कुछ फूड ऐसे होते हैं जिन्हें घर पर धोने की आवश्यकता नहीं होती है। इनमें से कुछ पैकेट पर लिखा होता है कि इन्हें पहले से साफ किया गया है जबकि कुछ पर नहीं लिखा होता है। साइंटिफिक फैक्ट्स बताते हैं कि कुछ चीजों को साफ करने से उनके बैक्टीरिया दूर होने के बजाय किचन के सिंक पर और हाथ पर चिपक जाते हैं। जो हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए खानपान से जुड़ी बातों को आपके लिए जानना बहुत जरूरी है। क्योंकि कई बार आप जानकारी के आभाव में गलतियां कर देते हैं। आज इस लेख में हम आपको ऐसी ही चीजों के बारे में बता रहे हैं।
कच्चा चिकन
जब भी कोई व्यक्ति चिकन खरीदता है तो उसे बनाने से पहले अच्छी तरह से साफ करता है। लेकिन यूएसडीए के अनुसार, जब आप चिकन पकाते हैं तो इसमें बैक्टीरिया खुद ही नष्ट हो जाते हैं। हाल ही में हुए एक अध्ययन में कहा गया है कि जब व्यक्ति अपने हाथों से चिकन को साफ करता है कि तो करीब 60 प्रतिशत बैक्टीरिया हाथो में रह जाते हैं और करीब 26 प्रतिशत बैक्टीरिया सलाद में रह जाते हैं।
प्रीवास्ड सब्जी
यदि आप प्रीवास्ड सब्जी खरीदते हैं और उसके बैग पर लिखा हुआ है कि इसे धोकर ही पैक किया गया है तो आपको इसे फिर से धोने की आवश्यकता नहीं होती है। क्योंकि पैक वेजिटेबल को कंपनियां ट्रिपल वॉश सिस्टम से साफ कर ही पैक करती हैं। इसलिए यदि आप ऐसी सब्जियां खरीदते हैं तो आपको इन्हें फिर से धोने की आवश्यकता नहीं होती है। आपको उन्हीं सब्जियों को धोना चाहिए तो आप सब्जी मंडी से खरीदकर लाते हैं।
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अंडे
एक मुर्गी के अंडे देने से ठीक पहले एक पतली कोटिंग जिसे ब्लूम कहा जाता है शेल को कवर करती है। यह शेल अंडे को बैक्टीरिया से दूर रखती है। ऐसे में अंडा उत्पादक अंडे को एक तरह से साफ करते हैं जो उस परत को बरकरार रखता है। इसलिए घर पर अंडे धोने से कीटाणु नहीं निकलते हैं बल्कि इससे बैक्टीरिया के अंदर जाने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अंडों को घर पर धोने के बजाय उन्हें फ्रिज में रखें।
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रेड मीट
आप रेड मीट से सभी बैक्टीरिया को नहीं धो सकते हैं। क्योंकि रेड मीट के बैक्टीरिया काफी अंदर तक होते हैं। रेड मीट से बैक्टीरिया को हटाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे कम से कम 145 डिग्री के तापमान पर अधिक देर तक पकाया जाए। रेड मीट जब अच्छी तरह से कुक हो जाता है तो इसके बैक्टीरिया अपने आप ही मर जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप इसे अच्छी तरह से पकाने के बाद ही खाएं।
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