साइटिका, गठिया, डायबिटीज और कब्‍ज के उपचार में फायदेमंद है सहजन, जानिए इसके फायदे और नुकसान

Drumstick Benefits In Hindi: सहजन (Sahjan) को अंग्रेजी में ड्रमस्टिक (Drumstick) अथवा मोरिंगा (Moringa) भी कहा जाता है। 
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साइटिका, गठिया, डायबिटीज और कब्‍ज के उपचार में फायदेमंद है सहजन, जानिए इसके फायदे और नुकसान

दिखने में 'जंगली' प्रतीत होने वाला सहजन (Sahjan) का पेड़ कोई साधारण वृक्ष नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी हरी सब्जी है, जिसका सेवन पूरे भारत में अधिक मात्रा में किया जाता है। सहजन औषधीय गुणों से युक्‍त एक विशेष प्रकार की सब्‍जी है, जिसका इस्‍तेमाल रोगों के उपचार के लिए भी किया जाता है। सहजन की उपयोगिता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि सहजन न सिर्फ अपने फलों बल्कि सहजन की पत्तियां और फूल भी खाने के प्रयोग में लाया जाता है। जिनके कई स्‍वास्‍थ्‍य लाभ भी हैं। सहजन के उपयोग से कई गंभीर रोग दूर हो जाते हैं। सहजन में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, आयरन, फास्‍फोरस और पोटैशियम आदि कई पोषक तत्‍व मौजूद हैं।  

आज हम आपको इस लेख में सहजन के फायदे और नुकसान (Drumstick Benefits And Side Effects) के बारे में विस्‍तार से बताने वाले हैं। साथ ही हम आपको बताएंगे कि सहजन में पोषक तत्‍व (Drumstick Nutritional Value) कौन-कौन से हैं?

सहजन के फायदे - Benefits of Drumstick (Sahjan) in Hindi

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1. साइटिका, गठिया में है फायदेमंद 

सहजन की छाल का पाउडर शहद में मिलाकर खाने से वात और कफ दोष दूर हो जाते हैं। सहजन की पत्ती का काढ़ा बनाकर पीने से साइटिका और गठिया में शीघ्र लाभ पहुंचता है। इसके अलावा मोच लगने पर सहजन की पत्‍ती का इस्‍तेमाल किया जाता है। इसके लिए पहले पत्ती की लुगदी बना लें और उसे सरसों का तेल डालकर धीमी आंच पर पकाएं और प्रभावित जगह पर लगाएं। सहजन की जड़ अस्‍थमा, पथरी, जलोधर और प्लीहा रोग के लिए लाभकारी है। 

2. डायबिटीज पेशेंट के लिए है रामबाण 

सहजन में राइबोफ्लेविन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिसके चलते यह ब्‍लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। सहजन की सब्‍जी खाने से शुगर कंट्रोल में रह सकता है। यह मधुमेह के रोगियों के लिए किसी औषधि से कम नहीं है। आप अपने चिकित्‍सक की सलाह पर सहजन की पत्तियों की गोली भी ले सकते हैं।

3. इम्‍यूनिटी को मजबूत बनाता है 

अगर आप अक्‍सर बीमार पड़ जाते हैं तो सहजन आपके लिए अमृत है। सहजन का सेवन करने से इम्‍यूनिटी मजबूत होती है, इससे आप बार-बार बीमार नहीं पड़ते हैं। मगर ध्‍यान रहे कि सहजन को अधिक मात्रा में नहीं खाना चाहिए, यह आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है। 

4. कब्‍ज का उपचार है सहजन 

सहजन में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, इसलिए यह पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। सहजन की सब्‍जी खाने से आंतें स्‍वस्‍थ रहती हैं। इससे पेट की समस्‍या नहीं होती है। कब्‍ज और गैस के अलावा यह बवासीर में भी आराम पहुंचाता है।

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5. हड्डियों को मजबूत करता है सहजन 

सहजन कैल्शियम, मैग्‍नीशियम और फास्‍फोरस का अच्‍छा स्‍त्रोत है। इसलिए यह हड्डियों को मजबूत करता है। इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन एंटीऑक्‍सीडेंट का कार्य करता है। यह वयस्‍कों और गर्भवती महिलाओं में कैल्शियम की कमी को दूर करता है। सहजन एनीमिया की समस्‍या को दूर करता है। 

इसे भी पढ़ें: डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और मोटापा घटाने के लिए रोज पिएं 'सहजन की पत्तियों की चाय', जानें बनाने का तरीका

सहजन के पौष्टिक तत्व - Drumstick Nutritional Value in Hindi

सहजन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्‍नीशियम, फास्‍फोरस, पोटैशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, मैगनीज, सेलेनियम, विटामिन ए, बी, सी, डी आदि कई पोषक तत्‍व मौजूद होते हैं। जब आप सहजन का सेवन करते हैं तो ये सभी पोषक तत्‍व आपको एक साथ मिलते हैं।

सहजन के नुकसान - Drumstick Side Effects In Hindi

  • गर्भवती महिलाओं को सहजन का सेवन करने से पहले अपने चिकित्‍सक की सलाह लेनी चाहिए। उनके लिए यह हानिकारक हो सकती है। 
  • अगर आप लो ब्‍लड प्रेशर के मरीज है तो आपको सहजन, सहजन की पत्‍ती या फूल का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • यह डायबिटीज पेशेंट के लिए फायदेमंद है मगर अत्‍यधिक सेवन शुगर लेवल को बढ़ा सकता है। 
  • ऐसे में यदि आप किसी रोग को ध्‍यान में रखते हुए सहजन का सेवन करना चाहते हैं तो एक बार चिकित्‍सक की सलाह जरूर लें।

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