ब्रेस्‍ट कैंसर के खतरों को कम करते हैं सोयाबीन से बने प्रोडक्ट्स: स्टडी

जेएनसीआई कैंसर स्पेक्ट्रम जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, सोया से बने खाद्य पदार्थ, जो आइसोफ्लेवोंस से भरपूर होते हैं। यह एक प्राकृतिक सलैक्टिव एस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर (SERM)प्रदान करते हैं, जो हड्डियों के खनिज घनत्व को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा यह स्तन कैंसर के उपचार में व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली दवा है।   
  • SHARE
  • FOLLOW
ब्रेस्‍ट कैंसर के खतरों को कम करते हैं सोयाबीन से बने प्रोडक्ट्स: स्टडी

जेएनसीआई कैंसर स्पेक्ट्रम जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, सोया से बने खाद्य पदार्थ, जो आइसोफ्लेवोंस से भरपूर होते हैं। यह एक प्राकृतिक सलैक्टिव एस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर (SERM)प्रदान करते हैं, जो हड्डियों के खनिज घनत्व को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा यह स्तन कैंसर के उपचार में व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली दवा है।

सोया से बने भोज्‍य पदार्थों के सेवन से रोजनिवृत्ति से पहले महिलाओं में होने वाले स्तन कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है। एक नए अध्ययन के अनुसार उच्च सोया का सेवन कम उम्र की महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस से होने वाले फ्रैक्चर के 77 प्रतिशत खतरे को कम करने से जुड़ा है। ऑस्टियोपोरोसिस हड्डी का एक रोग है, जिससे फ़्रैक्चर का ख़तरा बढ़ जाता है। जेएनसीआई कैंसर स्पेक्ट्रम जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में, येल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने व्यायाम और सोया उत्‍पादों के सेवन का बोन फ्रैक्चर और स्तन कैंसर से पर पड़ने वाले प्रभावों की जांच की।

रजोनिवृत्ति के संक्रमण के कारण इस दौरान हड्डी के फ्रैक्‍चर का खतरा अधिक बढ़ जाता है। इसके अलावा फ्रैक्चर और कम उम्र की महिलाओं में स्तन कैंसर के आंकड़ों में कमी को देखते हुए, यह अध्ययन सोया से बनें उत्‍पादों का शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान को चिह्नित करता है। येल विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर एवलिन हेशेह के अनुसार "हमारे निष्कर्ष, विशेष रूप से सोया से बने खाद्य पदार्थों के सेवन के सुरक्षात्मक प्रभावों के बारे में है। 

अध्‍ययन के अनुसार 

इस अध्‍ययन में शंघाई ब्रेस्‍ट कैंसर सर्वाइवर के अध्‍ययन के डेटा को लिया गया जिसमें कि 5,042 नये स्तन कैंसर सर्वाइवर थे, जिनकी उम्र 20-75 आयु वर्ग के बीच थी। इस अध्ययन में पाया गया कि सोया से बने खाद्य पदार्थ, जो आइसोफ्लेवोन्स से भरपूर होते हैं। वह एक प्राकृतिक सलैक्टिव एस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर (SERM)प्रदान करते हैं, जो हड्डियों के खनिज घनत्व को बढ़ाने में मदद करता है।

इसे भी पढें: नया नेसल स्प्रे अवसाद के उपचार में प्रभावी, अध्ययन में हुआ खुलासा

पिछले कुछ अध्ययनों में टेमोक्सीफेन का उपयोग दिखाया गया था। टेमोक्सीफेन एक नॉनस्टेरॉइडल ट्राइफेनेलेथिलीन एंटीस्ट्रोजन है और स्तन कैंसर के उपचार में व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली दवा है। सलैक्टिव एस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर (SERM) ड्रग्स का एक वर्ग है जो एस्ट्रोजन रिसेप्टर (ER) पर कार्य करता है।

समय से पहले हो सकता है मेनोपॉज 

स्तन कैंसर के लिए किये जाने वाले कई तरह के उपचार की वजह से भी महिलाओं में समय से पहले रजोनिवृत्ति का कारण हो सकता है। इसके अलावा हड्डियों के खनिज घनत्व में कमी आ सकती है और बोन फ्रैक्‍चर का खतरा बढ़ सकता है। जिसकी वजह से कम आयु वर्ग की महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस से संबंधित फ्रैक्चर की अधिक संभावना होती है। स्तन कैंसर अमेरिका में महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है। 

Read More Article On Health News In Hindi 

Read Next

नया नेसल स्प्रे अवसाद के उपचार में प्रभावी, अध्ययन में हुआ खुलासा

Disclaimer