कोविड से ठीक होने के बाद बढ़ जाती हैं ये 3 स्किन प्रॉब्लम्स, डॉक्टर से जानें बचाव के टिप्स

कोरोना से ठीक होने के बाद भी मरीजों में त्वचा संबंधी परेशानियां देखने को मिल रही हैं। इन परेशानियों को नजरअंदाज न करें। 
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कोविड से ठीक होने के बाद बढ़ जाती हैं ये 3 स्किन प्रॉब्लम्स, डॉक्टर से जानें बचाव के टिप्स

कोरोना वायरस होने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर (Weak Immunity) हो जाती है। इस इम्युन सिस्टम के कमजोर होने की वजह से दूसरी समस्याएं बढ़ जाती हैं। हाल के दिनों में म्युकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस (Black Fungus) की परेशानियां बढ़ी हुई हैं। म्युकोरमाइकोसिस के बाद ही वाइट फंगस  और येलो फंगस जैसे नाम सुनाई दिए। इन बीमारियों में से ब्लैक फंगस ने लोगों को ज्यादा परेशान किया। अब कोरोना से ठीक होने के बाद कई पेशेंट्स में त्वचा संबंधी (Covid-19 patients face skin problems after recovery) परेशानियां देखने को मिल रही हैं। पारस अस्पताल में डर्मेटॉलोजिस्ट डॉ. नंदिनी बरूआ का कहना है कि आजकल हमारी ओपीडी में कोविड से रिकवर हो चुके मरीज कैंडिडियासिस ( Candidiasis),  त्वचा पर मुहांसे (Acneiform eruptions) और बैक्टीरियल इंफेक्शन जैसी परेशानियों को लेकर आ रहे हैं। वे बातती हैं कि पोस्ट कोविड त्वचा पर यह परेशानियां देखी जा रही हैं। तो आइए डॉक्टर से इन बीमारियों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

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वाइट फंगस और मुंह पर सफेद पैचिस का संबंध

डॉ. नंदिनी का कहना है कि कोविड होने के 3 हफ्ते बाद भी इम्युनिटी कमजोर रहती है। इस वजह से वातावरण में जो बाकी फंगस हैं, वे काम करना शुरू कर देते हैं। यही वजह है कि वाइट फंगस के मामले सामने आए। वाइट फंगस का जुड़ाव कैंडिडियासिस से है। यह एक फंगल इंफेक्शन है। जो यीस्ट से होता है। डॉक्टर कहती हैं कि वाइट फंगस होने पर भी स्टेरॉयड दिए जाते हैं, जिस वजह से इम्युनिटी पर प्रभाव पड़ता है, कैंडिडियासिस होता है। इस कोविड मरीजों में ओरल कैंडिडियासिस के मामले ज्यादा दिख रहे हैं। ओरल कैंडिडियासिस में ही मुंह पर सफेद पैचिस दिखते हैं।  

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ओरल कैंडिडियासिस के लक्षण

  • मुंह में छाले
  • मुंह के अंदर गाल, जीभ और मुंह के अंदर वाले हिस्से पर सफेद पैचिस दिखते हैं। 
  • मुंह में दर्द और लालपन
  • स्वाद का चला जाना
  • मुंह में रूई जैसा अहसास
  • खाते समय या निगलते समय मुंह में दर्द

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कैंडिडियासिस से कैसे बचें

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) के मुताबिक, कैंडियासिस से बचने के उपाय निम्न हैं। 

  • मुंह की अच्छे से साफ-सफाई करना
  • स्टेरॉयड लेने के बाद ब्रश करें या कुल्ला करें।

मुहांसे (acneiform reaction)

डॉक्टर कहती हैं कि हाई डोज स्टेरॉयड लेने की वजह से चेहरे पर एक्नेफॉर्म रिएक्शन की समस्या होने लगती है। डॉक्टर नंदिन बताती हैं कि स्टेरॉयड की वजह से इम्युनटी कमजोर हो जाती है। ऐसे में चेहरे पर सफेद के रंग के मुहांस निकल आते हैं। 

डॉक्टर ने बताया कि यह सामान्य मुहांसों की तरह नहीं होते हैं। इन्हें कोमेडोनल एक्ने (comedonal acne) कहा जाता है। यह दिखने में छोटे और सफेद रंग के होते हैं। यह छूने में मस्से जैसे लगते हैं। यह एक्ने थोड़ी और माथे पर होते हैं। तो वहीं, डॉक्टर का कहना कि कोविड मरीजों में पूरे शरीर पर भी एक्ने देखे जा रहे हैं।

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एक्ने का उपचार

डॉक्टर नंदिनी का कहना है कि कोविड से ठीक होने के बाद भी अपने शरीर में हो रहे बदलावों पर ध्यान देना चाहिए। शरीर के अंदर जो भी दिक्कतें होती हैं, वे पहले त्वचा पर दिखाई देती हैं। इसलिए उन्हें नजरअंदाज न करें। एक्नेफॉर्म रिएक्शन से बचने के लिए निम्न उपाय हैं।

इससे बचने के लिए डॉक्टर एंटी-बायोटिक्स, ओरल कांट्रेसेप्टिव आदि दवाएं देते हैं। तो वहीं, सर्जिकल ट्रीटमेंट भी होता है।

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बैक्टीरियल इंफेक्शन

डॉ. नंदिनी का कहना है कि कोरोना से ठीक होने के बाद इम्युनिटी कमजोर जाती है जिस वजह से अन्य परेशानियां बढ़ जाती हैं। ऐसे में बैक्टिरियल इंफेक्शन जैसे फोड़ा, फुंसी की समस्या भी बढ़ जाती है। वे बताती हैं कि कुछ मरीजों में फोड़े, फुंसी की परेशानी भी देखी गई है। इसका उपचार topical antibiotics से होता है। 

कोरोना से ठीक होने के बाद भी मरीजों में त्वचा संबंधी परेशानियां देखने को मिल रही हैं। इन परेशानियों को नजरअंदाज न करें। समय रहते इनका इलाज कराएं।

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