
Xylazine Zombie Drug: साल 2016 में एक फिल्म आई थी ‘ट्रेन टू बुसान’। इस फिल्म में हर जगह जॉम्बी नजर आ रहे थे। अमेरिका के लिए ये फिल्म कुछ-कुछ हकीकत बन गई है। अमेरिका से कई वीडियो और तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिनमें लोग सड़कों पर जॉम्बी जैसी हरकतें करते नजर आ रहे हैं। लोगों में फैल रही इस अजीब बीमारी या लक्षणों का कारण ‘जॉम्बी ड्रग’ है, जिसका नाम जाइलाज़ीन (xylazine) है। इसके संपर्क में आते ही लोग होश खो बैठते हैं। इतना ही नहीं, इस ड्रग के कारण लोगों की त्वचा सड़ रही है। न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने जाइलाज़ीन (xylazine) को पशु चिकित्सा के लिए मंजूरी दी थी। यह इंसानों के लिए सुरक्षित नहीं है। लेकिन, लोग नशे के लिए इसका इस्तेमाल करने लगे हैं। दिसंबर 2022 में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक अमेरिका के 25 राज्यों में जाइलाज़ीन का इस्तेमाल हो रहा है। ताजा मामले में, इस दवा से प्रभावित लोगों का कोई अधिकारिक डेटा प्रकाशित नहीं हुआ है। (https://journals.lww.com/journaladdictionmedicine/fulltext/9900/widespread_distribution_of_xylazine_detected.136.aspx)
दवा खाकर जॉम्बी जैसी हरकतें करता है इंसान- Zombie Virus Attack Hindi
अमेरिका में जाइलाज़ीन (xylazine) का दूसरे ड्रग्स के साथ इस्तेमाल के कई मामले सामने आए हैं। आपको बता दें कि इस दवा का इस्तेमाल पशुओं को बेहोश करने के लिए किया जाता है। इस दवा का सेवन करने से व्यक्ति को बेहोशी जैसा महसूस होने लगता है। सांसें धीमी हो जाती हैं और नींद आने लगती है। दवा के संपर्क में आने से ब्लड वैसल्स को नुकसान पहुंचता है।
अंग भी काटना पड़ सकता है
इस दवा के असर से अगर त्वचा ज्यादा सड़ जाए, तो उस अंग को काटना पड़ सकता है। इस दवा को जाइलाज़ीन (xylazine) के साथ-साथ जॉम्बी ड्रग (Zombie Drug), ट्रैंक (Tranq) और ट्रैंक डोप (Tranq dope) जैसे नामों से भी जाना जाता है। ऐसा बताया जाता है कि यह दवा सबसे पहले फिलाडेल्फिया में मिली। फिर सैन फ्रांसिस्को और लॉस एंजिलिस से होते हुए देश भर में इसका इस्तेमाल बढ़ने लगा।
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48,500 साल पुराना जॉम्बी वायरस जिंदा हो गया
इस घटना के साथ एक अन्य खबर भी तेजी से फैल रही है, जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि वैज्ञानिकों ने रूस में एक खतरनाक जॉम्बी वायरस (Frozen Zombie Virus) को फिर से जिंदा कर दिया है। ये वायरस 48,500 साल पुराना बताया जा रहा है। US नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च के वैज्ञानिकों ने रूस में जमी हुई झील के नीचे दबा हुआ वायरस पाया है। इसे पेंडोरा वायरस नाम दिया गया है। नमूनों की जांच में पता चला है कि ये वायरस 13 नए रोग उत्पन्न कर सकता है, जिनका तोड़ अभी हमारे पास नहीं है।
किसी भी तरह के ड्रग या दवा के बारे में जाने बगैर या डॉक्टर की सलाह के बगैर उसका सेवन करने से बचें।
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