भी समय दे पाएंगे।
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अपनी किताबों को रखें अपने साथ
आप कहीं भी जाएं, अपने साथ ही किताब जरूर रखें। जब भी मौका मिले तो उसे पढ़ना शुरू कर दें। अपनी सुविधा के अनुसार जहां तक पढ़ पाएं वहां तक पढ़ें। उसके बाद बुकमार्क लगाना ना भूलें। इससे ना केवल आप अपने खाली समय का सदुपयोग कर पाएंगे बल्कि आप अपने शौक को भी पूरा कर सकती हैं।
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जानें पढ़ने के फायदे
पढ़ने से हमारे मस्तिष्क की एक्सरसाइज होती है। इस बात का खुलासा एक शोध में भी किया गया है। फ्रांस के मिलान यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध के अनुसार, पढ़ने से मस्तिष्क की एक्सरसाइज होती है। इससे न केवल रक्त संचार तेजी से होता है बल्कि मस्तिष्क की कार्य प्रणाली भी सुचारू रूप से काम करती है। अगर आपको आंखों की दिक्कत है तो आप ऑडियोबुक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आजकल कई ऐप्स ऐसे हैं जहां आपको ऑडियोबुक्स के विकल्प मिल जाएंगे। ऐसा करने से दिमाग के हिस्से की सक्रियता बढ़ती है। ये भावनाओं और अनुभवों को सुरक्षित रखने के भी काम आती है। इन फायदों को पाने के लिए आज ही पढ़ने की आदत को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
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