बच्चों के लिए कई तरह से फायदेमंद है खेल के बाद हेल्दी स्नैक्स का सेवन, मोटापे को भी करेगा कंट्रोल

बच्चों के लिए अच्छी तरह से स्नैकिंग एक चुनौती हो सकती है, खासकर उन बच्चों के लिए, जो स्वतंत्र भोजन विकल्प चुनना चाहते हैं।
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बच्चों के लिए कई तरह से फायदेमंद है खेल के बाद हेल्दी स्नैक्स का सेवन, मोटापे को भी करेगा कंट्रोल


बच्चों में मोटापा पहले से अधिक बढ़ता जा रहा है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि ज्यादातर बच्चों को पर्याप्त शारीरिक गतिविधि नहीं मिलती है। वो जितना खाते हैं उतनी कैलोरी बर्न नहीं कर पाते हैं। ये असंतुलन बच्चों में वजन बढ़ने की समस्या में योगदान देता है। ऐसे में माता-पिता को बच्चों के खाने को कुछ छोटे- छोटे भागों में बांटकर उसकी टाइमिंग का ख्याल रखना चाहिए। ऐसे में बच्चों की छोटी-छोटी भूख को हेल्दी स्नैक्स के साथ परिवर्तित करने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसे में एक हेल्दी रुटीन है 'पोस्टगेम स्नैक्स' यानी कि खेल के तुरंत बाद बच्चों को कुछ हेल्दी खाने को देना। वहीं बच्चों को पोस्ट गेंम स्नैक्स देने के भी कई हेल्थ से जुड़े फायदे भी हैं। आइए जानते हैं विस्तार से इसके बारे में।

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स्नैकिंग के पीछे का विज्ञान

ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के हालिया शोध में पाया गया है कि आज के पोस्टगेम स्नैक्स वास्तव में कैलोरी की तुलना में अधिक प्रभावी होते हैं, जो आमतौर पर बच्चे खेल के समय में कैलोरी जलाते हैं। शोधकर्ताओं ने 189 खेलों के दौरान 3 जी और 4 जी ग्रेड फुटबॉल, फुटबॉल, बेसबॉल और सॉफ्टबॉल खिलाड़ियों की स्नैकिंग आदतों का अवलोकन किया। उन्होंने खिलाड़ियों की शारीरिक गतिविधि के साथ-साथ पोस्टगेम स्नैक्स के कैलोरी सेवन पर नजर रखी। उन्होंने पाया कि बच्चे प्रति गेम औसतन 170 कैलोरी जलाते थे, उनके स्नैक्स में औसतन 213 कैलोरी होती थी। जबकि उन पोस्टगेम स्नैक्स के लगभग 90 प्रतिशत में चीनी मिलाया गया था, जो प्रति सेवारत औसतन 26.4 ग्राम चीनी थी। यह 25 ग्राम के बच्चों के लिए कुल अनुशंसित दैनिक चीनी सेवन से अधिक है। समस्या का एक हिस्सा इन खेलों के दौरान आमतौर पर होने वाली शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण आता है। इस अध्ययन के अनुसार, बच्चों को प्रति गेम औसतन 27 मिनट की गतिविधि मिली, जिससे बच्चों की शरीरिक क्षमता और बेहतर हो गई।

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स्नैक्स और टॉडलर्स

टॉडलर्स बैठे-बैठे ज्यादा नहीं खा सकते हैं और अगले भोजन से पहले उन्हें अक्सर भूख लगती है। इस उम्र में, बच्चों को दिन में पांच या छह बार खाने की आवश्यकता हो सकती है। तीन बार भोजन करना और दो से तीन बार स्नैक्स लेना। पर इन दोनों के बीच संतुलन बनाना भी बेहद जरूरी है। ऐसे में आप कुछ इस तरह का पैटर्न शुरू कर सकते हैं, जैसे कि भोजन से ठीक पहले बच्चों को नाश्ते के साथ शांत करना, जो उनकी भूख को कम कर सकता है और उन्हें टेबल पर नए खाद्य पदार्थों को खाने की कोशिश करने के लिए तैयार कर सकता है। प्रतिदिन एक ही समय पर परोसे जाने वाले निर्धारित स्नैक्स बच्चों को नियंत्रण की भावना को और मजबूत बनाते हैं। वहीं हेल्दी स्नैक्स के कुछ विकल्प हो सकते हैं, जैसे कि

  • -कम चीनी, पूरे अनाज का नाश्ता 
  • -फल
  • -क्रैकर्स
  • -पनीर स्लाइस
  • -दही 

प्री स्कूली बच्चों के लिए स्वस्थ स्नैक्स में शामिल हैं:

  • -कटे हुए फल
  • -दही
  • -जूस
  • -बेक्ड बिस्किट

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स्कूली बच्चों के लिए स्नैक्स:

  • -कम फैट वाले दूध के साथ कम चीनी, साबुत अनाज का नाश्ता
  • -कम वसा वाले स्ट्रिंग पनीर
  • - फलों की स्मूदी
  • -नट और किशमिश

किशोरों के लिए स्वस्थ स्नैक्स में शामिल हैं:

    • -वेजी कम फैट वाले डिप 
    • -कम वसा वाले ईटिंग प्रोडक्ट्स
    • -ताजा या सूखे फल
    • - पॉपकॉर्न
    • -पूरी तरह उबले अंडे
    • -अनाज और हेल्दी प्रोटीन

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