जानिये क्यों होता है अपेंडिसाइटिस यानि अपेंडिक्स का दर्द और कैसे करें इससे बचाव

अपेंडिसाइटिस एक बीमारी है जिसे लोग आम भाषा में अपेंडिक्स कहते हैं। इस बीमारी में अपेंडिक्स में सूजन आ जाती है जिसके कारण असहनीय दर्द होता है। अपेंडिक्स पेट के अंदर छोटी और बड़ी आंत के बीच होता है। आमतौर पर पेट में तेज दर्द ही इसका प्रमुख लक्षण है।
  • SHARE
  • FOLLOW
जानिये क्यों होता है अपेंडिसाइटिस यानि अपेंडिक्स का दर्द और कैसे करें इससे बचाव


अपेंडिसाइटिस एक बीमारी है जिसे लोग आम भाषा में अपेंडिक्स कहते हैं। इस बीमारी में अपेंडिक्स में सूजन आ जाती है जिसके कारण असहनीय दर्द होता है। अपेंडिक्स पेट के अंदर छोटी और बड़ी आंत के बीच होता है। आमतौर पर पेट में तेज दर्द ही इसका प्रमुख लक्षण है। ये दर्द तब ज्यादा तेज होता है जब आंत से मल नहीं निकल पाता और अपेंडिक्स ब्लॉक हो जाता है। इस बीमारी के लक्षण अन्य बीमारियों से मिलते-जुलते हैं इसलिए कई बार इलाज में देरी होने के कारण ये बीमारी काफी गंभीर रूप ले लेती है। अपेंडिक्स के इन शुरुआती लक्षणों को जानकर इसका सही समय से इलाज करवाया जा सकता है। अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन की मदद से अपेंडिक्स का पता आसानी से लगाया जा सकता है।

पेट दर्द

पेट दर्द अपेंडिसाइटिस का सबसे शुरुआती और प्रमुख लक्षण है। अपेंडिक्स पेट के दाहिनी तरफ निचले हिस्से में मलाशय के पास होता है। आंतों से जब मल पास नहीं होता है तो अपेंडिक्स पर अवरोध के कारण दबाव पड़ता है और जिससे इस अंग में दर्द शुरू हो जाता है और रक्त प्रवाह भी प्रभावित होता है। अगर आंतों के कारण अपेंडिक्स पर आने वाले इस दबाव का इलाज सही समय से न किया जाए, तो अपेंडिक्स फट भी सकता है। इससे एब्डोमेन में संक्रमण फैल सकता है। अपेंडिसाइटिस का दर्द समय के साथ बढ़ता जाता है।

इसे भी पढ़ें:- जीभ का रंग भी देता है कई बीमारियों के संकेत, जानिये कैसे

बुखार, उल्टी, मतली आना

पेट में दर्द के साथ बुखार आना भी अपेंडिसाइटिस का लक्षण है। आमतौर अपेंडिसाइटिस का बुखार लगभग 99-102 डिग्री फारेनहाइट होता है। इसके अलावा इस बीमारी में उल्टी और मतली की शिकायत भी हो सकती है। हालांकि उल्टी और मतली होने के कई और कारण भी हो सकते हैं लेकिन पेट के निचले दाहिने हिस्से में दर्द के साथ उल्टी-मतली की स्थिति में ज्यादा संभावना अपेंडिसाइटिस की ही होती है।

पेट में सूजन आने लगना

अपेंडिसाइटिस में कई बार पेट के दाहिनी तरफ के निचले हिस्से में सूजन भी आ जाती है और दर्द महसूस होता है। कई केस में तो अपेंडिक्स का सूजन इतना बढ़ जाता है कि पेट के बाहर फोड़े जैसा उभार दिखने लगता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि ऐसी स्थिति में अपेंडिक्स के फटने की संभावना ज्यादा होती है। अपेंडिसाइटिस पेशाब को भी प्रभावित कर सकता है और इसकी वजह से कई बार पेशाब करने में परेशानी भी होने लगती है।

इसे भी पढ़ें:- आंतों की टीबी एक खतरनाक संक्रामक बीमारी है, ये हैं लक्षण और बचाव के उपाय

भूख कम लगना

अपेंडिसाइटिस की शुरुआत में रोगी की भूख धीरे-धीरे मरने लगती है और कुछ भी खाने-पीने का मन नहीं करता है। कई बार भूख न लगने के साथ-साथ मतली और उल्टी शुरू हो जाती है। इसके अलावा अपेंडिसाइटिस की वजह से आपको कब्ज की शिकायत हो सकती है।

अपेंडिसाइटिस का इलाज और बचाव

अपेंडिसाइटिस का इलाज सर्जरी के द्वारा किया जाता है। पेट को इंफेक्शन से बचाने के लिए कुछ एंटीबायोटिक्स का सहारा लिया जाता है। समय से इलाज न करने से अपेंडिक्स में इंफेक्शन के साथ-साथ मवाद आ सकता है जिससे समस्या बढ़ सकती है। अगर मवाद आ गई है तो पहले मवाद को सुखाया जाता है फिर सर्जरी की जाती है। इसके संक्रमण की जांच के लिए खून की जांच की जाती है। इससे बचाव के लिए आपको फाइबरयुक्त आहार लेना चाहिए और नियमित व्यायाम करना चाहिए।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles On Other Diseases In HIndi

Read Next

रोजाना करें ये आसान काम, 1 दिन में दूर हो जाएगी पेट की सूजन

Disclaimer