क्या आपको पता है शादी भी डिप्रेशन का कारण बन सकती है? जी हां शादीशुदा लोगों में डिप्रेशन की समस्या को मेडिकल भाषा में पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन के नाम से जानते हैं। कई शोध में बताया गया है कि कई ऐसे विवाहित लोग होते हैं जो डिप्रेशन का शिकार होते हैं लेकिन उन्हें इस बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं होती है। इस लेख में हम जानेंगे पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन के लक्षण, कारण और इलाज। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा आनंद से बात की।
पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन क्या है?
शादी के बाद अवसाद या तनाव महसूस होने ही पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन के नाम से जानते हैं। जो लोग पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन से गुजर रहे होते हैं उन्हें अक्सर इसके बारे में जानकारी नहीं होती। डिप्रेशन पति या पत्नी किसी को भी हो सकता है। जो लोग शादी के बाद डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है इसलिए जान लें पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके।
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पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन के लक्षण
- हर समय उदास रहना।
- चिड़चिड़ापन महसूस होना।
- पार्टनर से नाराज रहना।
- ईटिंग डिसऑर्डर।
- शारीरिक कमजोरी।
- सिर दर्द, चक्कर आना।
पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन के कारण
- पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन ज्यादातर उन लोगों में देखने को मिलता है जो अपनी शादी से नाखुश हैं।
- ऐसे लोग जिनका तालमेल अपने पार्टनर के साथ ठीक नहीं है।
- जिन लोगों की शादी जोर-जबरदस्ती से कराई गई हो, उन्हें भी पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन हो सकता है।
- अपनों से दूर होने पर अक्सर लड़कियों को शादी के बाद डिप्रेशन महसूस होता है।
- नए परिवार और बदलाव को स्वीकार न कर पाने की स्थिति में पोस्ट वेडिंंग डिप्रेशन हो सकता है।
- शादी के बाद पार्टनर की तरफ से शारीरिक या मानसिक प्रताड़ना के शिकार हैं, तो पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन हो सकता है।
पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन का इलाज
पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन का इलाज, सामान्य डिप्रेशन के इलाज की तरह ही किया जाता है। कई बार पोस्ट वेडिंग डिप्रेशन का इलाज करने के लिए वेडिंग काउंसलर की मदद ली जाती है। इसके अलावा तनाव कम करने के लिए निम्न तरीके से इलाज किया जाता है-
- कॉग्निटिव बिहेवियरल थैरेपी (CBT) और टॉकिंग थैरेपी की मदद से डिप्रेशन का इलाज किया जाता है।
- गंभीर रोगियों को डॉक्टर एंटीडिप्रेसेंट्स भी दे सकते हैं।
- अवसाद को रोकने के लिए डॉक्टर माइंडफुलनेस मेडिटेशन करने की सलाह भी देते हैं।
- जब एंटीडिप्रेसेंट्स काम नहीं करते तब डॉक्टर इलेक्ट्रोकोन्वल्सिव थेरेपी (ECT) लेने की सलाह देते हैं। ज्यादातर केस में इसकी जरूरत नहीं पड़ती।
- योगा, कसरत, डाइट में बदलाव के जरिए भी डिप्रेशन का इलाज किया जाता है।
कानूनी मदद लें
डिप्रेशन का कारण अगर शारीरिक या मानसिक प्रताड़ना है, तो आप अपने पार्टनर के खिलाफ कानूनी मदद ले सकते हैं। अगर ये आपके डिप्रेशन कारण है, तो किसी लीगल एडवाइजर से मिलें।
पार्टनर से बात करें
आपको तनाव के बारे में अपने पार्टनर से बात करना चाहिए। बात करने से आप डिप्रेशन को साथ मिलकर निपटा सकते हैं। पोस्ट डिप्रेशन का कारण अगर पार्टनर ही है, तो आप परिवार, काउंसलर आदि की मदद ले सकते हैं।
आप भी पोस्ट डिप्रेशन के लक्षणों को पहचानें और इलाज करवाने में देरी न करें। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।