महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने के क्या लक्षण हैं? जानें इसे बैलेंस करने उपाय

Symptoms of Oestrogen Dominance- महिलाओं में एस्ट्रोजन बढ़ने के कारण वजन बढ़ना, प्रजनन से जुड़ी समस्याएं और मूड स्विंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। 
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महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने के क्या लक्षण हैं? जानें इसे बैलेंस करने उपाय

Symptoms of Oestrogen Dominance in Women- एस्ट्रोजन एक सेक्स हार्मोन है, जो महिलाओं के प्रजनन और यौन स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए बेहद जरूरी होता है। पीरियड्स, मेनोपॉज के दौरान भी एस्ट्रोजन हार्मोन के लेवल में उतार-चढ़ाव आ सकता है। लेकिन जब महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल बढ़ता है, तो शरीर में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने से कैंसर और पीसीओएस (PCOS) में असंतुलन की समस्या का सामना करना पड़ता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन के बढ़ने के लक्षणों को पहचाने और समय पर इसे कंट्रोल करने की कोशिश करें। आयुर्वेदिक डॉक्टर वरलक्ष्मी यनमन्द्रा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करके एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने के लक्षणों और इसे कम करने के तरीकों के बार में बताया है। 

एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ने के लक्षण क्या हैं? - What Are The Symptoms Of Oestrogen Dominance in Hindi?

1. वजन का बहुत ज्यादा बढ़ना

2. प्रजनन संबंधी समस्याएं होना

3. अनियंत्रित मूड स्विंग

3. हार्मोनल एक्ने

4. ब्लोटिंग की समस्या

5. स्तन का ढीला पड़ना

6. पीएमएस के लक्षण

महिलाओं में एस्ट्रोजन कम करने के उपाय क्या हैं? - How To Reduce Oestrogen Naturally in Women In Hindi?

1. सोया और प्रो-एस्ट्रोजन खाद्य पदार्थों से बचें 

सोया और इससे बनें उत्पाद को अक्सर फाइटोन्यूट्रिएंट्स एस्ट्रोजन के रूप में गलत तरीके से देखा जाता है, लेकिन सोया के सेवन से एस्ट्रोजेन चयापचय में गड़बड़ी हो सकती है। 

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2. कैफीन और अल्कोहल से परहेज करें 

कैफीन और अल्कोहल कोर्टिसोल को ट्रिगर करते हैं और प्रोजेस्टेरोन के स्तर को कम करते हैं, जो बदले में एस्ट्रोजेन हार्मोन बढ़ने का कारण बनता है।

3. कड़वी हरी सब्जियां और क्रूसिफेरस सब्जियां खाएं

क्रूसिफेरस और कड़वी हरी सब्जियां उन खाद्य पदार्थों में आती हैं, जो हार्मोन को संतुलित करने में मदद कर सकती हैं। क्रूसिफेरस सब्जियों में डायंडोलिलमीथेन नामक यौगिक होता है, जो हाई एस्ट्रोजन के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। 

 
 
 
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4. एंडोक्राइन टॉक्सिक पदार्थों को खत्म करें

हार्मोन अनुकूल मिनरल्स को डाइट में शामिल करें, पानी को फिल्टर करके पिएं और अपने घर को अच्छी तरह से हवादार बनाए रखें।

5. प्लास्टिक के कंटेनर के इस्तेमाल से बचें

प्लास्टिक के कंटेनर में BPA केमिकल होता है, जो स्तन और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर जैसी बीमारियों से जुड़ा होता है। इसलिए एस्ट्रोजन हार्मोन को कम करने के लिए प्लास्टिक के कंटेनर का इस्तेमाल करने से परहेज करने की कोशिश करें। 

Image Credit- Freepik 

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