केरल के कासरगोड में एक 16 वर्षीय छात्रा की छात्र की शिगेला बैक्टीरिया की वजह से मौत हो गई। बता दें कि हाल ही में कुछ दिनों पहले केरल के एक रेस्टोरेंट में शावरमा खाने से करीब 58 लोग बीमार हो गए। इसमें से एक छात्रा की मौत हो गई। केरल स्थित कोझिकोड लैब द्वारा इस बात की पुष्टि की गई कि शावरमा शिगेला बैक्टीरिया से दूषित था। बता दें कि यह एक हानिकारण बैक्टीरिया है। खासतौर पर गर्मी में यह बैक्टीरिया काफी ज्यादा पनपता है। आज हम इस लेख में शिगेला बैक्टीरिया इंफेक्शन के बारे में जानेंगे। आइए जानते हैं क्या है शिगेला बैक्टीरिया?
शिगेला बैक्टीरिया क्या है? (What is Shigella bacteria)
सीसीडी पर छपी रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिगेला बैक्टीरिया शिगेलोसिस नामक संक्रमण के कारण फैलता है। इस समस्या से ग्रसित व्यक्ति को दस्त (कभी-कभी खूनी), बुखार और पेट में ऐंठन होती है। इसके लक्षण आमतौर पर 1-2 दिन बाद शुरू होते हैं और 7 दिनों तक रहते हैं। अधिकतर लोग एंटीबायोटिक की दवाओं बिना इस समस्या से ठीक हो जाते हैं। हालांकि, कई स्थितियों में यह गंभीर रूप धारण कर सकती है। यह बैक्टीरिया प्रतिरक्षा प्रणाली को कजमोर कर देती है। ऐसे में न्यक्ति को इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए एंटीबायोटिक दवाएं देना जरूरी हो जाता है।
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शिगेला बैक्टीरिया के लक्षण क्या है? (Shigella bacteria Symptoms)
शिगेला बैक्टीरिया की वजह से शरीर में कई तरह की परेशानी हो सकती है, जैसे-
- डायरिया, दस्त
- पेट में दर्द और ऐंठन
- बुखार की परेशानी
- सिर दर्द की समस्या
- काफी ज्यादा उल्टी होना ( कुछ स्थितियों खूनी उल्टी होना)
- शारीरिक थकान महसूस करना
- मल में खून आना
ध्यान रखें कि शिगेला बैक्टीरिया की वजह से काफी ज्यादा उल्टी और दस्त की शिकायत हो जाती है। ऐसे में शरीर में काफी ज्यादा पानी की कमी होने लग सकती है, जिसकी वजह से मरीज की हालत बिगड़ सकती है। ऐसे में अगर आपके शरीर में इस तरह के लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
शिगेला बैक्टीरिया के कारण क्या हैं? (Shigella bacteria Causes)
शिगेला बैक्टीरिया आमतौर पर संक्रमित लोगों के मल (feces, or poop) में पाए जाते हैं। बैक्टीरिया तब फैलता है जब कोई संक्रमित व्यक्ति के मल के संपर्क में आता है या किसी ऐसी वस्तु के संपर्क में आता है, जो मल या बैक्टीरिया से दूषित हो गई है।
यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है। खासतौर पर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए भोजन और पानी के संपर्क में आने से दूसरे व्यक्ति को भी यह समस्या हो सकती है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संपर्क के माध्यम से भी यह बैक्टीरिया फैल सकता है। शिलेगा बैक्टीरिया कई अलग-अलग खाद्य पदार्थों से फैल सकता है। लेकिन अधिकतर मामलों में कच्ची सब्जियों या अधपकी सब्जियों के माध्यम से अधिक फैलता है।
शिगेला बैक्टीरिया का इलाज? (Shigella bacteria Treatment)
सेल्फ केयर
शिगेला बैक्टीरिया के हल्के-फुल्के लक्षण दिखने पर आप इसका इलाज घर पर भी कर सकते हैं। खासतौर पर डिहाइड्रेशन से बचने के लिए अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें। ताकि शरीर में पानी की कमी न हो और इसकी गंभीरता से बच सकें। वहीं, दस्त की परेशानी अधिक होने पर ओआरएस का घोल पिएं। साथ ही डॉक्टर से भी बीच-बीच में सलाह लेते रहें।
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मेडिकल ट्रीटमेंट
शिगेला बैक्टीरिया के गंभीर मामलों में और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को तुरंत डॉक्टर की आवश्यकता होती है। गंभीर परिस्थिति से बचने के लिए डॉक्टर संक्रमण के इलाज के लिए मरीज को एंटीबायोटिक की दवाएं दे सकता है। साथ ही ध्यान रखें कि इसकी गंभीरता से बचने के लिए डॉक्टर से सभी दिशा-निर्देशों का अच्छे से पालन करें।
ध्यान रखें कि अगर आपको शरीर में शिगेला बैक्टीरिया के लक्षण दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। ताकि गंभीर स्थितियों से बचा जा सके। वहीं, अपने शरीर को हाइड्रेट रखने की कोशिश करें।
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