कच्‍चे आहारों को ठीक ढंग से धोने का सही तरीका

फल, सब्जियां, दालें, मीट आदि बहुत ही पौष्टिक होते हैं, लेकिन अगर इनको सही तरीके से साफ न किया जाये तो इनमें मौजूद कीटाणु नुकसानदेह हो सकते हैं, इसलिए आहारों को सही तरीके से साफ करने के टिप्‍स जानना जरूरी है।
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कच्‍चे आहारों को ठीक ढंग से धोने का सही तरीका

खाना पकाने से पहले सब्जी औऱ फलों आदि की सफाई करना आवश्यक होता है। साग-सब्जी जिन्हें हम बाजार से खरीदकर लाते हैं, उसे ताजा रखने के लिए भी बहुत सारे केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। अगर आपने इनकी अच्छी तरह से सफाई नहीं की तो इनमें मौजूद बैक्टीरिया और केमिकल आपकी सेहत को नुकसान पंहुचा सकते है। इस लेख में विस्‍तार से जानें कैसे साफ करें अपने पसंदीदा आहार।

फल

ताजे फलों में कई तरह के पौष्टिक तत्‍व होते हैं। इनको खाने से पहले चलते हुए पानी के नीचे रखकर अच्छे से धोएं। इसे धोने के लिए कभी भी साबुन, डिटर्जेंट पाउडर का इस्तमाल न करें। इसे पानी से ही धोएं। सेब, नाशपाती और आड़ू जैसे फलों को जिसे आप छीलकर खाते हैं या खाने में डालते हैं, इसे भी अच्छी तरह धो लें। इससे जीवाणु चाक़ू पर नहीं लगेंगे जिससे आप फल काट रहे हैं। रसभरी जैसे फल चलते पानी के नीचे डालने से फैल जाते हैं इसलिए यह ज़रूरी है कि इन्हें धोने के लिए पानी में फैला दें।

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सब्जी

एक बड़ा चम्मच नींबू का रस, दो बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा और एक कप पानी। बेकिंग सोडा की जगह आप इसमें दो बड़ा चम्मच सिरका मिला सकती हैं। एक कप पानी में एक कप सफेद सिरका, एक बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा और 10 बूंद लेमन ऑयल की लेकर सबको एक साथ मिलायें। इस घोल से सब्जियों और सेब को साफ करें। फिर साफ पानी से धो लें, ताकि सिरके का स्वाद खत्म हो जाए। ब्रोकली, फूलगोभी, पत्तेदार सब्जियों, तरबूज, आलू, बेरीज को इस घोल में भिगोने के बाद स्क्रब करके धोएं। इसके बाद इसे बहते पानी से धो लें। ताजी सब्जियों और फल को धोने से पूर्व और धोने के बाद हाथ भी साफ कर लें।

दलहन

दलहन अक्सर हमारें घरो के स्टोर में लंबे समय तक रखी रहती है। इसे संरक्षित करने के लिए हम कई तरह के केमिकल का भी प्रयोग करते है। ये केमिकल कैस्टर ऑयल से लेकर बोरिक एसिड तक होते है। अगर इन्हें ठीक से साफ नहीं किया गया तो ये हमारे शरीर की क्रियाओं को प्रभावित कर देते है। दाल धोने का सबसे अच्छा तरीका उसे चलते पानी में धोना होता है। पानी के नीचे दाल के बर्तन को रखकर हाथो से दाल को रगड़ कर साफ किया जाता है।

Meat
मीट

ऐसा माना जाता है कि चिकन को बगैर धोए ही पकाना चाहिए। इससे संक्रमण होने का डर नहीं रहता है। इससे हाथों, काम करने वाली जगह और कपड़ों पर कैंपीलोबैक्टर बैक्टीरिया फैलता है। लेकिन फिर भी आप इसे साफ पानी से धुले और उसके बाद आस-पास की जगह को भी अच्छे से साफ करें।

इस तरह आप दूषित साग-सब्जियों और फलों से होने वाले नुकसान से खुद को और अपने परिवार को बचा सकती हैं।

 

ImageCourtesy@gettyimages

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