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डायबिटीज में सफेद ब्रेड क्यों नहीं खानी चाहिए? जानें इससे होने वाले नुकसान

Side Effect of White Bread in Diabetes: सफेद ब्रेड को बनाने के लिए मैदे का इस्तेमाल किया जाता है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
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डायबिटीज में सफेद ब्रेड क्यों नहीं खानी चाहिए? जानें इससे होने वाले नुकसान


Side Effect of Eating White Bread in Diabetes: भारत समेत पूरी दुनिया में डायबिटीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में भारत में 77 मिलियन लोग डायबिटीज से परेशान हैं और इसमें 12.1 मिलियन लोग 65 साल से कम के हैं और माना जा रहा है कि 2045 तक ये आंकड़ा 27 मिलियन को पार कर जाएगा। डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है, जो एक बार हो जाए तो इसे खानपान में सावधानी बरतते हुए ही कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज के मरीज अक्सर ये सवाल पूछते हैं कि क्या वो सफेद ब्रेड खा सकते हैं? डायबिटीज में ब्रेड खा सकते हैं या नहीं इस बारे में जानने के लिए हमने डाइटिशियन पूजा सिंह से बातचीत की। 

क्या डायबिटीज में सफेद ब्रेड खा सकते हैं?

डाइटिशियन पूजा सिंह का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों को संतुलित आहार लेने की सलाह दी जाती है, ताकि शरीर का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल किया जा सके। डायबिटीज में सफेद ब्रेड खाने से सेहत को नुकसान हो सकता है। दरअसल सफेद ब्रेड में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज्यादा पाई जाती है, जो शरीर में फैट और ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती है। आइए जानते हैं डायबिटीज में सफेद ब्रेड खाने के नुकसान के बारे में। 

इसे भी पढ़ेंः Maha Shivratri 2023: इन 5 तरीकों से करें बेलपत्र का सेवन, सेहत को मिलेंगे ढेर सारे फायदेSide Effects Of Eating White Bread In Diabetes In Hindi

डायबिटीज में सफेद ब्रेड खाने के नुकसान - Side Effects Of Eating White Bread In Diabetes In Hindi

डायबिटीज के मरीज अगर सफेद ब्रेड का सेवन करते हैं तो उन्हें निम्नलिखित स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं: 

वजन बढ़ा सकती है सफेद ब्रेड

सफेद ब्रेड में किसी भी अन्य ब्रेड के मुकाबले बहुत ज्यादा कैलोरी पाई जाती है। ज्यादा कैलोरी होने की वजह से सफेद ब्रेड वजन बढ़ने का कारण बन सकती है। डायबिटीज के मरीजों का वजन अगर ज्यादा हो जाए तो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है। कई बार डायबिटीज में वजन बढ़ने से हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी बीमारियां होने का खतरा बढ़ सकता है। 

हृदय रोग का खतरा बढ़ाती है सफेद ब्रेड

सफेद ब्रेड में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जो डायबिटीज के मरीजों में हृदय रोग का खतरा कई गुणा बढ़ा देता है। रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि सफेद ब्रेड का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों में हृदय रोग का खतरा ज्यादा हो जाता है। 

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ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा

सफेद ब्रेड को बनाने के लिए बहुत ज्यादा प्रोसेसिंग का इस्तेमाल किया जाता है। प्रोसेस्ड होने की वजह से सफेद ब्रेड शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाती है। डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर लेवल अगर बढ़ता है तो कई समस्याओं की वजह बन सकता है। 

पाचन संबंधी समस्याओं की वजह

सफेद ब्रेड को बनाने के लिए मैदे का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी वजह से इसे पचाने के लिए शरीर को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। मैदे का इस्तेमाल होने की वजह से सफेद ब्रेड पाचन संबंधी समस्या जैसे कब्ज, पेट में दर्द और उल्टी का कारण बन सकता है। 

Pic Credit: Freepik.com

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