Side Effects Of Aluminium Utensils: हर इंसान की चाहत होती है कि वो ताउम्र सेहतमंद रहे। सेहत को बनाए रखने के लिए लोग योग, एक्सरसाइज और कई तरह की फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान देते हैं। इसके अलावा लोग अपने खानपान को भी हेल्दी रखने की कोशिश करते हैं। इसके लिए तरह तरह की हेल्दी चीजें सुबह से रात तक बनाते-खाते हैं। लेकिन एक चीज जिस पर लोगों का ध्यान नहीं जाता है, वो है खाना बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले बर्तन। जी हां, हेल्दी खाना बनाने के लिए जितना सब्जियों और मसाले का ध्यान रखना जरूरी है, उतना ही सही धातु का बर्तन सेलेक्ट करना भी है। ज्यादातर लोग इस बात से अनजान हैं कि किस धातु के बर्तन में खाना पकाने से भोजन की गुणवत्ता लंबे समय तक बनी रहती है।
भारतीय घरों में आमतौर पर एलुमिनियम, तांबा, लोहा, स्टेनलेस स्टील और टेफलोन से बने बर्तनों का इस्तेमाल आम होता है। वो दौर अब खत्म हो चुका है, जब पीतल और प्योर स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए किया जाता था। अब बाजार में कुकर से लेकर कड़ाही तक, रोजमर्रा के इस्तेमाल वाले कई बर्तन एलुमिनियम के ही मिलते हैं। इसलिए बहुत सारे लोग इन्हीं बर्तनों में खाना बनाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं एलुमिनियम से बने बर्तनों में खाना बनाने से सेहत को नुकसान पहुंच सकता है? अगर आप अब तक इस बात अनजान थे, तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं एलुमिनियम से बने बर्तनों में खाना बनाने से सेहत के को होने वाले नुकसान।
न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन गुड़िया श्रीवास्तव ने एक अध्ययन का हवाला देते हुए कहा कि एलुमिनियम बहुत जल्दी गर्म होता है। जल्दी गर्म होने की वजह से एल्युमीनियम में मौजूद हानिकारक एजेंट तेजी से खाने के साथ प्रतिक्रिया करते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं।
एलुमिनियम के बर्तन में खाना पकाने के नुकसान
कुछ लोग एलुमिनियम के बर्तन को साफ करने के लिए उसे चम्मच या लोहे के स्क्रब से खुरचते हैं, जो धातु के कणों को हटा देता है। जब इस बर्तन में खाना पकाया जाता है, तो भोजन में एलुमिनियम के कण शामिल हो जाते हैं। इसलिए एलुमिनियम के बने बर्तन में खाना बनाने या खाने से एलुमिनियम भी शरीर में चला जाता है। ये एलुमिनियम सेहत से जुड़ी कई समस्याएं पैदा कर सकता है, जैसे- हाइपर एसिडिटी, पेप्टिक अल्सर, अपच, पेट फूलना और स्किन से जुड़ी कई समस्याएं आदि
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एलुमिनियम के बर्तन में खट्टी चीजें बनाना है नुकसानदायक
एलुमिनियम के बर्तन में खट्टी चीजें जैसे नींबू, टमाटर आदि पकाने से एलुमिनियमका आयोनाइजेशन शुरू हो जाता है, जिससे वो खाने में खुलने लगता है। इसलिए एलुमिनियम के बर्तन में पकाई गई खट्टी चीजों का सेवन करने से ये हम शरीर में जाता है और आंतरिक सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है।
दिमाग के लिए अच्छा नहीं है एलुमिनियम के बर्तन में खाना
शरीर में एलुमिनियम ज्यादा मात्रा में जाने से दिमाग और याददाश्त पर भी असर पड़ता है। दरअसल, एलुमिनियम ऑक्सीडेटिव फ्री रेडिकल की तरह काम करता है और धीरे-धीरे शरीर में जहर की तरह घुलकर दिमाग की कोशिकाओं को प्रभावित करता है। हालांकि ये प्रभाव लंबे समय में ही दिखते हैं लेकिन कई बार अन्य फैक्टर्स के साथ मिलकर ये व्यक्ति के लिए खतरनाक हो जाते हैं।
एलुमिनियम के बने बर्तन में खाना बनाने के अन्य नुकसान
- कुछ मामलों में शरीर में एलुमिनियम की मात्रा अधिक होने की वजह से किडनी फेल की समस्या हो सकती है।
- एलुमिनियम के बर्तन में बना खाना खाने से लिवर सिस्टम को भी नुकसान पहुंच सकता है।
- अगर हमारे शरीर में ज्यादा मात्रा में एलुमिनियम जाता है, तो ये मांसपेशियों, किडनी और हड्डियों की कोशिकाओं में जमा हो जाती है, जो दर्द समेत कई बीमारियों का कारण बन सकता है।
इन बीमारियों का कारण भी बन सकता है एलुमिनियम
- अस्थि रोग (जैसे ऑस्टियोपोरोसिस),
- आंखों की बीमारियां
- अतिसार, अति अम्लता
- खट्टी डकार
- पेट में दर्द
- कोलाइटिस (आंत का संक्रमण)
- मुंह में बार-बार सूजन आना और एक्जिमा जैसे त्वचा रोग।
इसलिए अगर आप एलुमिनियम के बर्तनों में खाना बनाते हैं, तो आपको इन नुकसानों से सावधान रहना चाहिए।