शरीर में समय के साथ कई बदलाव आते हैं। हमारी पुरानी कोशिकाओं के खराब होने या नष्ट होने पर नई कोशिकाओं का बनना सामान्य बात है। लेकिन कई बार शरीर को नई कोशिकाओं की जरूरत नहीं होती फिर भी कोशिकाएं विभाजित होती रहती हैं। त्वचा की कोशिकाओं में यही असामान्य बढ़ोत्तरी त्वचा का कैंसर कहलाता है। त्वचा के कैंसर का खतरा उन अंगों को ज्यादा होता है जो धूप के सीधे संपर्क में आते हैं। कई लोग मानते हैं कि स्किन कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा गोरे लोगों को होता है लेकिन ये बात गलत है। वास्तव में स्किन कैंसर किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। सामान्य रूप से जो भी व्यक्ति धूप में ज्यादा समय बिताते हैं, धूप में जिनकी त्वचा पर झाइयां पड़ जाती हैं या जिनके शरीर में मस्से ज्यादा होते हैं, उन लोगों को स्किन कैंसर का खतरा हो सकता है। इसे अलावा ये ऐसे व्यक्ति को भी हो सकता है जिसके परिवार में पहले से स्किन कैंसर रहा हो, यानि ये रोग अनुवांशिक कारणों से भी हो सकता है।
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स्किन कैंसर के प्रकार
स्किन कैंसर तीन प्रकार के होते हैं। पहला है बेसल सेल कार्सिनोमा। इस तरह के कैंसर से त्वचा के निचली पर्त की कोशिकाएं प्रभावित होती हैं। ये शरीर के दूसरे अंगों में सामान्यतः नहीं फैलता है। इसके होने का खतरा सबसे ज्यादा उस हिस्से को होता है जो हिस्सा धूप में ज्यादा देर तक खुला रहता है। दूसरा है स्क्वैमश सेल कार्सिनोमा। इस प्रकार का कैंसर त्वचा के ऊपरी पर्त की कोशिकाओं के प्रभावित होने से होता है। ये शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैलता जाता है इसलिए इसका समय पर इलाज जरूरी है। तीसरा है, मेलानोमा। ये स्किन कैंसर का सबसे भयावह रूप है। इससे त्वचा की वो कोशिकाएं प्रभावित होती हैं जो त्वचा को रंग देती हैं। ये सबसे तेजी से फैलने वाला स्किन कैंसर है और इसके होने पर त्वचा बहुत ज्यादा बदसूरत नजर आने लगती है इसलिए इसका तत्काल इलाज जरूरी है।
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स्किन कैंसर का लक्षण
- धूप में जाने पर या त्वचा पर जलन, खुजली और लाली आ जाना।
- माथे, गाल, गर्दन और आंखों के आसपास की त्वचा पर लाली छाना और उसमें खूब जलन होना।
- किसी बर्थ मार्क जैसे तिल या किसी निशान के आसपास की त्वचा पर अचानक से परिवर्तन आना और उसमें लाली आना या जलन होना।
- बार-बार एक्जीमा होना और धीरे-धीरे फैलते जाना भी स्किन कैंसर का लक्षण हो सकता है।
- त्वचा पर चार हफ्तों से ज्यादा समय तक धब्बे हों तो ये भी त्वचा का कैंसर हो सकता है।
इनमें से किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है क्योंकि स्किन कैंसर बढ़ जाने पर त्वचा की रंगत पर असर पड़ता है और धीरे-धीरे फैलकर ये रोग पूरे शरीर को बदसूरत बना सकता है।
बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- सूरज की हानिकारक किरणों से बचने के लिए पूरे शरीर को ढक कर रखें।
- गर्मी के मौसम में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक धूप में रहना स्किन के लिए अच्छा नहीं है।
- सर्दियों के मौसम में दिन के 11 बजे के बाद धूप में आधे घंटे से ज्यादा नहीं रुकना चाहिए।
- किसी भी मौसम में धूप में बाहर निकलने से पहले त्वचा पर सनस्क्रीन लगाना जरूरी है।
- त्वचा संबंधी किसी भी रोग के एक हफ्ते तक न ठीक होने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
- स्किन को हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त पानी पीते रहें और खूब फल और सब्जियां खाएं।
- त्वचा को समय-समय पर मॉश्चराइज करते रहें।
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