
देश में 21 दिनों के लॉकडाउन और कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते नए मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो संदेश दिया। पीएम मोदी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के लारण लॉकडाउन का आज 9वां दिन है। मोदी ने कहा कि लोगों ने इस दौरान सेवाभाव और अनुशासन का परिचय दिया है। मोदी ने कहा कि देश में लागू हुए एक दिन का जनता कर्फ्यू आज सभी देशों के लिए मिसाल बन गया है, जिसे दुनियाभर के कई देश देहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जनता, शासन और प्रशासन ने हालात को अच्छे से संभाला है। इसी के साथ मोदी ने कहा कि देश कोरोना को हरा सकता है।
मोदी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि लॉकडाउन के दौरान करोड़ों लोग घर में हैं। तब हर किसी को लग सकता है कि वह अकेला क्या कर सकता है। कितने दिन और ऐसे काटने पड़ेंगे। उन्होंने कि इस लड़ाई में हममें से कोई अकेला नहीं है। 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति हर व्यत्ति के साथ है। इस देश ने सामूहिक शक्ति का भाव जगाया है।
मोदी ने कहा कि हमारे यहां माना जाता है कि जनता-जर्नादन ईशवर का ही रूप है। जब देश ऐसी लड़ाई लड़ रहा है तो ईश्वर का ध्यना करना चाहिए। जनता की शख्ति हमें मंजिल देती है। हमें लगातार प्रकाश की ओर जाना चाहिए।
इस रविवार 5 अप्रैल को हम सबको मिलकर कोरोना के अंधकार को चुनौती देनी है। इस 5 अप्रैल को 130 करोड़ देशवासियों के महासंकल्प को नई ऊचाईयों पर ले जाना है। 5 अप्रैल रविवार को रात 9 बजे घर के सभी लाइट बंद करके 9 मिनट के लिए बाहर खड़े होकर मोमबत्ती, टार्च, दिया जलाएं। उस दिन ये संकल्प करें की हम अकेलेने नहीं है। इस आयोजन के समय किसी को भी कहीं पर भी इकठ्ठा नहीं होना है, सिर्फ अपने घर, बालकनी, दरवाजे से ही करना है। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग को तोड़ना नहीं है। एक साथ जमा होने की कोशिश न करें। ये कोरोना की चैन तोड़ने का रामबाण इलाज।
कोरोना को साथ मिलकर हराएं और भारत को विजयी बनाएं। इस वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि वह सुबह 9 बजे देश के लोगों को संबोधित करेंगे।
In a short while from now, at 9 AM, will be sharing a video message for the people of India. Do watch.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 3, 2020
बता दें कि पीएम मोदी ने इससे पहले 24 मार्च को राष्ट्र के नाम संबोधन भी दिया था, जिसमें कोरोना वायरस के कारण देश को 21 दिनों तक लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने लोगों से किसी भी कीमत पर घर के बाहर न निकलने की सलाह दी थी। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा था कि लॉकडाउन के दौरान जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी, जिसमें अस्पताल, दूध, सब्जी और दवाई की दुकानें शामिल हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को कोरोना से जुड़े अंधविश्वासों और अफवाहों से बचने की भी सलाह दी थी।
उन्होंने अपने संबोधन में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लोगों के बीच फैले भ्रम को भी हटाने का काम किया था। उन्होंने कहा था कि सोशल डिस्टेंसिंग केवल मरीजों के लिए नहीं बल्कि हर नागरिक और सदस्य के लिए जरूरी है।
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पीएम मोदी की अपील के बाद हालांकि, कई जगहों से लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले भी सामने आ रहे हैं। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर के करीब 9000 लोगों की पहचान कर क्वारंटाइन किया जा चुका है।
कोरोना वायरस के कारण चलते जारी लॉकडाउन के बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट किया, जिसमें पीएम मोदी ने शुक्रवार को सुबह 9 बजे देशवासियों के साथ एक वीडियो संदेश साझा करने की बात कही. पीएम मोदी का यह ट्वीट सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ लॉकडाउन पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद आया है.
प्रधानमंत्री मोदी का यह वीडियो संदेश राष्ट्र के नाम संदेश जैसा ही होगा. लोगों ने जिस तरह से आगे बढ़कर लॉकडाउन का पालन किया है और बचे हुए दिनों में भी ऐसे ही लॉकडाउन का पालन करें और पैनिक न करें, इसी को लेकर पीएम मोदी अपनी बात रख सकते हैं. हालांकि लॉकडाउन आगे बढ़ाने की कोई घोषणा शुक्रवार के वीडियो संदेश में नहीं होगी. सरकार साफ कर चुकी है कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है.
आपको बता दें कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया था, जो 14 अप्रैल तक लागू रहेगा. लॉकडाउन के चलते लोगों को घरों में रहने का निर्देश दिया गया है. लॉकडाउन के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है.
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