टीनएज बच्चों में माइग्रेन होने पर दिखाई देते हैं ये लक्षण, डॉक्टर से जानें इसका इलाज

सिरदर्द की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। आगे जानते हैं टीनएज में माइग्रेन के क्या कारण हो सकते हैं और इसका इलाज केसै किया जाता है।   
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टीनएज बच्चों में माइग्रेन होने पर दिखाई देते हैं ये लक्षण, डॉक्टर से जानें इसका इलाज

सिरदर्द होना एक बेहद ही आम समस्या है। यह समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती हैं। आज के समय बढ़ते काम के बोझ के चलते छोटी उम्र के किशोरों को भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है। इस दौरान हल्का सिरदर्द लंबे तक या रुक-रुककर हो सकता है। इस दौरान व्यक्ति को किसी भी काम में मन नहीं लगता है। अगर, स्थिति में गंभीर हो जातए तो किशोरों को उल्टी, बैचेनी, घबराहट और थकान महसूस होने लगती है। वैसे, तो माइग्रेन कई तरह के होते हैं, जो टीनएजर्स को प्रभावित कर सकते हैं। डॉक्टर्स की मानें तो यह समस्या टीनएज की लाइफस्टाइल को प्रभावित कर सकती है। आगे जानते हैं टीनएज में माइग्रेन होने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं। साथ ही, माइग्रेन का इलाज कैसे किया जाता है। धर्मशिला नारायणा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल सिनियर कंसलटेंट इंटर्नल मेडिसीन डॉ गौरव जैन से जानते हैं टीनएज में माइग्रेन के प्रकार, लक्षण, कारण और इलाज का तरीका। 

टीनएज में माइग्रेन के प्रकार - Types Of Migraine in Teenage in Hindi 

मेडिकल न्यूज टूडे के अनुसार टीनएज में माइग्रेन की समस्या 15 से 19 वर्ष के बच्चों को हो सकती हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार करीब 28 प्रतिशत किशोरों को यह समस्या हो सकती है। आगे जानते हैं टीनएज में माइग्रेन के क्या प्रकार होते हैं। 

  • माइग्रेन ओरा (Migraine with Aura): यह माइग्रेन सेंसरी परेशानी की वजह से होता है। यह सेंसरी गड़बड़ी माइग्रेन के कुछ समय पहले ही शुरू होती है।  
  • ब्रेनस्टेम ओरा के साथ माइग्रेन (Migraine with brainstem aura): इस प्रकार के माइग्रेन के लक्षण ब्रेन के बेस से उत्पन्न होते हैं। जिन टीनएजर्स को माइग्रेन के दर्द होता है उन्हें से 10 में से एक को ब्रेनस्टेम माइग्रेन की समस्या होती है। 
  • बिना ओरा वाला माइग्रेन (Migraine without aura): यह एक कॉमन माइग्रेन है, जिसमें न्यूरोलॉजिकल लक्षण शामिल होते हैं। 
  • पेट का माइग्रेन (Abdominal migraine): यह माइग्रेन तीव्र पेट दर्द का कारण बनता है, इसमें अक्सर मरीज को मतली और उल्टी हो सकती है। ये लक्षण आम तौर पर 2 घंटे से तीन दिनों तक रह सकते हैं। 
  • क्रोनिक माइग्रेन: माइग्रेन रिसर्च फाउंडेशन (एमआरएफ) के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति को कम से कम 3 महीने तक प्रति माह 15 दिनों के लिए दिन में कम से कम 4 घंटे लक्षण महसूस होते हैं, तो इसे क्रोनिक माइग्रेन होता है।

टीनएज में माइग्रेन के कारण - Causes Of Migraine in Teenage in Hindi 

फिलहाल, माइग्रेन के सही कारणों का पता नहीं लगाया गया है। लेकिन, आनुवांशिक कारक इसकी मुख्य वजह मानी जा सकती हैं। यदि किसी बच्चे के परिवार में माता-पिता में से किसी एक को माइग्रेन की समस्या है तो ऐसे में बच्चे को भी माइग्रेन होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं, किसी बच्चे के दोनों माता-पिता को माइग्रेन की समस्या है तो आने वाले समय में बच्चे को माइग्रेन होने की संभावना करीब 70 फीसदी बढ़ जाती है।  

वयस्कों में माइग्रेन पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक देखने के मिलती है। महिलाओं में किशोरावस्था में माइग्रेन होने की अधिक संभावना होती है, जबकि पुरुषों में बचपन में माइग्रेन विकसित होने की अधिक संभावना होती है।

टीनएज में माइग्रेन के लक्षण - Symptoms Of Migraine in Teenage In Hindi 

  • सिर में दर्द होना
  • निद्रा संबंधी परेशानियां
  • एकाग्रता में कमी होना
  • चक्कर आना
  • चिंता, अवसाद, आदि। 

टीनएज में माइग्रेन के इलाज - Treatment of Migraine in Teenage In Hindi 

टीनएज में माइग्रेन होने पर डॉक्टर आगे बताए तरीके से इलाज कर सकते हैं। 

दर्द को दूर करना

इस दौरान डॉक्टर दवाएं देकर मरीज के माइग्रेन के दर्द को कम करने का प्रयास करते हैं। इसमें नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं दी जा सकती हैं। 

उल्टी को रोकना

डॉक्टर मतली और उल्टी के लक्षणों को कम करने के लिए दवाएं देते हैं। इससे मरीज को बार-बार उल्टी होने की समस्या में आराम मिलता है। 

लाइफस्टाइल में बदलाव करना

  • इस दौरान डॉक्टर मरीज को हाई फैट और शुगर वाले प्रोसेस्ड फूड खाने से मना करते हैं।
  • पर्याप्त नींद लेने की सलाह दी जाती है। 
  • माइग्रेन के ट्रिगर करने वाले कारणों की पहचान करने के लिए डायरी बनाने की सलाह दी जाती है। 

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माइग्रेन की समस्या समय के साथ दूर हो सकती है। लेकिन, इसके लिए डॉक्टर के इलाज की आवश्यकता होती है। यदि किसी बच्चे को बार बार सिरदर्द हो रहा है तो इन लक्षणों को अनदेखा न करें और जल्द डॉक्टर से मिलें। 

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