
ऐसा तो सभी जानते हैं कि खराब खान-पान या खाने में बरती हुई लापरवाही से मोटापा तक हो सकता है। जिससे बीमारी का होना भी जायज है। लेकिन अचानक से शरीर का फूलना और बढ़ता हुआ वजन ओवेरियन कैंसर (weight gain and ovarian cancer) का भी संकेत हो सकता है। गायनेकोलॉजिस्ट डॉ, गौरी अग्रवाल के अनुसार, "ओवेरी या अंडाशय का कैंसर तब शुरू होता है जब, फैलोपियन ट्यूब में कोशिकाएं अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती हैं और शरीर के अंदर फ़ैल जाती हैं। लेकिन जब तक इसका पता चलता है तब तक इसका इलाज भी कठिन होता है या नामुमकिन होता है। विशेषज्ञों के अनुसार केवल कुछ प्रतिशत ही लोगों को समय पर इसका पता चल पाता है। बाकियों को तो इसके लक्षण तक का भी पता नहीं चल पाता।" तो चलिए आज के इस खास लेख के जरिये हम आपको ओवेरियन कैंसर से जुड़ी कुछ खास जानकारी देंगे। जो आपके बहुत काम आएंगी।
ओवेरियन कैंसर के लक्षण (Ovarian Cancer Symptoms)
अक्सर अनियमित अंदाज में शरीर के कुछ अंगों में सूजन या मोटापा हो तो उसका दोष सिर्फ खान-पान को नहीं दे सकते। हालांकि शरीर के अंदर कई तरह की ऐसी प्रतिक्रियाएं चलती रहती हैं, जिसे समझ पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होता है। ओवेरियन कैंसर उसी में से एक है। आपको सबसे पहले इसके लक्षणों के बारे में जानना जरूरी है। जो इस तरह के हो सकते हैं।
- पेट या नाभि के निचले हिस्से में यदि दर्द हो तो अनदेखी ना करें
- आपको सोने में दिक्कत हो रही है तो ये भी एक लक्षण है
- बार-बार पेशाब लगना (Urination)
- भूख कम लगना या थोड़ा सा खाने के बाद पेट भरा लगना
- पीरियड्स में दिक्कतें (Irregular Periods)
- पाचन में कठिनाई और अक्सर पेट खराब रहना
ओवेरियन कैंसर और वजन बढ़ना (Ovarian Cancer and Weight Gain)
शरीर का वजन कई बीमारियों की वजह से बढ़ता है। ओवेरियन कैंसर भी इसी तरह की बिमारी का हिस्सा है। वजन बढ़ने के साथ-साथ पेट फूलने यानी ब्लोटिंग (Bloating & swelling) का होना आम है। ये भी ओवेरियन कैंसर का ही एक अन्य लक्षण है। लेकिन महिलाएं अक्सर इन्हें उम्र के साथ बढ़ने वाले वजन के रूप में देखती हैं और असल समस्या को ध्यान नहीं करती हैं।
ओवेरियन कैंसर का इलाज (Ovarian Cancer Treatment)
ओवेरियन कैंसर का इलाज समय पर किया जाए तो इसे गंभीर परिस्थितियों या मृत्यु का खतरा बहुत कम हो जाता है। आपको जैसे ही ऊपर बताए गए लक्षण दिखें, आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर जांच करने के बाद आपको सही सलाह और इलाज देंगे। आमतौर पर इसके उपचार के लिए कीमोथेरेपी और हार्मोन थेरेपी(chemo and hormone therapy) दी सकती हैं। हालांकि कुछ ओवेरियन कैंसर के उपचार भी आपके मेटाबॉलिज्म को धीमा कर सकते हैं।
कम शारीरिक गतिविधि (Low Activity)
कैंसर के दौरान मिलने वाली थेरेपी के कारण आपके शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है। जिससे आप आसानी से थक भी जाती हैं। जिससे वजन बढ़ना भी स्वाभाविक हो जाता है।
आहार में बदलाव (Due To Chemotherapy)
कैंसर के दौरान की गयी कीमोथेरेपी के चलते क्रेविंग बढ़ जाती है। उसकी वजह से आप मीठा, ब्रेड या मैदा से बनी चीजों का सेवन ज्यादा करती हैं। यह भी एक बड़ी वजह है वेट गेन की। दरअसल भरे हुए पेट में जी मिचलाने (Nausea) की समस्या कम महसूस होती है। इस वजह से भी बार-बार खाने की इच्छा होती है।
थेरेपी से वजन बढ़ने का कनेक्शन
ओवेरियन कैंसर (ovarian cancer) के दौरान कीमोथेरेपी और हार्मोन थेरेपी से मरीजों को वजन बढ़ सकता है। हालांकि जैसे-जैसे कैंसर का ट्यूमर (tumor formation) बढ़ता है वैसे-वैसे पेट में द्रव का संचय होने लगता है। कुछ कैंसर की दवाएं भी शरीर में अतिरिक्त पानी को बनाए रखती हैं।
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ओवेरियन कैंसर से बचाव
ओवेरियन कैंसर का समय पर इलाज ना करना कई बार महिलाओं को असमय मृत्यु तक ले जाता है। इसलिए इसके लक्षणों को जानने के बाद आप इससे कैसे अपना बचाव करें ये भी जानना जरूरी है।
- कम कैलोरी (Low calorie diet) वाले आहार की आदत डालें।
- भोजन में अतिरिक्त नमक ना डालें।
- ज्यादा मीठी चीजों को खाने से बचें।
- ग्रिल या स्टीम किया हुआ खाना खाएं।
- एक साथ भर पेट खाना खाने से बचें।
- रेड मीट को खाना बंद करें।
- चिकन और फिश को ज्यादा से ज्यादा खाएं।
- बीन्स, अनाज, मटर का भरपूर सेवन करें।
- साग-सब्जियां खाएं।
- रोज टहलें।
- तनाव कम से कम लेने की कोशिश करें।
बदली लाइफस्टाइल बहुत से रोगों का कारण बन सकती है। अगर आपका भी वजन बढ़ रहा है तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है। आप लक्षण और बचाव को आजमाकर अपनी जान को जोखिम में डालने से बचा सकती हैं। हर रोज योगा और मेडिटेशन व सही आहार आपको बीमारियों से दूर रखेगा।
डॉ गौरी अग्रवाल, गायनेकोलॉजिस्ट, आईवीएफ एक्सपर्ट सीड्स ऑफ इनोसेंस एंड जैनस्ट्रिंग्स लैब से बातचीत पर आधारित।
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