कोरोना वायरस के कारण गर्भवती महिलाओं के लिए कितनी बढ़ीं समस्याएं? क्या मां से शिशु को हो सकती है ये बीमारी?

अगर कोई महिला गर्भवती है, तो उसे और उसके होने वाले शिशु को कोरोना वायरस से कितना खतरा है? जानें कोविड-19 और प्रेग्नेंसी से जुड़े सवालों के जवाब।
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कोरोना वायरस के कारण गर्भवती महिलाओं के लिए कितनी बढ़ीं समस्याएं? क्या मां से शिशु को हो सकती है ये बीमारी?


लगभग पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस से लड़ रही है। ये खतरनाक वायरस अब तक 18 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर चुका है। कई नवजात बच्चों और गर्भवती महिलाओं में भी इस वायरस की रिपोर्ट्स सामने आई हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाओं के मन में कई सवाल उठना स्वाभाविक है कि इस वायरस का उनके होने वाले शिशु पर क्या प्रभाव पड़ेगा और उनकी प्रेग्नेंसी इससे कितने हद तक प्रभावित हो सकती है। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही सवालों का जवाब बताने की कोशिश करेंगे।

दुनियाभर में तमाम वैज्ञानिक अभी भी इस बात को पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कोविड-19 इंफेक्शन का प्रभाव गर्भवती महिलाओं और उनके होने वाले शिशु पर किस प्रकार पड़ सकता है। कुछ रिपोर्ट्स ऐसी जरूर मिली हैं, जिनमें नवजात शिशु कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। मगर अभी यह पता नहीं लगा है कि उन्हें जन्म से पहले ये वायरस मिला या जन्म के बाद। कुछ एक्सपर्ट्स यह मानते हैं कि अगर कोई गर्भवती महिला कोरोना वायरस का शिकार हो जाए, तो संभव है कि वह अपने होने वाले शिशु में भी इस वायरस को ट्रांसफर कर दे। आइए आपको इसी संबंध में कुछ जरूरी बातें बताते हैं।

गर्भवती महिलाओं में कोविड-19 का कितना खतरा?

अभी तक इस बात के पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं कि सामान्य लोगों की अपेक्षा गर्भवती महिलाओं को कोरोना वायरस का ज्यादा खतरा है। लेकिन हां, वैज्ञानिक ये जरूर मानते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है, जिससे कि अगर वे वायरस के संपर्क में आती हैं, तो उन्हें गंभीर श्वसन बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। इस दौरान उन्हें सामान्य फ्लू और जुकाम का भी खतरा बढ़ जाता है। इसलिए जुकाम, बुखार जैसे फ्लू के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर की सहायता लेना ही उचित है।

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क्या गर्भवती मां से होने वाले शिशु को मिल सकता है कोरोना वायरस?

शोधकर्ता अभी इस बारे में कुछ खास बात नहीं जान पाए हैं कि कोरोना वायरस गर्भवती महिला से उसके शिशु को गर्भ में ही फैल सकता है या नहीं। अभी तक गर्भ में भरे लिक्विड (Amniotic) में या कोरोना से संक्रमित मां के दूध के सैंपल में इस वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। इसलिए गर्भ में शिशु को ये इ्ंफेक्शन होने का खतरा बहुत कम है।

क्या प्रेग्नेंट महिलाओं को कोविड-19 टेस्ट कराना चाहिए?

एक्सपर्ट्स के मुताबिक जिस महिला में कोविड-19 के लक्षण दिखें, फिलहाल उसे ही इसकी जांच कराने की आवश्यक्ता है। इसके अलावा जो गर्भवती महिला किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आई है या हॉटस्पॉट वाले इलाके में मौजूद है, तभी उसे ये जांच करानी चाहिए। अन्य गर्भवती महिलाओं को इस जांच की आवश्यक्ता नहीं है।

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क्या कोरोना से संक्रमित महिला करा सकती है अपने शिशु को स्तनपान?

कोरोना वायरस से संक्रमित महिला अपने शिशु को स्तनपान करा सकती है मगर उसे कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। जैसे-

  • शिशु को छूने से पहले अच्छी तरह हाथ धोए।
  • सर्जिकल या N95 मास्क पहनकर ही शिशु को स्तनपान कराना चाहिए।
  • जो कपड़े महिला ने पहने हैं, वो धुले होने चाहिए, ताकि उसमें कोरोना वायरस होने का खतरा न हो।

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