डीप ब्रीदिंग से कंट्रोल रहेगा ब्लड शुगर लेवल, जरूर बनाएं लाइफस्टाइल का हिस्सा

डीप ब्रीदिंग को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाकर ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है।

Meera Tagore
Written by: Meera TagoreUpdated at: Feb 10, 2023 18:27 IST
डीप ब्रीदिंग से कंट्रोल रहेगा ब्लड शुगर लेवल, जरूर बनाएं लाइफस्टाइल का हिस्सा

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आज की तारीख में शायद ही ऐसा कोई घर मौजूद है, जहां डायबिटीज के मरीज मौजूद न हो। डायबिटीज साइलेंट किलर की तरह है और हैरानी की बात यह है कि तेजी से इस बीमारी के मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। एक सर्वेक्षण से पता चला है कि दुनिया भर में इस समय में 537 मिलियन वयस्क (20-79 वर्ष) मधुमेह के साथ जी रहे हैं यानी 10 में से हर एक व्यक्ति को डायबिटीज है। यह संख्या 2030 तक बढ़कर 643 मिलियन और 2045 तक 783 मिलियन होने का अनुमान है। इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह बीमारी कितनी तेजी से फैल रही है और समय रहते इसको रोका जाना जरूरी है। ऐसा न किए जाने पर मरीज को अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। वैसे तो कई ऐसी वजहें हैं, जो ब्लड शुगर को बढ़ाने का काम करते हैं। लेकिन आप अपनी जीवनशैली को बैलेंस करके इस बीमारी को रोक सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार ब्लड शुगर को बैलेंस करने के लिए डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज किया जा सकता है। इसके साथ ही डीप ब्रीदिंग तनाव को भी कम करने का बेहतरीन तरीका है। एक्सपर्ट की मानें तो रोजाना 10 से 15 मिनरट के लिए आप डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं। इससे ब्लड शुगर का जोखिम कम होता है, जो दिल की बीमारी की आशंका को भी कम करने में सहायक भूमिका निभाता है।

how can deep breathing control blood sugar

किस तरह डीप ब्रीदिंग से ब्लूड शुगर को प्रबंधित करने में मदद मिलती है

विशेषज्ञों का कहना है कि तनाव, चिंता और डिप्रेशन डायबिटीज जैसी घातक बीमारी से जुड़े हुए हैं। अगर एक व्यक्ति नियमित रूप से डीप ब्रीदिंग की एक्सरसाइज करता है और इसके साथ ही मेडिटेशन भी करता है, तो इससे ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। दरअसल मेडिटेशन संग गहरी सांस लेने से शरीर में एंडोर्फिन रिलीज होता है। जब आप नियमित रूप से इस एक्सरसाइज को करते हैं, तो इससे एड्रेनालाईन जैसे प्रति-नियामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। गैर-एड्रेनालाईन और कॉर्टिकल, जो इंसुलिन की क्रिया को अवरुद्ध करते हैं। जब कोई डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करता है, तो इससे पूरा शरीर आराम मुद्रा में चला जाता है, जिससे तनाव कम होता है और मांसपेशियां भी रिलैक्स करती है। इस तरह व्यक्ति रिलैक्स फील करता है और उसका ब्लड शुगर भी नियंत्रित रहने में मदद मिलती है। एक्सपर्ट का कहना है कि दिन में 10-15 मिनट गहरी सांस लेने से आपको मधुमेह को नियंत्रित करने, रक्तचाप को कम करने और हृदय रोग को रोकने में मदद मिल सकती है।

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ब्रीदिंग एक्सरसाइज के साथ करें लाइफस्टाइल में बदलाव

विशेषज्ञों की मानें तो जब व्यक्ति का ब्लड शुगर बढ़ता है, तो इसका सीधा असर उसके शरीर के अंगों पर पड़ने लगता है। कई बार ब्लड शुगर बढ़ने या घटने से कई अंग काम करना बंद कर देते हैं या कमजोर हो जाते हैं, जिससे स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। ऐसे में एक्सपर्ट की यह राय है कि ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज पर निर्भर रहना सही नहीं है। आपको गहरी सांस लेने के साथ-साथ अपनी जीवनशैली में भी जरूरी बदलाव करने होंगे। ध्यान रखें कि ब्रीदिंग एक्सरसाइज से सांस लेने की गति प्रभावित होती है। नियमित रूप से इस एक्सरसाइज को करने की वजह से शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचता है, जो ओवर ऑल हेल्थ के लिए लाभकारी होता है। लेकिन यह प्रत्यक्ष तौर पर आपके डायबिटीज को नियंत्रित कर सकता है, ऐसा नहीं कहा जा सकता है। बेहतर यही होगा कि आप डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज के साथ-साथ अपनी लाइफस्टाइल को भी पूरी तरह बैलेंस करने की कोशिश करें।

image credit : freepik

 
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